गोपालहृदयस्तोत्रम् अथवा विष्णुहृदयस्तोत्रम् Gopalhridayastotram or Vishnuhridayastotram

गोपालहृदयस्तोत्र और विष्णुहृदयस्तोत्र दोनों ही संस्कृत में लिखे गए स्तोत्र हैं जो भगवान कृष्ण और भगवान विष्णु की महिमा का वर्णन करते हैं। गोपालहृदयस्तोत्र एक अत्यंत लोकप्रिय स्तोत्र है जो अक्सर कृष्ण भक्तों द्वारा पढ़ा जाता है। यह स्तोत्र कृष्ण…

गोविन्ददामोदरस्तोत्रम् (बिल्वमङ्गलाचार्यविरचित) Govindadamodarastotram

गोविंदादमोदरस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान कृष्ण के अवतार गोविंदादमोदर की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 17वीं शताब्दी के वैष्णव संत और विद्वान विश्वनाथ चक्रवर्ती ठाकुर द्वारा रचित था। स्तोत्र के पांच श्लोक हैं, प्रत्येक श्लोक में कृष्ण के…

गोविन्दस्तोत्रम् Govindastotram

Govindastotram गोविन्दस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान कृष्ण की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में रचित है और इसमें भगवान कृष्ण के रूप, गुण और लीलाओं का वर्णन किया गया है। स्तोत्र का प्रारंभ भगवान कृष्ण के…

नामरत्नाख्यस्तोत्रम् naamaratnaakhyastotram

नामरत्नाख्यस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान श्रीकृष्ण के 108 नामों की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 17 वीं शताब्दी के वैष्णव संत और दार्शनिक श्रीरघुनाथजी द्वारा लिखा गया था। स्तोत्र का प्रारंभ भगवान श्रीकृष्ण के नामों की महिमा के…

प्रेमामृतरसायनस्तोत्रम् Premamritarasayanastotram

प्रेमामृतरसयणस्तोत्रम् एक भक्तिपूर्ण स्तोत्र है जो भगवान कृष्ण की प्रेममयी लीलाओं की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 12 श्लोकों में रचित है और इसमें भगवान कृष्ण की प्रेममयी लीलाओं का वर्णन किया गया है। स्तोत्र का प्रारंभ भगवान कृष्ण की…

मुरलीनादधारास्तोत्रम् Muralinadharastotram

मुरलीनाधस्तोत्रम् एक भक्तिपूर्ण स्तोत्र है जो भगवान कृष्ण की मुरली के गुणों का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में रचित है और इसमें भगवान कृष्ण की मुरली के सौंदर्य, संगीत, और शक्ति का वर्णन किया गया है। स्तोत्र…

श्रीभैरवसर्वफलप्रदस्तोत्रम् Shribhairavasarvaphalpradastotram

Shribhairavasarvaphalpradastotram श्रीभैरव सर्वफलप्रद स्तोत्र एक संस्कृत श्लोकों की एक श्रृंखला है जो भगवान शिव के भैरव रूप की स्तुति करती है। यह स्तोत्र 16वीं शताब्दी के कवि, श्रीमच्छंकराचार्य के नाम पर है। श्लोकों की श्रृंखला भगवान शिव के भैरव रूप…

श्रीकामेश्वरस्तोत्रम् Srikameshwar Stotram

श्रीकामेश्वर स्तोत्रम भगवान शिव की एक भक्तिपूर्ण स्तुति है। यह स्तोत्र 9 श्लोकों में रचित है और इसमें भगवान शिव के विभिन्न रूपों और गुणों का वर्णन किया गया है। स्तोत्र का प्रारंभ ककार से होता है, जो भगवान शिव…

श्रीमहाकालस्तोत्रम् Srimahakalstotram

Srimahakalstotram श्रीमहाकालस्तोत्रम् एक संस्कृत श्लोकों की एक श्रृंखला है जो भगवान शिव के महाकाल रूप की स्तुति करती है। यह स्तोत्र 14वीं शताब्दी के कवि, श्रीमहादेव के नाम पर है। श्लोकों की श्रृंखला भगवान शिव के महाकाल रूप की महिमा…

श्रीपञ्चघाटीस्तोत्रम् shreepanchaghaateestotram

श्रीपंचघातेस्तोत्रम एक भक्तिपूर्ण स्तोत्र है जो भगवान श्रीकृष्ण के पाँच रूपों की स्तुति करता है। इन पाँच रूपों को पंचकल्याणक कहा जाता है, जो हैं: बालकृष्ण गोपाल रासलीला कृष्ण-सुदामा कृष्ण-अर्जुन श्रीपंचघातेस्तोत्रम की रचना स्वामी हरिदास जी द्वारा की गई थी।…

श्रीपञ्चाक्षरमन्त्रगर्भस्तोत्रम् shreepanchaaksharamantragarbhastotram

श्रीपंचाक्षरमंत्रगर्भस्तोत्र एक भक्तिपूर्ण स्तोत्र है जो भगवान श्रीकृष्ण के पंचाक्षर मंत्र “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र पंचाक्षर मंत्र को एक आध्यात्मिक शक्ति के रूप में वर्णित करता है, जो भक्तों को मोक्ष प्रदान…

श्रीपूर्णत्रयीशस्तोत्रम् Sripurnatrayaishstotram

श्रीपूर्णत्रयायिस्तोत्रम् एक भक्तिपूर्ण स्तोत्र है जो भगवान कृष्ण, भगवान विष्णु और भगवान शिव की स्तुति करता है। यह स्तोत्र इन तीनों देवताओं को एक ही देवता के रूप में वर्णित करता है, जो सभी सृष्टि के मूल हैं। श्रीपूर्णत्रयायिस्तोत्रम् की…