व्यासमहर्षिप्रोक्तं रुद्रस्तोत्रम् Vyasmaharshiproktam rudrastotram

Vyasmaharshiproktam rudrastotram व्यास महार्षि द्वारा रचित रुद्रस्तोत्रम् एक प्रसिद्ध शिव स्तोत्र है। यह स्तोत्र 11 श्लोकों में रचित है और इसमें शिव के विभिन्न रूपों और गुणों का वर्णन किया गया है। स्तोत्र का प्रारंभ शिव के त्रिशूल से होता…

शङ्कुकर्णकृतं शिवस्तोत्रम् Shankukarnkritam Shivastotram

Shankukarnkritam Shivastotram शंकुकर्णकृत शिवस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव की शक्ति और महिमा का वर्णन करता है। स्तोत्र के 10 श्लोक हैं, प्रत्येक श्लोक में एक विशेष पहलू है। श्लोक…

शिवाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् Shivashtottarshatanamastotram

Shivashtottarshatanamastotram शिवष्टोत्तरशतनामास्तोत्रम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव के 108 नामों का उच्चारण करता है। स्तोत्र के 108 श्लोक हैं, प्रत्येक श्लोक में एक नाम है। श्लोक 1 नमस्ते रुद्राय वृषारुढाय…

शिवोहंस्तोत्रम् Shivohanstotram

Shivohanstotram शिवोहं स्तोत्रम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति करता है। यह स्तोत्र भक्त को भगवान शिव के साथ एकता की भावना प्राप्त करने में मदद करता है। स्तोत्र के 10 श्लोक हैं, प्रत्येक श्लोक में भक्त…

श्रीकाशीविश्वेश्वरादिस्तोत्रम् Srikashi Vishveshvaradistotram

Srikashi Vishveshvaradistotram श्रीकाशी विश्वेश्वरदिस्तोत्रम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव के काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थित लिंग की स्तुति करता है। स्तोत्र के 10 श्लोक हैं, प्रत्येक श्लोक में एक विशेष…

श्रीत्रिगुणेश्वरशिवस्तोत्रम् Shritriguneshwarshivastotram

Shritriguneshwarshivastotram श्री त्रिगुणेश्वर शिवस्तोत्रम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव के तीन गुणों, सत्, रज और तम की प्रशंसा करता है। स्तोत्र के पांच श्लोक हैं, प्रत्येक श्लोक में एक गुण…

श्रीधर्मपुरीरामलिङ्गेश्वरमङ्गलस्तोत्रम् Sridharmapuriramlingeshwaramangalastotram

Sridharmapuriramlingeshwaramangalastotram श्रीधर्मपुरीरामलिंगेश्वरमंगलस्तोत्रम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव के श्रीधर्मपुरीरामलिंगेश्वर मंदिर में स्थित लिंग की स्तुति करता है। स्तोत्र के 10 श्लोक हैं, प्रत्येक श्लोक में एक विशेष गुण या प्रशंसा…

अष्टोत्तरशतश्लोकात्मकं मुरलीधरस्तोत्रम् Ashtottara Shatashlokatakam Muralidharastotram

अष्टोत्तर शतकशतकम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 15वीं शताब्दी के वैष्णव संत और कवि नरहरि द्वारा रचित था। स्तोत्र के 108 श्लोक हैं, प्रत्येक श्लोक में कृष्ण के बाल…

कृष्णसहस्रनामस्तोत्रम् (गर्गसंहितान्तर्गतम् हरिर्देवकीनन्दनः) Krishnasahasranamastotram (Gargasamhitantargatam Haridevakinandanah)

कृष्णसहस्रनामस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान कृष्ण के 1000 नामों की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 12वीं शताब्दी के वैष्णव संत और कवि श्रीपद कृष्णदास द्वारा रचित था। स्तोत्र के 1000 श्लोक हैं, प्रत्येक श्लोक में कृष्ण के एक…

कृष्णसहस्रनामस्तोत्रम् (विष्णुधर्मोत्तरान्तर्गतम्) Krishnasahasranamastotram (Vishnudharmottarantargatam)

कृष्णसहस्रनामस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान कृष्ण के 1000 नामों की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 12वीं शताब्दी के वैष्णव संत और कवि श्रीपद कृष्णदास द्वारा रचित था। स्तोत्र के 1000 श्लोक हैं, प्रत्येक श्लोक में कृष्ण के एक…

गोपालविंशतिस्तोत्रम् Gopalvinshatistotram

गोपालविंशतिस्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान कृष्ण के बाल रूप की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 16वीं शताब्दी के वैष्णव संत और कवि रूपगोस्वामी द्वारा रचित था। स्तोत्र के 20 श्लोक हैं, प्रत्येक श्लोक में कृष्ण के बाल रूप…

गोपालस्तोत्रम् अथवा गोपालस्तवराजः (नारदपञ्चरात्रे) Gopalastotram or Gopalastavrajah (Naradpancharatre)

गोपालहृदयस्तोत्र और विष्णुहृदयस्तोत्र दोनों ही संस्कृत में लिखे गए स्तोत्र हैं जो भगवान कृष्ण और भगवान विष्णु की महिमा का वर्णन करते हैं। गोपालहृदयस्तोत्र एक अत्यंत लोकप्रिय स्तोत्र है जो अक्सर कृष्ण भक्तों द्वारा पढ़ा जाता है। यह स्तोत्र कृष्ण…