Loading...

KARMASU

Mangla Gauri Stotram

ॐ रक्ष-रक्ष जगन्माते देवि मङ्गल चण्डिके ।
हारिके विपदार्राशे हर्षमंगल कारिके ॥

हर्षमंगल दक्षे च हर्षमंगल दायिके ।
शुभेमंगल दक्षे च शुभेमंगल चंडिके ॥

मंगले मंगलार्हे च सर्वमंगल मंगले ।
सता मंगल दे देवि सर्वेषां मंगलालये ॥

पूज्ये मंगलवारे च मंगलाभिष्ट देवते ।
पूज्ये मंगल भूपस्य मनुवंशस्य संततम् ॥

मंगला धिस्ठात देवि मंगलाञ्च मंगले ।
संसार मंगलाधारे पारे च सर्वकर्मणाम् ॥

देव्याश्च मंगलंस्तोत्रं यः श्रृणोति समाहितः ।
प्रति मंगलवारे च पूज्ये मंगल सुख-प्रदे ॥

तन्मंगलं भवेतस्य न भवेन्तद्-मंगलम् ।
वर्धते पुत्र-पौत्रश्च मंगलञ्च दिने-दिने ॥

मामरक्ष रक्ष-रक्ष ॐ मंगल मंगले ।

॥ इति मंगला गौरी स्तोत्र सम्पूर्णं ॥

Mohinikrit Krishna Stotra:श्री मोहिनीकृतं कृष्ण स्तोत्र Mohinikrit Krishna Stotra

Mohinikrit Krishna Stotra:श्री मोहिनीकृतं कृष्ण स्तोत्र

Mohinikrit Krishna Stotra:मोहिनीकृत कृष्ण स्तोत्र (श्री मोहिनीकृतं कृष्ण स्तोत्र): मोहिनीकृत कृष्ण स्तोत्र भगवान श्री कृष्ण का एक दुर्लभ हिंदू मंत्र…

Mritsanjeevan Stotra:श्री मृतसन्जीवन स्तोत्र Mritsanjeevan Stotra

Mritsanjeevan Stotra:श्री मृतसन्जीवन स्तोत्र

Mritsanjeevan Stotra:मृतसंजीवन स्तोत्र (श्री मृतसंजीवन स्तोत्र): श्री मृतसंजीवन स्तोत्र भगवान शिव को समर्पित है। मृतसंजीवन स्तोत्र का अर्थ है मृत्यु…

Meenakshi Panchratnam Stotram:मिनाक्षी पंचरत्नम Meenakshi Panchratnam Stotram

Meenakshi Panchratnam Stotram:मिनाक्षी पंचरत्नम

Meenakshi Panchratnam Stotram:मीनाक्षी पंचरत्नम (मिनाक्षी पंचरत्नम): श्री आदि शंकराचार्य द्वारा रचित मीनाक्षी पंचरत्नम, देवी पार्वती के अवतार देवी मीनाक्षी अम्मन…

Mangla Gauri Stotram:मंगला गौरी स्तोत्र विशेषताए

Mangla Gauri Stotram:मंगला गौरी स्तोत्र के साथ-साथ यदि शिव परद गौरी गनेशकि पुजा कि जाए तो, इस स्तोत्र का बहुत लाभ मिलता है, यह स्तोत्र शीघ्र ही फल देने लग जाते है| यदि साधक इस स्तोत्र  का पाठ प्रतिदिन करने से बुराइया खुद- ब- खुद दूर होने लग जाती है साथ ही सकरात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है| अपने परिवार जनों का स्वस्थ्य ठीक रहता है और लम्बे समय से बीमार व्यक्ति को इस स्तोत्र का पाठ सच्चे मन से करने पर रोग मुक्त हो जाता है| यदि मनुष्य जीवन की सभी प्रकार के भय, डर से मुक्ति चाहता है तो वह इस स्तोत्र का पाठ करे|

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *