Kuber Aarti:श्री कुबेर जी की आरती: लाभ, महत्व और चमत्कारी फायदे
Kuber Aarti:श्री कुबेर जी की आरती का विशेष महत्व है, क्योंकि भगवान कुबेर धन, वैभव और समृद्धि के देवता माने जाते हैं। “श्री कुबेर जी की आरती” का नियमित पाठ जीवन में आर्थिक समृद्धि, धन-धान्य की वृद्धि और जीवन में सुख-शांति लाने का माध्यम है। यहां जानिए श्री कुबेर जी की आरती के फायदे और इसे करने के महत्वपूर्ण लाभ।
1. आर्थिक समृद्धि और धन की प्राप्ति
श्री कुबेर जी को धन के स्वामी माना जाता है। उनकी आरती करने से आर्थिक समृद्धि और धन की प्राप्ति होती है। यह आरती उन लोगों के लिए विशेष लाभकारी है, जो धन-संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। नियमित रूप से कुबेर जी की आरती करने से व्यापार में लाभ होता है और आय के नए स्रोत खुलते हैं।
2. घर और कार्यस्थल में सकारात्मक ऊर्जा का संचार
श्री कुबेर जी की आरती का पाठ घर और कार्यस्थल पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। इससे घर में खुशहाली का माहौल बनता है और नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं। कार्यस्थल पर कुबेर जी की कृपा से माहौल बेहतर होता है, जिससे काम में उन्नति और सफलता मिलती है।
3. व्यापार और करियर में वृद्धि
कुबेर Kuber Aarti जी की आरती का पाठ करने से व्यापार में उन्नति और करियर में प्रगति होती है। जो लोग अपने करियर या व्यापार में वृद्धि चाहते हैं, उनके लिए यह आरती अत्यंत फलदायक होती है। कुबेर जी का आशीर्वाद व्यक्ति को आर्थिक दृष्टि से मजबूत बनाता है और व्यापार को स्थिरता प्रदान करता है।
4. कर्ज से मुक्ति और वित्तीय स्थिरता
कुबेर जी की Kuber Aarti आरती करने से व्यक्ति को कर्ज से मुक्ति मिलती है। इस आरती का नियमित रूप से पाठ करने से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और वित्तीय स्थिरता का अनुभव होता है। यह आरती व्यक्ति को धन का सही उपयोग करने की प्रेरणा देती है, जिससे अनावश्यक खर्चों से बचा जा सकता है।
5. परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का वास
कुबेर जी की आरती का पाठ घर में सुख-शांति और समृद्धि लाता है। यह आरती परिवार में प्रेम, एकता और सद्भावना का संचार करती है। कुबेर जी की कृपा से परिवार के सभी सदस्य आर्थिक दृष्टि से सुरक्षित और संतुष्ट रहते हैं, जिससे घर में खुशहाली बनी रहती है।
6. धन-संबंधी चिंताओं से मुक्ति
कुबेर जी की आरती का नियमित पाठ धन-संबंधी चिंताओं को दूर करता है। जिन लोगों को आर्थिक अस्थिरता या वित्तीय चिंता हो, उनके लिए यह आरती विशेष लाभकारी है। Kuber Aarti श्री कुबेर जी की कृपा से व्यक्ति आर्थिक दृष्टि से चिंतामुक्त होकर जीवन का आनंद ले सकता है।
7. धन और संपत्ति की सुरक्षा
श्री कुबेर जी की आरती का नियमित पाठ करने से धन और संपत्ति की रक्षा होती है। Kuber Aarti यह आरती व्यक्ति के संचित धन की सुरक्षा करती है और उसे नकारात्मक शक्तियों से बचाती है। कुबेर जी की आरती करने से चोरी या नुकसान जैसी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
8. अचानक धन लाभ और अनुकूल अवसरों की प्राप्ति
कुबेर जी की कृपा से व्यक्ति को अचानक धन लाभ और नए अवसर प्राप्त होते हैं। इस Kuber Aarti आरती का नियमित पाठ करने से व्यक्ति को जीवन में आर्थिक उन्नति के अनेक अवसर प्राप्त होते हैं और उनके जीवन में अनुकूल बदलाव आते हैं।
