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- Create Date November 6, 2023
- Last Updated November 6, 2023
Veerbhadradhyanam
वीरभद्रध्यानम भगवान शिव के गण वीरभद्र की आराधना है। वीरभद्र भगवान शिव के पहले रुद्र अवतार हैं। उन्हें भयंकर और शक्तिशाली रूप में जाना जाता है। वीरभद्र ध्यान का उद्देश्य वीरभद्र की कृपा प्राप्त करना और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन में सुख, समृद्धि और मोक्ष प्राप्त करना है।
वीरभद्र ध्यान की विधि इस प्रकार है:
- सबसे पहले, एक स्वच्छ और शांतिपूर्ण स्थान पर बैठें।
- अपने सामने वीरभद्र की मूर्ति या तस्वीर रखें।
- वीरभद्र का ध्यान करें।
- वीरभद्र के मंत्र का जाप करें।
- वीरभद्र से अपने मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।
वीरभद्र ध्यान के लिए कुछ मंत्र इस प्रकार हैं:
- वीरभद्र मूल मंत्र:
ॐ नमः शिवाय वीरभद्राय
॥ ह्रीं ह्रीं वीरभद्राय नमः ॥
- वीरभद्र ध्यान स्तोत्र:
Veerbhadradhyanam
मुदा भद्रकाल्या समाश्लिष्टमुग्रम्।
कृपाम्भोधिमुद्रं भजे वीरभद्रम्।
विबोध्याशुदक्षं नियन्तुं समक्षे।
शिवाङ्गाम्बुजातं भजे वीरभद्रम्।
वीरभद्र ध्यान को नियमित रूप से करने से भक्तों को निम्नलिखित लाभ प्राप्त हो सकते हैं:
- भय, चिंता और तनाव से मुक्ति मिलती है।
- आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि होती है।
- जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
- मोक्ष की प्राप्ति होती है।
वीरभद्र ध्यान एक शक्तिशाली साधना है जो भक्तों को अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद कर सकती है।
वेतालभैरवाभ्यां कृतं शिवस्तोत्रम् Vetalabhairavabhyan Kritam Shivastotram
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