श्रीधनलक्ष्मीस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो धन की देवी लक्ष्मी की स्तुति करता है। यह स्तोत्र देवी लक्ष्मी को धन और समृद्धि की देवी के रूप में प्रकट करता है। श्रीधनलक्ष्मीस्तोत्रम् की रचना 12वीं शताब्दी के कवि और दार्शनिक वल्लभाचार्य…
श्रीदीपलक्ष्मीस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो दीपों की देवी लक्ष्मी की स्तुति करता है। यह स्तोत्र देवी लक्ष्मी को दीपों के रूप में प्रकट करती है, जो ज्ञान, बुद्धि, और समृद्धि के प्रतीक हैं। श्रीदीपलक्ष्मीस्तोत्रम् की रचना 12वीं शताब्दी के…
श्रीचंद्रलम्बाशतकम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो चंद्रमा की स्तुति करता है। चंद्रमा को हिंदू धर्म में ज्ञान, बुद्धि, और सौंदर्य का देवता माना जाता है। श्रीचंद्रलम्बाशतकम् में चंद्रमा की कई विशेषताओं और गुणों की स्तुति की गई है। इस स्तोत्र…
श्रीकमलम्बिकास्तवः और श्रीकमलम्बिकास्तकम दोनों ही संस्कृत स्तोत्र हैं जो देवी कमलम्बिका की स्तुति करते हैं। देवी कमलम्बिका धन, समृद्धि, और सौभाग्य की देवी हैं। श्रीकमलम्बिकास्तवः एक लंबा स्तोत्र है जिसमें देवी कमलम्बिका की कई विशेषताओं और गुणों की स्तुति की…
श्रीअष्टलक्ष्मीस्तुतिः एक संस्कृत स्तोत्र है जो आठ प्रकार की लक्ष्मी की स्तुति करता है। ये आठ प्रकार की लक्ष्मी हैं: आद्य लक्ष्मी: आदि शक्ति, जो ब्रह्मांड की मूल शक्ति हैं। धन लक्ष्मी: धन और समृद्धि की देवी। धान्य लक्ष्मी: अन्न…
श्रीअष्टलक्ष्मीस्तुतिः एक संस्कृत स्तोत्र है जो आठ प्रकार की लक्ष्मी की स्तुति करता है। ये आठ प्रकार की लक्ष्मी हैं: आद्य लक्ष्मी: आदि शक्ति, जो ब्रह्मांड की मूल शक्ति हैं। धन लक्ष्मी: धन और समृद्धि की देवी। धान्य लक्ष्मी: अन्न…
श्री अष्टलक्ष्मी मंत्र एक शक्तिशाली मंत्र है जो देवी लक्ष्मी के आठ रूपों की पूजा और मंत्र जाप करके धन, समृद्धि और सौभाग्य प्राप्त करने में मदद करता है। यह मंत्र वैष्णव, शैव और शाक्त सभी परंपराओं में प्रचलित है।…
श्री अष्टलक्ष्मी मंत्र एक शक्तिशाली मंत्र है जो देवी लक्ष्मी के आठ रूपों की पूजा और मंत्र जाप करके धन, समृद्धि और सौभाग्य प्राप्त करने में मदद करता है। यह मंत्र वैष्णव, शैव और शाक्त सभी परंपराओं में प्रचलित है।…
श्री अष्टलक्ष्मी मंत्रसिद्धि विधि एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा भक्त देवी लक्ष्मी के आठ रूपों की पूजा और मंत्र जाप करके धन, समृद्धि और सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। यह विधि वैष्णव, शैव और शाक्त सभी परंपराओं में प्रचलित…
श्री अष्टलक्ष्मी मंत्रसिद्धि विधि एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा भक्त देवी लक्ष्मी के आठ रूपों की पूजा और मंत्र जाप करके धन, समृद्धि और सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। यह विधि वैष्णव, शैव और शाक्त सभी परंपराओं में प्रचलित…
श्री श्रीशगुणादर्शनस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान श्रीकृष्ण की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 24 श्लोकों का है, और प्रत्येक श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण के एक अलग गुण या विशेषता की प्रशंसा की जाती है। श्री श्रीशगुणादर्शनस्तोत्रम् की रचना…
श्री अङ्गदेव्याष्टोत्तरशतनामावली एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की पत्नी पार्वती की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 108 श्लोकों का है, और प्रत्येक श्लोक में पार्वती के एक अलग नाम का उल्लेख किया गया है। श्री अङ्गदेव्याष्टोत्तरशतनामावली की रचना…