अश्वत्था स्तोत्र (Ashwattha Stotram)भगवान विष्णु को समर्पित एक पवित्र स्तोत्र है, जिसमें पीपल के वृक्ष की महिमा और उसका धार्मिक महत्व बताया गया है। यह स्तोत्र सनातन धर्म में विशेष स्थान रखता है और इसे श्रद्धा एवं भक्ति के साथ…
Ardhnarishwar Stotra:अर्धनारीश्वर स्तोत्र (अर्द्धनारीश्वर स्तोत्र हिंदी): अर्धनारीश्वर का वर्णन करना बहुत कठिन है क्योंकि किसी भी तरह का वर्णन सीमित होगा। अगर जो कुछ देखा और नहीं देखा जाता है, अनुभव किया जाता है और अनुभव नहीं किया जाता है,…
Amogh Kavach (अमोघ कवच हिंदी): आज में सर्व साधारण व समस्त आस्तिक भक्तो के लाभार्थ अति प्राचीन सिद्धीप्रद Amogh Kavach अमोघ शिव कवच प्रयोग दे रहा हूँ। Amogh Kavach इसके शुद्ध सत्य अनुष्ठान से भयंकर से भयंकर विपत्ति से छुटकारा…
आपदुन्मूलन दुर्गा स्तोत्रम् हिंदी (Apadunmoolana Durga Stotram) माँ दुर्गा को समर्पित किया गया है। इसका पाठ नियमित रूप से करने से व्यक्ति के जीवन के सारे दुःख, पीड़ा व दर्द समाप्त हो जाते हैं और जिन जातकों के विवाहित जीवन…
Angaraka Stotram:श्री अंगारक स्तोत्रम् हिंदी (Angaraka Stotram) एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है इसका नित्य पाठ करने से जातक की जन्मकुंडली में मंगल दोष या मांगलिक दोष भी दूर हो जाता है। इस स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति के जीवन में…
Anadi Kalpeshwar Stotra:अनादि कल्पेश्वर स्तोत्र हिंदी (Anadi Kalpeshwar Stotra) एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है, इसका नियमित रूप से पाठ करने से जातक को सभी प्रकार के डर, भय, रोग और तनाव से मुक्ति प्राप्त होने लगती है। अनादि कल्पेश्वर स्तोत्र का पाठ रोजाना करने से…
Agney Stotra:आग्नेय स्तोत्र विशेषताऐ आग्नेय स्तोत्र (Agney Stotra) के साथ-साथ यदि दुर्गा कवच और चंडी कवच का पाठ किया जाए तो, आग्नेय स्तोत्र का बहुत लाभ मिलता है। यह कवच शीघ्र ही फल देने लग जाता है। नारायणास्त्र कवच का पाठ करने से मनोवांछित कामना पूर्ण होती है। अगर…
Dashratha Shani Sotra:दशरथकृत शनि स्तोत्र: एक संक्षिप्त परिचय Dashratha Shani Sotra:दशरथकृत शनि स्तोत्र एक प्राचीन और प्रभावशाली स्तोत्र है जो भगवान शनि को समर्पित है। माना जाता है कि इस स्तोत्र की रचना स्वयं राजा दशरथ ने की थी। इस…
भगवान सूर्य का अवतरण संसार के कल्याण के लिए हुआ है इसलिए पंचदेवोपासना में उनका विशिष्ट स्थान है। शास्त्र कहते हैं कि ‘आरोग्यं भास्करादिच्छेत्’ अर्थात् आरोग्य की कामना भगवान सूर्य से करनी चाहिए। सूर्य की उपासना से मनुष्य का तेज,…
आज मैं आपको माता महा लक्ष्मी के एक ऐसे स्तोत्र के बारे में बताने जा रहा हूँ जोकि अपने आप में अद्भुत है और जिसको केवल रोज एक बार पढ़ लेने से माता लक्ष्मी अत्यंत प्रसन्न हो जाती है. इस…
विनियोग:अस्य श्रीरामरक्षास्त्रोतमन्त्रस्य बुधकौशिक ऋषिः ।श्री सीतारामचंद्रो देवता ।अनुष्टुप छंदः। सीता शक्तिः ।श्रीमान हनुमान कीलकम ।श्री सीतारामचंद्रप्रीत्यर्थे रामरक्षास्त्रोतजपे विनियोगः । अथ ध्यानम्:ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशरधनुषं बद्धपदमासनस्थं,पीतं वासो वसानं नवकमल दल स्पर्धिनेत्रम् प्रसन्नम ।वामांकारूढ़ सीता मुखकमलमिलल्लोचनम्नी,रदाभम् नानालंकारदीप्तं दधतमुरुजटामण्डलम् रामचंद्रम ॥ राम रक्षा स्तोत्रम्:चरितं रघुनाथस्य…
अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुतेगिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते ।भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृतेजय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ १ ॥ सुरवरवर्षिणि दुर्धरधर्षिणि दुर्मुखमर्षिणि हर्षरतेत्रिभुवनपोषिणि शङ्करतोषिणि किल्बिषमोषिणि घोषरतेदनुजनिरोषिणि दितिसुतरोषिणि दुर्मदशोषिणि सिन्धुसुतेजय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ २ ॥ अयि जगदम्ब…