• Version
  • Download 284
  • File Size 0.00 KB
  • File Count 1
  • Create Date November 7, 2023
  • Last Updated November 7, 2023

श्रीराधाकृष्णप्रादुर्भावा एक संस्कृत महाकाव्य है जो श्रीकृष्ण और राधा के प्रेम की कहानी बताता है। इसे 12वीं शताब्दी के कवि श्रीजयदेव ने लिखा था।

श्रीराधाकृष्णप्रादुर्भावा की शुरुआत भगवान विष्णु के एक अवतार के रूप में श्रीकृष्ण के जन्म से होती है। श्रीकृष्ण अपने माता-पिता, वसुदेव और देवकी के साथ मथुरा में रहते हैं। राधा वृषभानु और रोहिणी की बेटी हैं, जो वृंदावन में रहती हैं।

shreeraadhaakrshnapraadurbhaavah

श्रीकृष्ण और राधा बचपन से ही एक-दूसरे के प्रति आकर्षित थे। वे अक्सर एक-दूसरे के साथ खेलते और बातें करते थे। जैसे-जैसे वे बड़े होते गए, उनका प्यार बढ़ता गया।

एक दिन, श्रीकृष्ण राधा के घर गए और उन्हें बताया कि वह उन्हें प्यार करता है। राधा भी श्रीकृष्ण से प्यार करती थी, लेकिन वह बहुत शर्मीली थी। उसने श्रीकृष्ण को अपनी भावनाओं के बारे में नहीं बताया।

श्रीकृष्ण ने राधा को जीतने के लिए कई प्रयास किए। उन्होंने उसे फूल, खिलौने और उपहार दिए। उन्होंने उसके लिए गीत गाए और कविताएं लिखीं।

अंत में, राधा ने श्रीकृष्ण के प्यार को स्वीकार कर लिया। वे एक-दूसरे से शादी कर ली और एक खुशहाल जीवन बिताया।

श्रीराधाकृष्णप्रादुर्भावा एक खूबसूरत और रोमांटिक कहानी है जो प्रेम की शक्ति को दर्शाती है। यह एक ऐसी कहानी है जो सदियों से लोगों को आकर्षित करती रही है।

shreeraadhaakrshnapraadurbhaavah


Download

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *