Gauri Nandan Arti:गौरी नंदन आरती के फायदे और शुभ मुहूर्त

Gauri Nandan Arti:गौरी नंदन आरती के फायदे:

  1. परिवार में सुख-शांति:
    गौरी नंदन, भगवान गणेश और Gauri Nandan Arti माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए की जाने वाली आरती से घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है।
  2. संकटों का निवारण:
    यह आरती करने से जीवन के सभी प्रकार के संकट और विघ्न दूर हो जाते हैं। इसे विघ्नहर्ता Gauri Nandan Arti भगवान गणेश का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
  3. विद्या और बुद्धि का आशीर्वाद:
    गौरी नंदन की आरती से बच्चों और छात्रों को शिक्षा में सफलता और बुद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
  4. शुभ कार्यों में सफलता:
    शादी, गृह प्रवेश या अन्य शुभ कार्यों से पहले गौरी नंदन की आरती करने से कार्य निर्विघ्न पूर्ण होते हैं।
  5. विवाह में अड़चन का समाधान:
    जो लोग विवाह में बाधाओं का सामना कर रहे हैं, उनके लिए यह आरती विशेष फलदायी होती है।
  6. धन और समृद्धि:
    यह आरती नियमित करने से धन संबंधी समस्याएं समाप्त होती हैं और लक्ष्मी माता का स्थायी वास होता है।

Gauri Nandan Arti;गौरी नंदन आरती के शुभ मुहूर्त:

  1. प्रातःकाल:
    सुबह 6:00 बजे से 8:00 बजे के बीच ब्रह्म मुहूर्त और सूर्योदय के समय।
  2. संध्याकाल:
    शाम के समय, 6:00 बजे से 8:00 बजे के बीच। विशेषकर सूर्यास्त के बाद आरती करना शुभ माना जाता है।
  3. चतुर्थी तिथि:
    चतुर्थी (गणेश चतुर्थी) के दिन की गई गौरी नंदन आरती का विशेष महत्व होता है।
  4. गणेश उत्सव और बुधवार:
    बुधवार को भगवान गणेश का दिन माना जाता है। इस दिन की गई आरती अत्यधिक फलदायी होती है।

Gauri Nandan Arti:आरती करने का तरीका:

  1. एक स्वच्छ स्थान पर भगवान गणेश और माता गौरी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
  2. दीपक और धूप जलाकर भगवान का ध्यान करें।
  3. चंदन, फूल, और प्रसाद चढ़ाएं।
  4. आरती गायन के साथ घंटी और शंख बजाएं।
  5. अंत में भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करें।

यह आरती जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाती है और भगवान गणेश का विशेष आशीर्वाद प्रदान करती है।

Gauri Nandan Arti

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