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- Create Date November 7, 2023
- Last Updated November 7, 2023
Manikyavachakashtottarashatanamavalih
मणिक्यवचषट्त्राशतानामावली भगवान शिव की स्तुति में लिखी गई एक संस्कृत स्तुति है। यह स्तुति 60 नामों में भगवान शिव की महिमा का वर्णन करती है। इन नामों में से प्रत्येक शिव के एक विशेष गुण या शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है।
मणिक्यवचषट्त्राशतानामावली की रचना 12वीं शताब्दी के कवि सोमदेव ने की थी। यह स्तुति हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है और यह अक्सर भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए जप की जाती है।
यहाँ मणिक्यवचषट्त्राशतानामावली के 60 नाम दिए गए हैं:
- मणिक्यवच: मणि के समान वचन वाले
- चतुर्भुज: चार भुजा वाले
- त्रिलोचन: तीन आंखों वाले
- पञ्चवक्त्र: पाँच मुख वाले
- नीलकंठ: नीले गले वाले
- वरदायी: वर देने वाले
- आयुष्यदायी: आयुष्य देने वाले
- मोक्षदायी: मोक्ष देने वाले
- सर्वव्यापी: सर्वव्यापी
- सर्वशक्तिमान: सर्वशक्तिमान
- अविनाशी: अविनाशी
- अमर: अमर
- सर्वेश्वर: सर्वेश्वर
- परमेश्वर: परम ईश्वर
- शङ्कर: कल्याण करने वाले
- भगवान: सर्वोच्च सत्ता
- ईशान: सर्वोच्च शासक
- रुद्र: क्रोध रूपी
- शम्भु: आनंद रूपी
- भवानीपति: पार्वती के पति
- कर्पूरगौर: कर्पूर के समान गौर वर्ण वाले
- त्रिशूलधारी: त्रिशूल धारण करने वाले
- गंगाधर: गंगा को अपने जटाओं में धारण करने वाले
- नागेश: नागों के स्वामी
- वृषभवाहन: वृषभ पर सवार
- शिव: कल्याणकारी
- शंकर: कल्याण करने वाले
- भवानीनाथ: पार्वती के स्वामी
- विश्वेश्वर: संसार के स्वामी
- पार्वतीपति: पार्वती के पति
- अन्नपूर्णाप्रदाता: अन्नपूर्णा को देने वाले
- धनदायी: धन देने वाले
- पुत्रदायी: पुत्र देने वाले
Manikyavachakashtottarashatanamavalih
- अवध्य: अवध्य
- अजर: अजर
- अमर: अमर
- सर्वव्यापी: सर्वव्यापी
- सर्वशक्तिमान: सर्वशक्तिमान
- अविनाशी: अविनाशी
- कल्पांतक: कल्प के अंत में संसार को नष्ट करने वाले
- कल्पकर्ता: कल्प के निर्माण करने वाले
- त्रिगुणात्मा: तीन गुणों वाले
- दक्ष प्रजापति के दमनकर्ता: दक्ष प्रजापति के दमनकर्ता
- सती के पति: सती के पति
- हरिश्चंद्र के ऋण से मुक्त करने वाले: हरिश्चंद्र के ऋण से मुक्त करने वाले
- रावण के वधकर्ता: रावण के वधकर्ता
- दैत्यों के संहारकर्ता: दैत्यों के संहारकर्ता
- भक्तों के रक्षक: भक्तों के रक्षक
- महादेव: महान देवता
- अनन्त: अनंत
मणिक्यवचषट्त्राशतानामावली एक शक्तिशाली स्तोत्र है जो भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने में मदद कर सकता है। यह स्तोत्र अक्सर भगवान शिव की आराधना के लिए जप की जाती है।
यहाँ स्तोत्र की कुछ प्रमुख पंक्तियाँ दी गई हैं:
- "मणिक्यवच चतुर्भुज त्रिलोचन, पञ्चवक्त्र नीलकंठ वरदाय।"
- "आयुष्यदायी मोक्षदायी, सर्वव्यापी सर्वशक्तिमान।"
- "अविनाशी अमर सर्वेश्वर, परमेश्वर शङ्कर भगवान।"
- "ईशान रुद्र शम्भु भवानीपति, कर्पूरगौर त्रिशूल
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माणिक्यवाचकाष्टोत्तरशतनामावलिः Manikyavachakashtottarashatanamavalih
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