Lalita Mata Ki Aarti:श्री ललिता माता की आरती करने के कई आध्यात्मिक और मानसिक लाभ होते हैं। Lalita Mata Ki Aarti यह भक्तों के जीवन में शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा लाने में सहायक होती है। श्री ललिता माता की आरती करने के लाभ इस प्रकार हैं:
- मानसिक शांति और स्थिरता: माता ललिता को चित्त की शांति और मानसिक स्थिरता प्रदान करने वाली देवी माना जाता है। उनकी आरती करने से मन को शांति और संतुलन मिलता है।
- धन और समृद्धि की प्राप्ति: श्री ललिता माता की कृपा से घर में धन और समृद्धि का आगमन होता है। यह परिवार के आर्थिक समृद्धि और उन्नति में सहायक मानी जाती है।
- सकारात्मक ऊर्जा और वातावरण का शुद्धिकरण: माता की आरती करने से आसपास का वातावरण शुद्ध और सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है, जो नकारात्मक विचारों और प्रभावों को दूर करता है।
- अवांछनीय बाधाओं से मुक्ति: श्री ललिता माता को सभी बाधाओं को हरने वाली देवी माना जाता है। उनकी आरती करने से जीवन में आने वाली अवांछनीय समस्याएं और कठिनाइयां दूर होती हैं।
- स्वास्थ्य लाभ: माता ललिता की आरती करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, और बीमारियों से रक्षा होती है।
- आध्यात्मिक उन्नति: माता की आरती करने से व्यक्ति को आध्यात्मिक मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है और उसकी साधना और ध्यान में प्रगति होती है।
- आत्मविश्वास और साहस: माता ललिता की आरती से आत्मविश्वास और साहस की प्राप्ति होती है, जो व्यक्ति को जीवन की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाती है।
- प्रेम और सौहार्द: माता की आरती करने से परिवार और समाज में प्रेम, सौहार्द और एकता बनी रहती है।
Lalita Mata Ki Aarti:श्री ललिता माता की आरती से भक्तों को मनोकामना पूर्ति और सकारात्मक जीवन का Lalita Mata Ki Aarti आशीर्वाद प्राप्त होता है, जो उन्हें आध्यात्मिक और भौतिक जीवन में सफलता दिलाता है।
Shri Lalita Mata Ki Aarti:श्री ललिता माता की आरती
श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी ।
राजेश्वरी जय नमो नमः ॥
करुणामयी सकल अघ हारिणी ।
अमृत वर्षिणी नमो नमः ॥
जय शरणं वरणं नमो नमः ।
श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी ॥
अशुभ विनाशिनी, सब सुख दायिनी ।
खल-दल नाशिनी नमो नमः ॥
भण्डासुर वधकारिणी जय माँ ।
करुणा कलिते नमो नम: ॥
जय शरणं वरणं नमो नमः ।
श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी ॥
भव भय हारिणी, कष्ट निवारिणी ।
शरण गति दो नमो नमः ॥
शिव भामिनी साधक मन हारिणी ।
आदि शक्ति जय नमो नमः ॥
जय शरणं वरणं नमो नमः ।
जय त्रिपुर सुन्दरी नमो नमः ॥
श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी ।
राजेश्वरी जय नमो नमः ॥