नन्दिकेशप्रोक्ता शङ्करानुग्रहमहिमा Nandikeshaprokta Shankaranugrahmahima

Nandikeshaprokta Shankaranugrahmahima नंदीकेशाप्रोक्ता शंकरानुगृहमहिमा एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के उपायों का वर्णन करता है। यह स्तोत्र नंदी, भगवान शिव के वाहन को समर्पित है। स्तोत्र में, नंदी शिव की कृपा के उपाय बताते…

ब्रह्माकृता शिवस्तुतिः Brahmakrita Shivstutih

Brahmakrita Shivstutih ब्रह्मकृता शिवस्तुति एक संस्कृत स्तुति है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करती है। यह स्तुति ब्रह्मा को समर्पित है, जो हिंदू धर्म में सृष्टिकर्ता देवता हैं। स्तुति में, ब्रह्मा शिव की शक्ति और दया की प्रशंसा…

महाकालकृता महेश्वरतुष्टिकरणस्तुतिः Mahakalkrita Maheshvaratushtikaranstuti:

Mahakalkrita Maheshvaratushtikaranstuti: महाकालकृता महेश्वरतुष्टिकरणस्तुति एक संस्कृत स्तुति है जो शिव की महिमा का वर्णन करती है। यह स्तुति महाकाल शिव को समर्पित है, जो भगवान शिव का एक रूप है जो उज्जैन में स्थित है। स्तुति में, भक्त शिव की…

महादेवस्तुतिः Mahadevstuti:

Mahadevstuti महादेवस्तुति भगवान शिव की स्तुति है। यह एक प्रकार की भक्ति कविता है जो भगवान शिव की महिमा का गुणगान करती है। महादेवस्तुति में भगवान शिव को विभिन्न रूपों और नामों में संबोधित किया जाता है। उन्हें “शंभु”, “महादेव”,…

महामृत्युञ्जयध्यानम् Mahamrityunjayadhyanam

Mahamrityunjayadhyanam महामृत्युंजयध्यान भगवान शिव की एक ध्यान विधि है। यह ध्यान विधि भगवान शिव को मृत्यु पर विजय प्राप्त करने वाला देवता के रूप में चित्रित करती है। ध्यान विधि निम्नलिखित चरणों में होती है: एक शांत जगह पर बैठ…

महामृत्युञ्जयाष्टकम् Mahamrityunjayaashtakam

Mahamrityunjayaashtakam महामृत्युंजयष्टकम् भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया एक संस्कृत स्तोत्र है। इसे 10वीं शताब्दी के कवि देवकीनंदन ठाकुर ने लिखा था। स्तोत्र में 8 छंद हैं, प्रत्येक छंद में 8 पंक्तियाँ हैं। स्तोत्र भगवान शिव को मृत्यु पर…

महालिङ्गाष्टकं Mahalingashtakan

Mahalingashtakan मलहलिंगाशतक एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया है। इसे 14वीं शताब्दी के संत मलहलिंग राय ने लिखा था। स्तोत्र में 8 छंद हैं, प्रत्येक छंद में 10 पंक्तियाँ हैं। स्तोत्र भगवान शिव की…

माणिक्यवाचकाष्टोत्तरशतनामावलिः Manikyavachakashtottarashatanamavalih

Manikyavachakashtottarashatanamavalih मणिक्यवचषट्‍त्राशतानामावली भगवान शिव की स्तुति में लिखी गई एक संस्कृत स्तुति है। यह स्तुति 60 नामों में भगवान शिव की महिमा का वर्णन करती है। इन नामों में से प्रत्येक शिव के एक विशेष गुण या शक्ति का प्रतिनिधित्व…

माणिक्यवाचकाष्टोत्तरशतनामावलिः Manikyavachakashtottarashatanamavalih

Manikyavachakashtottarashatanamavalih मणिक्यवचषट्‍त्राशतानामावली एक संस्कृत स्तुति है जो भगवान शिव की स्तुति में लिखी गई है। यह स्तुति 60 नामों में भगवान शिव की महिमा का वर्णन करती है। इन नामों में से प्रत्येक शिव के एक विशेष गुण या शक्ति…

मृत्युञ्जयाष्टादशनामावलिः Mrityunjayashtadashanamavalih

Mrityunjayashtadashanamavalih मृत्युंजय अष्टादशनामावली भगवान शिव की स्तुति में लिखी गई एक संस्कृत स्तुति है। यह स्तुति 18 नामों में भगवान शिव की महिमा का वर्णन करती है। इन नामों में से प्रत्येक शिव के एक विशेष गुण या शक्ति का…

राजशेखरपाण्ड्यकृता शिवताण्डवस्तुतिः Rajshekhar Pandya Krita Shivtandvastuti:

Rajshekhar Pandya Krita Shivtandvastuti: राजशेखर पंड्या की कृति “शिवतंदवस्तुति” एक संस्कृत काव्य है जो भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया है। यह काव्य 11वीं शताब्दी में रचित हुआ था और इसमें शिव के विभिन्न रूपों और उनके गुणों का…

रुद्रविभूतिस्तोत्रम् Rudravibhootistotram

Rudravibhootistotram रुद्रविभूतिस्तोत्रम् भगवान शिव की स्तुति करने के लिए एक संस्कृत स्तोत्र है। यह स्तोत्र शिव के पांच विभूतियों की स्तुति करता है: ईशान – सर्वोच्च सत्ता तत्पुरुष – सृष्टिकर्ता अघोर – भयंकर वामदेव – दयालु सद्योजात – हमेशा नए…