• Version
  • Download 1432
  • File Size 0.00 KB
  • File Count 1
  • Create Date October 11, 2023
  • Last Updated July 29, 2024

जटायुकृत राम स्तोत्र

श्लोक 1:

नमो नमस्ते वीर जटायु तुमने सीता को बचाया तुमने रावण से लड़ा और अपने प्राण गंवाए

अनुवाद:

हे वीर जटायु, मैं आपको नमन करता हूं। आपने सीता को बचाया, रावण से लड़ा, और अपने प्राण गंवा दिए।

श्लोक 2:

तुम सच्चे भक्त हो भगवान राम के प्रति तुमने अपना जीवन बलिदान कर दिया और उनकी पत्नी की रक्षा की

अनुवाद:

आप सच्चे भक्त हैं, भगवान राम के प्रति। आपने अपना जीवन बलिदान कर दिया और उनकी पत्नी की रक्षा की।

श्लोक 3:

तुमने रावण के अत्याचारों को रोका और धर्म की रक्षा की तुम एक महान योद्धा हो और तुम्हारी कहानी हमेशा याद रखी जाएगी

अनुवाद:

आपने रावण के अत्याचारों को रोका और धर्म की रक्षा की। आप एक महान योद्धा हैं, और आपकी कहानी हमेशा याद रखी जाएगी।

श्लोक 4:

भगवान राम आपकी वीरता से प्रसन्न हुए और आपको स्वर्ग में स्थान दिया आप एक अमर योद्धा हैं और आप हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे

अनुवाद:

भगवान राम आपकी वीरता से प्रसन्न हुए और आपको स्वर्ग में स्थान दिया। आप एक अमर योद्धा हैं, और आप हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे।

जटायुकृत राम स्तोत्र का महत्व:

जटायुकृत राम स्तोत्र एक बहुत ही शक्तिशाली स्तोत्र है। यह स्तोत्र जटायु की वीरता और त्याग को दर्शाता है। यह स्तोत्र भक्तों को भगवान राम के प्रति भक्ति और समर्पण की प्रेरणा देता है।

जटायुकृत राम स्तोत्र का पाठ करने का तरीका:

जटायुकृत राम स्तोत्र को किसी भी समय और किसी भी स्थान पर पढ़ा जा सकता है। इसे ध्यानपूर्वक और श्रद्धापूर्वक पढ़ना चाहिए।

जटायुकृत राम स्तोत्र को पढ़ने का सबसे अच्छा तरीका है कि इसे कम से कम एक बार प्रतिदिन पढ़ा जाए। इसे अधिक बार पढ़ने से भक्तों को अधिक लाभ होता है।


Download

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *