Dhumavati Ashtak Stotra:धूमावती अष्टक स्तोत्र: शत्रु शमन, बाधा शमन, बुरे ग्रहों और दरिद्रता के नाश के लिए देवी धूमावती का धूमावती अष्टक स्तोत्र बहुत पूजनीय है। जो साधक एकाग्रचित्त होकर तीन रात्रि में इस स्तोत्र का पाठ करता है, उसका…
Dhanda Lakshmi Stotra:धन लक्ष्मी स्तोत्र: हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी लक्ष्मी आठ प्रकार की हैं जो दरिद्रता को जलाती हैं और व्यक्ति को धनवान बनाती हैं। भक्ति भाव से देवी लक्ष्मी की पूजा और स्तोत्र का पाठ करने से…
Dwadash Panjarika Stotra:द्वादश पंजरिका स्तोत्र: द्वादश पंजरिका स्तोत्र जगद्गुरु आदि शंकराचार्य द्वारा रचित है। द्वादश पंजरिका स्तोत्र आदि शंकराचार्य की रचनाओं में से एक है। इसमें वेदांत का सार है और मनुष्य को यह सोचने के लिए प्रेरित करता है…
Dwadash Jyotirling Stotra:शिव द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र भगवान शिव की पूजा करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक शक्तिशाली भक्ति भजन है। ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के तेज चिन्ह को दर्शाता है। भारत में बारह पवित्र ज्योतिर्लिंग मंदिर हैं। शिव द्वादश…
Dwadash Jyotirling द्वादश ज्योतिर्लिंग: द्वादश ज्योतिर्लिंग भगवान शिव की पूजा करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक शक्तिशाली भक्ति स्तोत्र है। ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के तेज चिन्ह को दर्शाता है। भारत में बारह पवित्र ज्योतिर्लिंग मंदिर हैं। शिव द्वादश…
Devya Aratrikam (देव्या अरात्रिकम्) प्रवरातीरनिवासिनि निगमप्रतिपाद्येपारावारविहारिणि नारायणि हृद्ये।प्रपञ्चसारे जगदाधारे श्रीविद्येप्रपन्नपालननिरते मुनिवृन्दाराध्ये॥जय देवि जय देवि जय मोहनरूपे।मामिह जननि समुद्धर पतितं भवकूपे॥१॥ pravarātīranivāsini nigamapratipādyepārāvāravihāriṇi nārāyaṇi hṛdye।prapañcasāre jagadādhāre śrīvidyeprapannapālananirate munivṛndārādhye॥jaya devi jaya devi jaya mohanarūpe।māmiha janani samuddhara patitaṃ bhavakūpe॥1॥ हे प्रवरानदीतीरवासिनी, वेदों से प्रतिपादित, क्षीरसागरविहारिणी,…
Devyapradh Kshamapan Stotra (देव्यपराध क्षमापन स्तोत्रम्) Devyapradh Kshamapan Stotra:न मन्त्रं नो यन्त्रं तदपि च न जाने स्तुतिमहो न चाह्वानं ध्यानं तदपि च न जाने स्तुतिकथाः। न जाने मुद्रास्ते तदपि च न जाने विलपनं परं जाने मातस्त्वदनुसरणं क्लेशहरणम ॥१॥ विधेरज्ञानेन द्रविणविरहेणालसतया विधेयाशक्यत्वात्तव…
देवी क्षमा प्रार्थना स्तोत्र (Devi Kshama Prarthana Stotram) अपराध सहस्राणि कृयन्थे आहर्निसं मया, दासो आयमिथि मां मथ्व क्शमस्व परमेश्वरि ॥१॥ आवजनं न जानामि, न जानामि विसर्जनम्, पूजां चैव न जानामि, क्षंयथं अरमेश्वरि ॥२॥ मन्थ्रहीनम् , क्रियाहीनं, भक्थिहीनं, श्रुरेस्वरि, यतः पूजिथं मया…
Devi Apradh Kshamapan Stotra (देव्यपराधक्षमापनस्तोत्रम्): देव्यपराधक्षमापनस्तोत्रम् माँ दुर्गा का एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है, यदि आपसे माँ दुर्गा की पूजा में कोई त्रुटी हो जाए है, आपको लगे की किसी ने आपके उपर तंत्र प्रयोग कर दिया है, जिसके कारण आपकी शक्ति…
Devkrit Laxmi Stotra:देवकृत लक्ष्मी स्तोत्र: महात्मा पुष्कर ने परशुराम को बताया कि भगवान इंद्र, देवी लक्ष्मी को राज्यलक्ष्मी के रूप में हमेशा के लिए इंद्रलोक में बनाए रखना चाहते हैं। इंद्र ने देवी महालक्ष्मी की उनके अंश से स्तुति की,…
Durgashtotar Stotra दुर्गाष्टोतर स्तोत्र: दुर्गाष्टोतर स्तोत्र माता श्री दुर्गा को समर्पित है। इसमें श्री माँ दुर्गा के 108 नामों का वर्णन किया गया है। दुर्गाष्टोतर स्तोत्र के नियमित पाठ से व्यक्ति के सभी दुख दूर हो जाते हैं। यह जीवन…
Digbandhan Raksha Stotra:दिग्बंधन रक्षा स्तोत्र: दिग्बंधन रक्षा स्तोत्र का प्रतिदिन पाठ करने वाले व्यक्ति के चारों ओर एक अदृश्य दीवार बन जाती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है। शास्त्रों में उल्लेख किया गया है कि इस मंत्र का…