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KARMASU

श्रीराम नमस्काराष्टकमन्त्राः Shri Ram Namaskarashtakmantra:

श्री राम नमस्कारष्टकमंत्र: अर्थ: हे राम, मैं आपको नमस्कार करता हूं। आप सत्य, धर्म, और करुणा के अवतार हैं। आप सभी के स्वामी हैं, और आप सभी को बचाते हैं। आप सभी के लिए आदर्श हैं, और आप सभी के…

श्रीराम जय राम जय जय राम मन्त्र महात्म्यम् Shri Ram Jai Ram Jai Jai Ram Mantra Mahatmyam

श्रीराम जय राम जय जय राम मंत्र एक ऐसा मंत्र है जो भगवान राम की महिमा का वर्णन करता है। यह एक तारक मंत्र है, जिसका अर्थ है कि यह मंत्र भक्तों को सभी दुखों से मुक्त कर सकता है।…

श्रीराघवेन्द्राष्टाक्षरस्तोत्रम् Sriraghavendrashtaksharastotram

श्रीराघवेन्द्राष्टक्षरास्तोत्रम् अर्थ: हे भगवान राघवेन्द्र, आपके नाम में आठ अक्षर हैं। ये आठ अक्षर मेरे लिए सभी आनंद और कल्याण के स्रोत हैं। मैं आपके नाम का जप करके आपकी कृपा प्राप्त करना चाहता हूं। अष्टक्षरास्तोत्रम् रा – रघुकुले जन्म…

श्रीराघवेन्द्रप्रार्थना Shree raaghavendr praarthana

श्री राधवेन्द्र प्रार्थना अहीशांशमीशं समीरेण युक्तं सरोजायताक्षं सुदासैकपूज्यम् । वदान्यं सुमान्यं वरेण्यं शरण्यं गुरुं राघवेन्द्रं सदाऽहं नमामि ॥ १ ॥ अर्थ: हे भगवान राघवेन्द्र, आपके सिर पर सिंह का मुकुट है, और आपके नेत्र कमल के समान हैं। आप सभी…

श्रीराघवाष्टकम् Sriraghavashtakam

श्रीरघुवस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र आठ श्लोकों में लिखा गया है, और इसका रचनाकार गोस्वामी तुलसीदास हैं। श्लोक 1: जय जय रघुवंशनाथ, अयोध्यापति, तुम मेरे स्वामी, तुम मेरे प्रिय।…

श्रीराघवाष्टकम् २ Shriraghavashtakam 2

श्रीरघुवस्तोत्रम् 2 श्लोक 1: जय जय रघुवंशनाथ, अयोध्यापति, तुम मेरे स्वामी, तुम मेरे प्रिय। तुम दयालु हो, तुम करुणामय हो, तुम मुझे मुक्ति प्रदान करो। अर्थ: हे भगवान राम, तुम अयोध्या के राजा हो। तुम मेरे स्वामी हो, और तुम…

श्रीराघवस्तोत्रम् Sriraghavastotram

श्रीरघुवस्तोत्रम् अर्थ: हे भगवान राम, तुम अयोध्या के राजा हो। तुम सभी भक्तों के लिए प्रिय हो। तुम दयालु और करुणामय हो, और तुम सभी को मुक्ति प्रदान करते हो। शाब्दिक अर्थ: श्री – भगवान रघु – राम वस्तोत्रम् –…

श्रीरघुनाथाष्टकम् Sriraghunathashtakam

श्रीरघुनाथष्टकम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र आठ श्लोकों में लिखा गया है, और इसका रचनाकार गोस्वामी तुलसीदास हैं। श्लोक 1: जय जय रघुनाथ, अयोध्यापति, तुम मेरे स्वामी, तुम मेरे प्रिय।…

श्रीरघुनाथाष्टकम् Sriraghunathashtakam

श्रीरघुनाथष्टकम् अर्थ: हे भगवान राम, तुम अयोध्या के राजा हो। तुम सभी भक्तों के लिए प्रिय हो। तुम दयालु और करुणामय हो, और तुम सभी को मुक्ति प्रदान करते हो। शाब्दिक अर्थ: श्री – भगवान रघुनाथ – राम अष्टक –…

श्रीरघुनाथाष्टकम् Sriraghunathashtakam

श्रीरघुनाथष्टकम् अर्थ: हे भगवान राम, तुम मेरे स्वामी हो। तुम मेरे लिए सब कुछ हो। मैं तुम्हारा दास हूं, और मैं तुम्हारी सेवा करने के लिए तैयार हूं। शाब्दिक अर्थ: श्री – भगवान रघुनाथ – राम अष्टक – आठ श्लोकों…

श्रीरघुनाथमङ्गलस्तोत्रम् Sriraghunathmangalastotram

श्रीरघुनाथ मंगलस्तोत्रम् अर्थ: हे भगवान राम, तुम अयोध्या के राजा हो। तुम सभी भक्तों के लिए प्रिय हो। तुम दयालु और करुणामय हो, और तुम सभी को मुक्ति प्रदान करते हो। शाब्दिक अर्थ: श्री – भगवान रघुनाथ – राम मंगल…

श्रीमद्रामायणं समर्थरामदासविरचितम् Srimadramayanam samartharamdasvirchitam

श्रीरामचरितमानस अर्थ: राम की कथा का विस्तार शाब्दिक अर्थ: श्री – भगवान राम – राम चरित – कथा मानस – मन अनुवाद: राम की कथा का विस्तार, जो मन को आनंदित करती है। श्रीरामचरितमानस एक संस्कृत महाकाव्य है जो 16वीं…