Shakumbhari Devi Ki Aarti:श्री शाकुम्भरी देवी जी की आरती के लाभ
Shakumbhari Devi Ki Aarti:श्री शाकुम्भरी देवी जी की आरती का गायन मात्र ही मन को शांति और आत्मविश्वास प्रदान करता है। यह माना जाता है कि उनकी कृपा से भक्तों के सभी संकट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
Shakumbhari Devi Ki Aarti:श्री शाकुम्भरी देवी जी की आरती के प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
- समृद्धि और धन: मां शाकुम्भरी को अन्न और धन की देवी माना जाता है। उनकी पूजा करने से घर में हमेशा अन्न और धन की वृद्धि होती है।
- अकाल और भुखमरी का निवारण: माँ शाकुम्भरी को अकाल और भुखमरी दूर करने वाली देवी माना जाता है। उनकी कृपा से अन्न और धन की कमी नहीं होती।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार: आरती के दौरान सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है, जो मन को शांत और प्रसन्न रखता है।
- रोगों का निवारण: माना जाता है कि मां शाकुम्भरी की कृपा से भक्तों के सभी रोग दूर होते हैं और आरोग्य लाभ होता है।
- मनोकामनाओं की पूर्ति: मां शाकुम्भरी की भक्ति करने से मनोकामनाएं पूरी होने की मान्यता है।
- आत्मविश्वास में वृद्धि: मां शाकुम्भरी की कृपा से भक्तों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे जीवन की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होते हैं।
- पारिवारिक सुख-शांति: मां शाकुम्भरी की कृपा से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।
- आध्यात्मिक विकास: मां शाकुम्भरी की भक्ति आध्यात्मिक विकास में सहायक होती है और भक्तों को ईश्वर के करीब लाती है।
Shakumbhari Devi Ki Aarti:कब करें आरती:
- नवरात्रि के छठे दिन
- प्रतिदिन सुबह या शाम को
- किसी विशेष अवसर पर
- संकट के समय
कैसे करें आरती:
- एक साफ स्थान पर दीपक जलाकर आरती करें।
- मन में मां शाकुम्भरी का ध्यान करें।
- आरती के दौरान उनकी स्तुति करें।
- शुद्ध भाव से आरती करें।
ध्यान रखें:
- आरती करते समय मन को शांत रखें।
- किसी भी प्रकार की नकारात्मक भावना से दूर रहें।
- नियमित रूप से आरती करने से अधिक लाभ मिलता है।
Shakumbhari Devi Ki Aarti:श्री शाकुम्भरी देवी जी की आरती
हरि ओम श्री शाकुम्भरी अंबा जी की आरती क़ीजो
एसी अद्वभुत रूप हृदय धर लीजो
शताक्षी दयालू की आरती किजो
तुम परिपूर्ण आदि भवानी माँ,
सब घट तुम आप भखनी माँ
शकुंभारी अंबा जी की आरती किजो
तुम्ही हो शाकुम्भर,
तुम ही हो सताक्षी माँ
शिवमूर्ति माया प्रकाशी माँ
शाकुम्भरी अंबा जी की आरती किजो
नित जो नर नारी अंबे आरती गावे माँ
इच्छा पूरण किजो,
शाकुम्भर दर्शन पावे माँ
शाकुम्भरी अंबा जी की आरती किजो
जो नर आरती पढ़े पढ़ावे माँ,
जो नर आरती सुनावे माँ
बस बैकुण्ठ शाकुम्भर दर्शन पावे
शाकुम्भरी अंबा जी की आरती किजो