कालाष्टमी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी Kalashtami तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव की पूजा की जाती है। काल भैरव को भगवान शिव के रुद्र अवतारों में से एक माना जाता है। वह अपने भक्तों के कष्टों को दूर करने और उन्हें सुख और समृद्धि प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं।
Kalashtami 2024 कालाष्टमी पूजा का महत्व
कालाष्टमी पूजा का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन काल भैरव की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन से सभी प्रकार के कष्ट और बाधाएं दूर हो जाती हैं। इसके अलावा, काल भैरव की पूजा करने से व्यक्ति को मानसिक शांति और सुख प्राप्त होता है।
Kalashtami कालाष्टमी पूजा विधि
कालाष्टमी पूजा विधि निम्नलिखित है:
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
- पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।
- एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं और उस पर काल भैरव की मूर्ति या तस्वीर रखें।
- मूर्ति या तस्वीर के सामने दीपक, धूप, फूल, फल, मिठाई आदि अर्पित करें।
- काल भैरव के मंत्रों का जाप करें।
- काल भैरव की आरती करें।
Kalashtami 2024:कालाष्टमी पूजा मंत्र
- ॐ नमः भैरवाय कालाग्ने नमः
- ॐ ह्रीं ह्रीं भैरवाय नमः
- ॐ भैरव भैरव नमः
Kalashtami 2024:कालाष्टमी व्रत
कालाष्टमी (Kalashtami) के दिन व्रत रखना भी बहुत शुभ माना जाता है। व्रत रखने वाले व्यक्ति को सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए और फिर पूरे दिन निराहार रहना चाहिए। शाम को पूजा के बाद व्रत खोलना चाहिए। व्रत खोलने के लिए मीठी रोटी और गुड़ का भोग लगाना चाहिए।
कालाष्टमी के दिन निम्नलिखित कार्य करने से बचना चाहिए:
- किसी भी तरह का मांस मछली का सेवन नहीं करना चाहिए।
- शराब, जुआ आदि से दूर रहना चाहिए।
- किसी भी तरह का झूठ बोलना या किसी का बुरा नहीं करना चाहिए।
कालाष्टमी के दिन निम्नलिखित कार्य करने से पुण्य प्राप्त होता है:
- काल भैरव की पूजा करना।
- काल भैरव के मंत्रों का जाप करना।
- काल भैरव की आरती करना।
- जरूरतमंदों की मदद करना।
Kalashtami 2024 Dates
4 जनवरी 2024, कालाष्टमी, बृहस्पतिवार
शुभ मुहूर्त – प्रारम्भ – 07:48 पी एम, जनवरी 03, समाप्त – 10:04 पी एम, जनवरी 04
2 फरवरी 2024, कालाष्टमी, शुक्रवार
शुभ मुहूर्त – प्रारम्भ – 04:02 पी एम, फरवरी 02, समाप्त – 05:20 पी एम, फरवरी 03
3 मार्च 2024, कालाष्टमी, रविवार
शुभ मुहूर्त – प्रारम्भ – 08:44 ए एम, मार्च 03, समाप्त – 08:49 ए एम, मार्च 04
1 अप्रैल 2024, कालाष्टमी, सोमवार
शुभ मुहूर्त – प्रारम्भ – 09:09 पी एम, अप्रैल 01, समाप्त – 08:08 पी एम, अप्रैल 02
1 मई 2024, कालाष्टमी, बुधवार
शुभ मुहूर्त – प्रारम्भ – 05:45 ए एम, मई 01, समाप्त – 04:01 ए एम, मई 02
30 मई 2024, बृहस्पतिवार
शुभ मुहूर्त – प्रारम्भ – 11:43 ए एम, मई 30, समाप्त – 09:38 ए एम, मई 31
28 जून 2024, कालाष्टमी, शुक्रवार
शुभ मुहूर्त – प्रारम्भ – 04:27 पी एम, जून 28, समाप्त – 02:19 पी एम, जून 29
27 जुलाई 2024, कालाष्टमी, शनिवार
शुभ मुहूर्त – प्रारम्भ – 09:19 पी एम, जुलाई 27, समाप्त – 07:27 पी एम, जुलाई 28
26 अगस्त 2024, कालाष्टमी, सोमवार
शुभ मुहूर्त – प्रारम्भ – 03:39 ए एम, अगस्त 26, समाप्त – 02:19 ए एम, अगस्त 27
24 सितम्बर 2024, कालाष्टमी, मंगलवार
शुभ मुहूर्त – प्रारम्भ – 12:38 पी एम, सितम्बर 24, समाप्त – 12:10 पी एम, सितम्बर 25
24 अक्टूबर 2024, कालाष्टमी, बृहस्पतिवार
शुभ मुहूर्त – प्रारम्भ – 01:18 ए एम, अक्टूबर 24, समाप्त – 01:58 ए एम, अक्टूबर 25
22 नवम्बर 2024, कालभैरव जयन्ती, शुक्रवार
शुभ मुहूर्त – प्रारम्भ – 06:07 पी एम, नवम्बर 22, समाप्त – 07:56 पी एम, नवम्बर 23
22 दिसम्बर 2024,कालाष्टमी, रविवार
शुभ मुहूर्त – प्रारम्भ – 02:31 पी एम, दिसम्बर 22, समाप्त – 05:07 पी एम, दिसम्बर 23