Udupi shrIkRiShNa suprabhAtam: उडुपि श्रीकृष्ण सुप्रभातम् Udupi shrIkRiShNa suprabhAtam: उत्तिष्ठोत्तिष्ठ गोविन्द उत्तिष्ठ गरुडध्वज ।उत्तिष्ठ कमलाकान्त त्रैलोक्यं मङ्गलं कुरु ॥॥नारायणाखिल शरण्य रथाङ्ग पाणे ।प्राणायमान विजयागणित प्रभाव ।गीर्वाणवैरि कदलीवन वारणेन्द्र ।मध्वेश कृष्ण भगवन् तव सुप्रभातम् ॥ १॥उत्तिष्ठ दीन पतितार्तजनानुकम्पिन् ।उत्तिष्ठ विश्व रचना…
Puja Path Tips: अगर आप चाहते हैं कि आपकी पूजा सफल और फलदायी हो, तो इन बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है। आइए जानते हैं पूजा करने के बाद किन कार्यों को करने से परहेज करना चाहिए। जब घर…
जन्माष्टमी 2025 कब है? जानें तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व Janmashtami: हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण का अवतरण दिवस, बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। हिंदू धर्म में…
Kali Jayanti 2025 Date: काली जयंती हिंदू कैलेंडर के अनुसार श्रावण मास (पूर्णिमा भाद्रपद माह) की कृष्ण अष्टमी के दिन मनाई जाती है। देवी काली दस महाविद्याओं में प्रथम महाविद्या हैं और काली कुल से संबंधित हैं। देवी भागवत पुराण…
हयग्रीव अवतार का वर्णन 1. स्कन्द पुराण (Skanda Purana) स्कन्द पुराण में वर्णन मिलता है कि जब मधु और कैटभ नामक दो असुर वेदों को चुरा कर पाताल में ले गए, तब ब्रह्माजी चिंतित हुए और भगवान विष्णु ने हयग्रीव…
श्रीमान् वेङ्कटनाथार्यः कवितार्किककेसरी । वेदान्ताचार्यवर्यो मे सन्निधत्तां सदा हृदि ॥ स्वतःसिद्धं शुद्धस्फटिकमणिभूभृत्प्रतिभटं सुधासध्रीचीभिः द्युतिभिरपतापतिभुवनम् । अनन्तैः त्रय्यन्तैरनुविदितहेषाहलहलं हताशेषावद्यं हयवदनमीडीमहि वहः ॥ व्याख्यानं इन्दिरामन्दिरोरस्कमिन्दादिसुरवन्दितम्- वन्दारुबृन्दमन्दारं वन्दे गोविन्दबालकम् ॥ १॥ कन्दर्पसंवराकारं बृन्दावनविभूषणम् । आनन्दकन्दजं नन्दनन्दनं वन्दिषीमहि ॥ प्रणिपत्य गुरूत्तंसं श्रीमद्वेदान्तदेशिकम् । हयग्रीवस्तवव्याख्यां…
आनन्दस्तोत्रम्: Anandastotram श्रीकृष्णः परमानन्दो गोविन्दो नन्दनन्दनः । तमालश्यामलरुचिः शिखण्डकृतशेखरः ॥ १॥ पीतकौशेयवसनो मधुरस्मितशोभितः । कन्दर्पकोटिलावण्यो वृन्दारण्यमहोत्सवः ॥ २॥ वैजयन्तीस्फुरद्वक्षाः कक्षात्तलगुडोत्तमः । कुञ्जापितरतिर्गुञ्जापुञ्जमञ्जुलकण्ठकः ॥ ३॥ कर्णिकाराढ्यकर्णश्रीधृतिस्वर्णाभवर्णकः । मुरलीवादनपटुर्वल्लवीकुलवल्लभः ॥ ४॥ गान्धर्वाप्तिमहापर्वा राधाराधनपेशलः । इति श्रीकृष्णचन्द्रस्य नाम विंशतिसंज्ञितम् ॥ ५॥ आनन्दाख्यं महास्तोत्रं…
आनन्दचन्द्रिकास्तोत्रम्: Anandachandrikastotram श्रीश्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः ।ध्यानम् ।अङ्गश्यामलिमच्छटाभिरभितो मन्दीकृतेन्दीवरं जाड्यं जागुडरोचिषां विदधतं पट्टाम्बरस्य श्रिया ।वृन्दारण्यविलासिनं हृदि लसद्दामाभिरामोदरं राधास्कन्धनिवेशितोज्ज्वलभुजं ध्यायेम दामोदरम् ॥अथ श्रीराधिकाया आनन्दचन्द्रिकास्तोत्रंश्रीराधिकायै नमः ।राधादामोदरप्रेष्ठा राधिका वार्षभानवी ।समस्तवल्लवीवृन्दधम्मिल्लोत्तंसमल्लिका ॥ १॥कृष्णप्रियावलीमुख्या गान्धर्वा ललितासखी ।विशाखासख्यसुखिनी हरिहृद्भृङ्गमञ्जरी ॥ २॥इमां वृन्दावनेश्वर्या दशनाममनोरमाम् ।आनन्दचन्द्रिकां नाम यो रहस्यां…
Aksharadhamadhipatilakshanavarnanam: अक्षरधामाधिपतिलक्षणवर्णनम् पूर्वं त्वसाधारणलक्षणं यच्छ्रीस्वामिनारायणदिव्यमूर्तेः । पूर्वावतारान् सकलान् स्वमूर्ती सन्दर्शयेदुक्तमिदं हि लक्ष्म ॥ १॥ वैकुण्ठलोकादिषु दिव्यमूर्ती दिव्येऽद्भुतैश्वर्यसुखे च तासु । स्वकीयरूपे शतशो मनुष्यान् सन्दर्शयेच्चिह्नमिदं द्वितीयम् ॥ २॥ साधारणानपि तं समाधिं यः कारयित्वा मनसः प्रवृत्तिम् । संरोधयेत् स्वात्मनि तत्तृतीयं लक्ष्मोदितं ब्रह्मपुराधिपस्य…
वेदान्तस्वद्रुमायस्तलपरिलसिताष्टाक्षराष्टच्छदाब्जे तिष्ठन् वामाङ्घ्रिणासावितरपदतलं वामतोऽग्रे निधाय । बिभ्रत् सर्वा विभूतीर्मणिगणविलसद्भूषणश्यामलश्रीः शब्दब्रह्मात्मवेणुं भुवनधृतिहरं नादयन् माधवोऽव्यात् ॥ १॥ इति श्री अष्टाक्षरीध्यानं सम्पूर्णम् ।
Randhan Chhath: रांधण छठ एक पारंपरिक गुजराती हिंदू त्योहार है, जो मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। यह अगले दिन आने वाले शीतला सतम के लिए भोजन पकाने से जुड़ा है। रांधण छठ गुजरात का पारंपरिक त्योहार है,…
सपने में कुआं देखना (Sapne Mein Kua Dekhna) – विस्तृत हिन्दी व्याख्या सपने में कुआं Kua देखना एक आम लेकिन महत्वपूर्ण सपना है, जिसे देखकर जागने के बाद कई प्रश्न मन में उठते हैं – क्या यह सपना शुभ है…