9. धन का सही उपयोग और संतुलित जीवन
कुबेर जी की Kuber Aarti आरती व्यक्ति को धन का सही उपयोग करने की प्रेरणा देती है। Kuber Aarti इस आरती के माध्यम से व्यक्ति को धन का सदुपयोग करने की प्रेरणा मिलती है और उसे संतुलित जीवन जीने में सहायता मिलती है। कुबेर जी की कृपा से व्यक्ति में लोभ की भावना दूर होती है।
10. वास्तु दोष से मुक्ति
Kuber Aarti कुबेर जी की आरती का नियमित पाठ घर में वास्तु दोष से मुक्ति दिलाने में सहायक होता है। इससे घर का वातावरण शुद्ध और सकारात्मक बना रहता है, जिससे वास्तु दोष से उत्पन्न समस्याओं का निवारण होता है। कुबेर जी की आरती से घर में संपन्नता और सुख-शांति बनी रहती है।
11. आत्मबल और आत्मविश्वास में वृद्धि
कुबेर जी की आरती का पाठ करने से व्यक्ति में आत्मबल और आत्मविश्वास की वृद्धि होती है। Kuber Aarti आर्थिक संकटों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है और जीवन में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। कुबेर जी की कृपा से व्यक्ति मानसिक और भावनात्मक रूप से सशक्त महसूस करता है।
12. पारिवारिक कलह और आर्थिक विवादों का नाश
कुबेर जी की आरती करने से परिवार में आर्थिक विवाद और कलह समाप्त होते हैं। श्री कुबेर जी का आशीर्वाद मिलने से परिवार के सदस्य आर्थिक मामलों में सामंजस्य रखते हैं और अनावश्यक विवादों से दूर रहते हैं।
निष्कर्ष
“श्री कुबेर जी की आरती” का नियमित पाठ घर में सुख, शांति, और समृद्धि लाने का उत्तम साधन है। भगवान कुबेर की आरती करने से व्यक्ति का जीवन धन-धान्य से भरपूर होता है और आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं। श्री कुबेर जी की आरती को नियमित रूप से करने से व्यक्ति न केवल आर्थिक दृष्टि से सशक्त होता है बल्कि मानसिक और भावनात्मक संतुलन भी प्राप्त करता है।
Shri Kuber Aarti, Jai Kuber Swami:श्री कुबेर जी आरती – जय कुबेर स्वामी
जय कुबेर स्वामी,
प्रभु जय कुबेर स्वामी,
हे समरथ परिपूरन ।
हे समरथ परिपूरन ।
हे अन्तर्यामी ॥
ॐ जय कुबेर स्वामी
प्रभु जय कुबेर स्वामी..
जय कुबेर स्वामी,
प्रभु जय कुबेर स्वामी,
हे समरथ परिपूरन । -x2
हे अन्तर्यामी ।
ॐ जय कुबेर स्वामी
प्रभु जय कुबेर स्वामी..
विश्रवा के लाल इदविदा के प्यारे,
माँ इदविदा के प्यारे,
कावेरी के नाथ हो । -x2
शिवजी के दुलारे ।
ॐ जय कुबेर स्वामी
प्रभु जय कुबेर स्वामी..
मनिग्रवी मीनाक्षी देवी,
नलकुबेर के तात,
प्रभु नलकुबेर के तात
देवलोक में जागृत । -x2
आप ही हो साक्षात ।
ॐ जय कुबेर स्वामी
प्रभु जय कुबेर स्वामी..
रेवा नर्मदा तट
शोभा अतिभारी
प्रभु शोभा अतिभारी
करनाली में विराजत । -x2
भोले भंडारी ।
ॐ जय कुबेर स्वामी
प्रभु जय कुबेर स्वामी..
वंध्या पूत्र रतन और
निर्धन धन पाये
सब निर्धन धन पाये
मनवांछित फल देते । -x2
जो मन से ध्याये ।
ॐ जय कुबेर स्वामी
प्रभु जय कुबेर स्वामी..
सकल जगत में तुम ही
सब के सुखदाता
प्रभु सब के सुखदाता
दास जयंत कर वन्दे । -x2
जाये बलिहारी ।
ॐ जय कुबेर स्वामी
प्रभु जय कुबेर स्वामी..
जय कुबेर स्वामी,
प्रभु जय कुबेर स्वामी,
हे समरथ परिपूरन ।
हे समरथ परिपूरन ।
हे अन्तर्यामी ॥
ॐ जय कुबेर स्वामी
प्रभु जय कुबेर स्वामी..