Ramayan Ji Arti:श्री रामायण जी की आरती के लाभ (Benefits of Performing Shri Ramayan Ji Aarti)
Ramayan Ji Arti:श्री रामायण जी की आरती, भगवान Ramayan Ji Arti श्री राम के जीवन और उनके आदर्शों का स्मरण करती है। भगवान राम ने धर्म, सत्य, और न्याय का पालन करते हुए अपने जीवन को आदर्श बनाया, और उनकी आरती का पाठ करने से भक्तों को कई आध्यात्मिक और भौतिक लाभ प्राप्त होते हैं। यहाँ पर हम श्री रामायण जी की आरती के कुछ प्रमुख लाभों के बारे में जानेंगे:
1. संकटों से मुक्ति (Relief from Troubles)
Ramayan Ji Arti:श्री रामायण जी की आरती संकटों को दूर करने का एक शक्तिशाली उपाय मानी जाती है। जो व्यक्ति जीवन में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना कर रहे हैं, उन्हें भगवान Ramayan Ji Arti राम के आशीर्वाद से संकटों से मुक्ति मिलती है। श्री राम के आदर्श और उनके जीवन की घटनाओं से मार्गदर्शन प्राप्त करके व्यक्ति अपने जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान पा सकता है।
2. मानसिक शांति (Mental Peace)
Ramayan Ji Arti:भगवान Ramayan Ji Arti राम की आरती से मानसिक शांति मिलती है। श्री रामायण जी की आरती में भगवान राम की महिमा का गान किया जाता है, जो मानसिक शांति और संतुलन का कारण बनता है। यह आरती व्यक्ति के मन से तनाव, चिंता और डर को दूर करती है और मानसिक स्थिरता प्रदान करती है। जब व्यक्ति भगवान राम की कृपा से आत्मशक्ति प्राप्त करता है, तो उसे जीवन में शांति का अनुभव होता है।
3. धन और समृद्धि (Wealth and Prosperity)
Ramayan Ji Arti:श्री रामायण जी की आरती से व्यक्ति के जीवन में धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह आरती विशेष रूप से व्यापारियों और नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए लाभकारी है, क्योंकि भगवान Ramayan Ji Arti राम के आशीर्वाद से उनके कार्यों में उन्नति होती है और उनका आर्थिक जीवन सुधरता है। रामायण में राम जी का जीवन परिश्रम, त्याग और समर्पण का प्रतीक है, जो व्यक्ति को समृद्धि की ओर अग्रसर करता है।
4. पारिवारिक सुख और शांति (Family Peace and Harmony)
Ramayan Ji Arti श्री रामायण जी की आरती से परिवार में सुख और शांति बनी रहती है। भगवान राम के जीवन में उनका परिवार और रिश्ते हमेशा मजबूत और आदर्श रहे हैं। उनकी आरती से घर में प्रेम, सहयोग और सामंजस्य बढ़ता है, जिससे पारिवारिक विवाद और कलह दूर होते हैं। यह आरती परिवार के प्रत्येक सदस्य को शांति, समृद्धि और खुशी से भर देती है।
5. आध्यात्मिक उन्नति (Spiritual Growth)
श्री रामायण जी की आरती से आध्यात्मिक उन्नति होती है। यह आरती भगवान राम के जीवन के नैतिक और धार्मिक पहलुओं को समझने में मदद करती है। राम जी के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने से व्यक्ति आध्यात्मिक रूप से प्रगति करता है और सत्य, धर्म और भक्ति के मार्ग पर चलता है।
6. सच्ची भक्ति और विश्वास (True Devotion and Faith)
रामायण जी की आरती भगवान राम के प्रति सच्ची भक्ति और विश्वास को बढ़ाती है। भगवान राम के आदर्शों को अपनाकर और उनके प्रति समर्पण दिखाकर व्यक्ति अपनी आस्था और भक्ति को मजबूती से व्यक्त करता है। यह आरती भक्तों को भगवान के प्रति अडिग श्रद्धा और विश्वास से भर देती है।
7. शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य (Physical and Mental Health)
श्री रामायण जी की आरती से स्वास्थ्य लाभ भी होता है। भगवान राम की आराधना से व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। रामायण में भगवान राम का जीवन हमें सिखाता है कि संतुलित जीवन जीना, परिश्रम करना और सही मार्ग पर चलना किस प्रकार हमारे जीवन को स्वस्थ और खुशहाल बनाता है।
8. दुर्भाग्य से मुक्ति (Relief from Bad Luck)
जिन लोगों को दुर्भाग्य या कष्ट का सामना करना पड़ता है, उनके लिए श्री रामायण जी की आरती एक विशेष उपाय है। यह आरती जीवन में दुर्भाग्य को दूर करती है और व्यक्ति के जीवन में अच्छे अवसरों और भाग्य की दरवाजे खोलती है। राम जी की कृपा से व्यक्ति अपने जीवन को अच्छे दिशा में ले जाता है और खुशियों से भर जाता है।
श्री रामायण जी की आरती का विधि (Method to Perform Shri Ramayan Ji Aarti)
- समय: श्री रामायण जी की आरती का पाठ रविवार और राम नवमी के दिन विशेष महत्व रखता है, लेकिन इसे किसी भी दिन किया जा सकता है।
- विधि: आरती करने के लिए सबसे पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें। भगवान श्री राम के चित्र या मूर्ति के सामने दीपक जलाएं और फिर आरती का पाठ करें। ध्यान रहे कि आरती को प्रेम और श्रद्धा से करें, ताकि भगवान राम का आशीर्वाद प्राप्त हो सके।
- मंत्र: आरती के दौरान “राम राम राम राम, श्री रामचन्द्र की आरती” का उच्चारण करें और भगवान राम के चरणों में श्रद्धा अर्पित करें।
निष्कर्ष
श्री रामायण जी की आरती करने से न केवल जीवन में शांति और समृद्धि आती है, बल्कि यह व्यक्ति को आध्यात्मिक रूप से उन्नति की ओर भी मार्गदर्शन करती है। यह आरती जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है और भगवान राम की कृपा से जीवन में हर तरह की सफलता और खुशियाँ मिलती हैं।
Shri Ramayan Ji Arti:श्री रामायण जी आरती
आरती श्री रामायण जी की ।
कीरति कलित ललित सिय पी की ॥
गावत ब्रहमादिक मुनि नारद ।
बाल्मीकि बिग्यान बिसारद ॥
शुक सनकादिक शेष अरु शारद ।
बरनि पवनसुत कीरति नीकी ॥
॥ आरती श्री रामायण जी की..॥
गावत बेद पुरान अष्टदस ।
छओं शास्त्र सब ग्रंथन को रस ॥
मुनि जन धन संतान को सरबस ।
सार अंश सम्मत सब ही की ॥
॥ आरती श्री रामायण जी की..॥
गावत संतत शंभु भवानी ।
अरु घटसंभव मुनि बिग्यानी ॥
ब्यास आदि कबिबर्ज बखानी ।
कागभुशुंडि गरुड़ के ही की ॥
॥ आरती श्री रामायण जी की..॥
कलिमल हरनि बिषय रस फीकी ।
सुभग सिंगार मुक्ति जुबती की ॥
दलनि रोग भव मूरि अमी की ।
तात मातु सब बिधि तुलसी की ॥
आरती श्री रामायण जी की ।
कीरति कलित ललित सिय पी की ॥