भैरवस्तवः Bhairavastavah

Bhairavastavah भैरवस्थान एक ऐसी जगह है जहां भगवान शिव के भैरव रूप का मंदिर या मठ है। भैरव भगवान शिव के गण हैं, जो उनके सहायक और दूत हैं। वे अक्सर श्मशानों में रहते हैं और उन्हें भय और मृत्यु…

महाकालभैरवाष्टकम् अथवा तीक्ष्णदंष्ट्रकालभैरवाष्टकम् Mahakaalbhairavashtakam or Tikshandanshtrakaalbhairavashtakam

 Mahakaalbhairavashtakam or Tikshandanshtrakaalbhairavashtakam महाकालभैरवष्टक और तिखंडंदष्ट्राकालभैरवष्टक दो संस्कृत स्तोत्र हैं जो भगवान शिव के भैरव रूप की स्तुति करते हैं। ये दोनों स्तोत्र 8 श्लोकों के हैं और इन्हें 13वीं शताब्दी के एक महान वैष्णव संत, श्रीनिवासाचार्य ने लिखा था।…

महादेवस्तुतिः वरप्राप्त्यर्थं पार्वतिकृता Mahadevstuti: Varapraptyaartham Parvatikrita

Mahadevstuti: Varapraptyaartham Parvatikrita महादेवस्तुति: वरप्राप्तिार्थं पार्वतीकृत एक संस्कृत स्तुति है जो भगवान शिव की स्तुति करती है। यह स्तुति 100 श्लोकों की है और इसे 10वीं शताब्दी के एक महान वैष्णव संत, शंकराचार्य ने लिखा था। स्तुति की शुरुआत में,…

महामृत्युञ्जयकवचम् २ Mahamrityunjayakavacham 2

Mahamrityunjayakavacham 2 महामृत्युंजयकवचम् 2 एक संस्कृत कवच है जो भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र की रक्षा करती है। यह कवच 2 श्लोकों का है और इसे 14वीं शताब्दी के एक महान वैष्णव संत, श्रीनिवासाचार्य ने लिखा था। श्लोक 1 ॐ…

महारुद्रस्तोत्रम् Maharudrastotram

Maharudrastotram महारुद्रस्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के रुद्र रूप की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 12 श्लोकों का है और इसे 13वीं शताब्दी के एक महान वैष्णव संत, श्रीनिवासाचार्य ने लिखा था। स्तोत्र की शुरुआत में, भक्त…

मुनयःकृता महाकाललिङ्गस्तुतिः Munayahkrita Mahakaallingastutih

 Munayahkrita Mahakaallingastutih मुनियकृत महाकाललिंगस्तुति एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महाकाल रूप की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 12 पंक्तियों का है और इसे 7वीं शताब्दी के एक महान वैष्णव संत, मधुसूदनाचार्य ने लिखा था। स्तोत्र की शुरुआत…

मुनिभिः कृतं शिवस्तोत्रम् Munibhih Kritam Shivastotram

  Munibhih Kritam Shivastotram मुनियों द्वारा रचित शिवस्तोत्र एक हिंदू स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 100 श्लोकों में है, जो भगवान शिव के विभिन्न रूपों और गुणों का वर्णन करते हैं। मुनियों…

मृत्युञ्जय चतुःषष्टिनामावलिः Mrityunjay Chaturashashtinamavalih

Mrityunjay Chaturashashtinamavalih मृत्युंजय चतुरशष्टीनामावली एक हिंदू स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 460 नामों का वर्णन करता है, जो भगवान शिव के विभिन्न रूपों और गुणों का प्रतिनिधित्व करते हैं। मृत्युंजय चतुरशष्टीनामावली का…

मृत्युञ्जयस्तोत्र १ मार्कण्डेयप्रोक्तं नरसिंहपुराणे Mrityunjay Stotra 1 Markandeyaproktam Narasinghapurane

Mrityunjay Stotra 1 Markandeyaproktam Narasinghapurane मृत्युंजय स्तोत्र 1 मार्कण्डेयप्रोक्ता एक हिंदू स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र नारायण पुराण में मिलता है। यह स्तोत्र मार्कण्डेय ऋषि द्वारा रचित है। मृत्युंजय स्तोत्र 1 में…

मृत्युञ्जयस्तोत्रम् २ नरसिंहपुराणे Mrityunjayastotram 2 Narasinghpurane

Mrityunjayastotram 2 Narasinghpurane मृत्युंजय स्तोत्र 2 एक हिंदू स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र नारायण पुराण में मिलता है। मृत्युंजय स्तोत्र 2 में 28 श्लोक हैं। इन श्लोकों में भगवान शिव को मृत्यु…

मृत्युञ्जयाष्टोत्तरशतनामावलिः Mrityunjayashtottarashatanamavalih

Mrityunjayashtottarashatanamavalih मृत्युंजयष्टोत्तरशतनामावली एक स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 108 नामों का वर्णन करता है, जो भगवान शिव के विभिन्न रूपों और गुणों का प्रतिनिधित्व करते हैं। मृत्युंजयष्टोत्तरशतनामावली का पाठ करने से भगवान…

मृत्युलाङ्गूलोपनिषत् Mrityulangulopanishat

Mrityulangulopanishat अथ मृत्युलाङ्गूलं व्याख्यास्यामः । अस्य मृत्युलाङ्गूलमन्त्रस्य वसिष्ठ ऋषिः । अनुष्टुप् छन्दः । कालाग्निरुद्रो यमश्च देवता । मृत्यूपस्थाने विनियोगः । अथातो योगजिह्वः साधुमतियोजितं स मे वाह कालं पुरुषमूर्ध्वलिङ्गं विरूपाक्षं विश्वरूपाय नमो नमः । पशुपतये नमः । य इदं श‍ृणुयान्नित्यं मृत्युलाङ्गलं…