Nagpanchami नागपंचमी: कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत
Nagpanchami नागपंचमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है। नाग देवता को जल, दूध और फल चढ़ाए जाते हैं। इस दिन कुछ विशेष सावधानियां बरतने की आवश्यकता होती है। आइए जानते हैं नागपंचमी के दिन क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
Nagpanchami नागपंचमी के दिन क्या न करें?
- दूध पीना: नागपंचमी के दिन दूध पीने से बचना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन दूध पीने से नाग देवता क्रोधित हो जाते हैं।
- दही खाना: दही को भी नाग देवता का प्रिय भोजन माना जाता है। इसलिए इस दिन दही का सेवन करने से भी बचना चाहिए।
- कपड़े धोना: नागपंचमी के दिन कपड़े धोने से भी बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस दिन कपड़े धोने से नाग देवता नाराज हो जाते हैं।
- झाड़ू लगाना: नागपंचमी के दिन झाड़ू लगाने से भी बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि झाड़ू लगाने से नाग देवता को ठेस पहुंच सकती है।
- तेज आवाज करना: नागपंचमी के दिन तेज आवाज करना या झगड़ा करना वर्जित है। ऐसा करने से नाग देवता क्रोधित हो सकते हैं।
- नाग के चित्रों पर पैर रखना: नाग के चित्रों या मूर्तियों पर पैर रखने से बचना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
- काले रंग के कपड़े पहनना: नागपंचमी के दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए। काला रंग शनि देव का रंग माना जाता है और नाग शनि देव के शत्रु होते हैं।
इन गलतियों से बचें और नाग देवता को प्रसन्न करें
नागपंचमी के दिन क्या करें?
- नाग देवता की पूजा: नागपंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करना चाहिए। पूजा करते समय नाग देवता को दूध, जल और फल चढ़ाएं।
- नाग मंत्र का जाप करें: नाग मंत्र का जाप करने से नाग देवता प्रसन्न होते हैं।
- नाग की कथा सुनें: नाग की कथा सुनने से मन शांत होता है और पुण्य मिलता है।
- दान करें: नागपंचमी के दिन दान करने से पुण्य मिलता है।
- व्रत रखें: कुछ लोग नागपंचमी के दिन व्रत रखते हैं।
क्यों मनाई जाती है नागपंचमी?
Nagpanchami नागपंचमी को नाग देवता की पूजा का दिन माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन नाग देवता पृथ्वी पर आते हैं। नाग देवता को जल, दूध और फल चढ़ाकर उनका आशीर्वाद लिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि नाग देवता की पूजा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है।
हिन्दू धर्म मे नाग महाराज को देवता के रूप मे पूजा जाता है. साल भर मे एक ऐसा पर्व आता है. जिस दिन नाग महाराज की पूजा की जाती है. हर बार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि नागपंचमी मनाई जाती है. अबकी बार नागपंचमी 9 अगस्त को है.
इस दिन भगवान शिव के गण माने जाने वाले नाग देवता की घर-घर में पूजा की जाती है. इस दिन नागदेवता की पूजा करने से आपका धन बढ़ता है. सर्पदंश का भय दूर होता है. Nagpanchami इस दिन ऐसे बहुत से कार्य है जिनको भूल से भी नहीं करना चाहिए. आइए जानते है उज्जैन के पंडित आनंद भारद्वाज से नागपंचमी पर क्या नहीं करना चाहिए.
नाग पंचमी पूजा विधि
नाग पंचमी के दिन सबसे पहले सुबह सूर्योदय से पहले उठकर नित्य कर्मों से मुक्त हो लें. स्नान करें. इसके बाद शिव जी के साथ-साथ नाग देवता की पूजा करें. नाग देवता की पूजा में फल, फूल, मिठाई और दूध अर्पित करें. मान्यताओं के अनुसार जिन जातकों की कुंडली में कालसर्प दोष या फिर राहु-केतु से संबंधित कोई दोष हो तो नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा जरूर करनी चाहिए.
नागपंचमी पर भूल से भी ना करें यह कार्य
Nagpanchami नाग पंचमी के दिन भूल से भी सांप को नहीं मारना चाहिए. अगर सांप को नुकसान पहुंचाते हैं. इसका पाप आप पर नहीं, बल्कि आपके पूरे वंश पर पड़ेगा.
नागपंचमी के दिन चूल्हे पर खाना बनाने के लिए तवा और लोहे की कढ़ाही का उपयोग नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से नाग देवता को कष्ट हो सकता है.
नाग पंचमी के दिन जमीन की खुदाई नहीं करनी चाहिए. माना जाता है कि जमीन के अंदर सापों का बिल रहता है. जमीन की खुदाई करने से सांपों का घर या बिल नष्ट हो सकता है. ऐसा करने से कई पीढ़ियों को दोष लगता है.
धार्मिक शास्त्र के अनुसार, नाग पंचमी के दिन धारदार वस्तु का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. जैसे सिलाई, कढ़ाई, इत्यादि अशुभ माना जाता है.