- Version
- Download 189
- File Size 0.00 KB
- File Count 1
- Create Date November 5, 2023
- Last Updated November 5, 2023
श्री लक्ष्मी चालीसा एक हिंदू भक्ति गीत है जो देवी लक्ष्मी की स्तुति करता है। यह चालीसा 40 श्लोकों में देवी लक्ष्मी के गुणों और शक्तियों का वर्णन करती है।
श्री लक्ष्मी चालीसा के दो मुख्य भाग हैं:
Sri Laxmi Chalisa
- दोहा: यह भाग देवी लक्ष्मी की स्तुति करता है और उनकी कृपा प्राप्त करने की प्रार्थना करता है।
- चौपाई: यह भाग देवी लक्ष्मी के जीवन और लीलाओं का वर्णन करता है।
श्री लक्ष्मी चालीसा का पाठ करने से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। यह भक्तों को धन, समृद्धि, और सौभाग्य प्राप्त करने में मदद करता है।
श्री लक्ष्मी चालीसा के कुछ लाभ निम्नलिखित हैं:
- यह देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है।
- यह भक्तों को धन, समृद्धि, और सौभाग्य प्राप्त करने में मदद करता है।
- यह भक्तों को आध्यात्मिक विकास में मदद करता है।
- यह भक्तों को शांति और आनंद प्रदान करता है।
श्री लक्ष्मी चालीसा का पाठ करने के लिए कोई विशेष नियम नहीं हैं। आप इसे किसी भी समय और किसी भी स्थान पर कर सकते हैं। हालांकि, यह माना जाता है कि शुक्रवार के दिन इस चालीसा का पाठ करना विशेष रूप से लाभकारी होता है।
श्री लक्ष्मी चालीसा के कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैं:
Sri Laxmi Chalisa
- दोहा:
जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुम को सदा ही, हम सबका ध्यान लगा माता।
- चौपाई:
सिन्धु सुता मैं सुमिरौ तोही। ज्ञान बुद्घि विघा दो मोही॥ तुम समान नहिं कोई उपकारी। सब विधि पुरवहु आस हमारी॥
- सातवें चौपाई:
क्षीर सिंधु जब विष्णु मथायो। चौदह रत्न सिंधु में पायो॥ चौदह रत्न में तुम सुखरासी। सेवा कियो प्रभुहिं बनि दासी॥
- बीसवें चौपाई:
धन-धान्य फल-फूल आवै। सबके मन कामना पूरण करै॥
- तीसवें चौपाई:
धनवान बनै दुखी न होय। सुख-सम्पन्न बनै सब कोई॥
- चालीसवें चौपाई:
त्राहि-त्राहि दुख निवारिणी। त्रिविध ताप भव बंधन हारिणि॥ जो कोई तुमको ध्यावै। हरि को प्रसन्न करै॥
श्री लक्ष्मी चालीसा एक शक्तिशाली भक्ति गीत है जो देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने में मदद कर सकता है।
THANKS VEDPURAN.NET
Download