Kartikeya Aarti:भगवान कार्तिकेय की आरती के लाभ और समय
Kartikeya Aarti:भगवान कार्तिकेय, जिन्हें भगवान स्कंद, मुरुगन, या सुब्रमण्य के नाम से भी जाना जाता है, विशेष रूप से शक्ति, साहस, और विजय के देवता माने जाते हैं। उनकी आरती और उपासना करने से जीवन में कई लाभ प्राप्त होते हैं। Kartikeya Aarti यहाँ उनके आरती के फायदे और इसे करने का सही समय दिया गया है:
Kartikeya Aarti:भगवान कार्तिकेय की आरती के लाभ
- साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि
कार्तिकेय भगवान की आरती करने से साहस, आत्मविश्वास और निर्भीकता का विकास होता है। जो लोग जीवन में किसी प्रकार के भय या संकोच का सामना कर रहे हैं, उनके लिए कार्तिकेय जी की आरती सहायक होती है। - रोगों से मुक्ति
भगवान कार्तिकेय को आयुर्वेद और स्वास्थ्य का संरक्षक माना जाता है। उनकी आरती करने से व्यक्ति रोगों से मुक्त हो सकता है और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। - शत्रुओं पर विजय
भगवान कार्तिकेय को युद्ध के देवता माना जाता है। उनकी आरती और उपासना करने से शत्रुओं और विरोधियों पर विजय प्राप्त होती है। इससे व्यक्ति अपने जीवन में आने वाली कठिनाइयों और विरोधियों का सामना कर सकता है। - मानसिक शांति और स्पष्टता
कार्तिकेय भगवान की आरती से मानसिक शांति और स्पष्टता प्राप्त होती है। यह मन को शुद्ध करता है, और व्यक्ति जीवन के प्रति सही दृष्टिकोण अपनाता है। - पारिवारिक सुख-समृद्धि
भगवान कार्तिकेय की आरती करने से परिवार में सुख, शांति, और समृद्धि आती है। यह घर के सभी सदस्यों के बीच एकता और प्रेम को बढ़ावा देता है। - शिक्षा और विद्या में उन्नति
कार्तिकेय भगवान की आरती और उपासना विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी मानी जाती है। उनकी कृपा से ज्ञान और विद्या में उन्नति होती है, और पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ती है।
भगवान कार्तिकेय Kartikeya Aarti की आरती करने का समय
- मंगलवार और रविवार विशेष रूप से भगवान कार्तिकेय की आरती के लिए उत्तम माने जाते हैं। इन दिनों उनकी आरती और पूजा करना अत्यधिक फलदायी होता है।
- सुबह और संध्या का समय भगवान कार्तिकेय की आरती के लिए उपयुक्त है। सुबह उनकी पूजा करने से दिनभर शक्ति और ऊर्जा बनी रहती है, और संध्या को उनकी आरती करने से शांति और सुरक्षा का आशीर्वाद मिलता है।
- कार्तिक मास और षष्ठी तिथि (स्कंद षष्ठी) भगवान कार्तिकेय की उपासना के लिए विशेष मानी जाती है। इस समय उनकी आरती और व्रत करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
अतः, भगवान कार्तिकेय की आरती करने से साहस, आत्मविश्वास, स्वास्थ्य, पारिवारिक सुख, शत्रुओं पर विजय, और मानसिक शांति मिलती है।
Kartikeya Aarti:कार्तिकेय आरती
कार्तिकेय जी की आरती –
जय जय आरती वेणु गोपाला
वेणु गोपाला वेणु लोला
पाप विदुरा नवनीत चोरा
जय जय आरती वेंकटरमणा
वेंकटरमणा संकटहरणा
सीता राम राधे श्याम
जय जय आरती गौरी मनोहर
गौरी मनोहर भवानी शंकर
सदाशिव उमा महेश्वर
जय जय आरती राज राजेश्वरि
राज राजेश्वरि त्रिपुरसुन्दरि
महा सरस्वती महा लक्ष्मी
महा काली महा लक्ष्मी
जय जय आरती आन्जनेय
आन्जनेय हनुमन्ता
जय जय आरति दत्तात्रेय
दत्तात्रेय त्रिमुर्ति अवतार
जय जय आरती सिद्धि विनायक
सिद्धि विनायक श्री गणेश
जय जय आरती सुब्रह्मण्य
सुब्रह्मण्य कार्तिकेय