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- Create Date November 10, 2023
- Last Updated November 10, 2023
Atraproktasomanaathalinagaarchanopadeshah
अत्रप्रोक्तासोमानाथलिनागर्चनोपदेशः
अर्थ:
यहां सोमनाथ मंदिर में नागपूजन का विधान बताया गया है।
विधान:
- सोमवार को प्रातःकाल स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करें।
- सोमनाथ मंदिर में जाएं और मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करें।
- भगवान सोमनाथ की विधिवत पूजा-अर्चना करें।
- फिर मंदिर के बाहर स्थित नाग मंदिर में जाएं।
- नाग मंदिर में नाग देवता की पूजा करें।
- नाग देवता को दूध, दही, घी, शहद, फल, फूल और दक्षिणा अर्पित करें।
- नाग देवता से अपने सभी कष्टों और बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना करें।
फल:
इस विधि से नागपूजन करने से नाग देवता प्रसन्न होते हैं और भक्तों के सभी कष्ट और बाधाएं दूर होती हैं।
Atraproktasomanaathalinagaarchanopadeshah
विशेष:
- नागपूजन करते समय ध्यान रखें कि आपका मन शुद्ध और पवित्र हो।
- नाग देवता को अर्पित किए जाने वाले सभी पदार्थ ताजे और शुद्ध होने चाहिए।
- नाग देवता से प्रार्थना करते समय भक्ति और श्रद्धा के साथ प्रार्थना करें।
अन्य जानकारी:
- सोमनाथ मंदिर भारत के गुजरात राज्य के प्रभास पाटन शहर में स्थित एक हिन्दू मंदिर है।
- यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
- सोमनाथ मंदिर का निर्माण लगभग 12वीं शताब्दी में किया गया था।
- सोमनाथ मंदिर को कई बार लूटपाट और तोड़फोड़ का सामना करना पड़ा है।
- वर्तमान सोमनाथ मंदिर का निर्माण 1951 में किया गया था।
निष्कर्ष:
सोमनाथ मंदिर में नागपूजन एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है। इस अनुष्ठान को करने से भक्तों को नाग देवता का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उनके सभी कष्ट और बाधाएं दूर होती हैं।
अर्धनारीश्वरस्तोत्रम् Ardhanarishvarstotram
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