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KARMASU

श्रीरामश्लोकपञ्चरत्नम् Sriramashlokapancharatnam

श्रीरामशलोकपञ्चरत्नम एक संस्कृत श्लोक है जो भगवान राम के पांच प्रसिद्ध श्लोकों का संग्रह है। यह श्लोक 17वीं शताब्दी के संत और कवि श्री रामभद्राचार्य द्वारा रचित है। श्लोक में, श्री रामभद्राचार्य भगवान राम के पांच श्लोकों को उनके महत्व…

श्रीरामलक्ष्मणस्तोत्रम् Shri Ram Lakshman Stotram

श्री राम लक्ष्मण स्तोत्रम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम और भगवान लक्ष्मण की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 17वीं शताब्दी के संत और कवि श्री रामभद्राचार्य द्वारा रचित है। स्तोत्र में, श्री रामभद्राचार्य भगवान राम और…

श्रीरामराघवस्तोत्रम् Sriramraghavastotram

श्रीरामraghavastotram एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम और भगवान कृष्ण की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 17वीं शताब्दी के संत और कवि श्री रामभद्राचार्य द्वारा रचित है। स्तोत्र में, श्री रामभद्राचार्य भगवान राम को सभी देवताओं के…

श्रीरामरत्नदशकम् Shri Ram Ratna Dashakam

श्रीराम रत्न द्वादशक एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 17वीं शताब्दी के संत और कवि श्री रामभद्राचार्य द्वारा रचित है। स्तोत्र में, श्री रामभद्राचार्य भगवान राम को सभी देवताओं का स्वामी,…

श्रीराममङ्गलाष्टकम् Shrirammangalashtakam

श्रीराममंगलशतकम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 17वीं शताब्दी के संत और कवि श्री रामभद्राचार्य द्वारा रचित है। स्तोत्र में, श्री रामभद्राचार्य भगवान राम को सभी देवताओं का स्वामी, सभी प्राणियों…

श्रीराममङ्गलाशासनम् २ Srirammangalashasanam 2

श्रीराममंगलशासनं 2 एक संस्कृत श्लोक है जो भगवान राम की महिमा का वर्णन करता है। यह श्लोक 17वीं शताब्दी के संत और कवि श्री रामभद्राचार्य द्वारा रचित है। श्लोक में, श्री रामभद्राचार्य भगवान राम को सभी देवताओं का स्वामी, सभी…

श्रीराममङ्गलशासनम् Srirammangalshasanam

श्रीराममंगलशासनम एक संस्कृत श्लोक है जो भगवान राम की महिमा का वर्णन करता है। यह श्लोक 17वीं शताब्दी के संत और कवि श्री रामभद्राचार्य द्वारा रचित है। श्लोक में, श्री रामभद्राचार्य भगवान राम को सभी देवताओं का स्वामी, सभी प्राणियों…

श्रीरामभद्रमङ्गलाशासनम् Srirambhadramangalashasanam

श्रीरामभद्रमंगलाशासनम एक संस्कृत श्लोक है जो भगवान राम की महिमा का वर्णन करता है। यह श्लोक 17वीं शताब्दी के संत और कवि श्री रामभद्राचार्य द्वारा रचित है। श्लोक में, श्री रामभद्राचार्य भगवान राम को सभी देवताओं का स्वामी, सभी प्राणियों…

श्रीरामप्रातःस्मरणम् श्रीरामपञ्चकम् Shriramprathasmaranam Shrirampanchakam

श्रीरामप्रातःस्मरणम् और श्रीरामपंचकम् दोनों ही संस्कृत स्तोत्र हैं जो भगवान राम के प्रति भक्ति और समर्पण को व्यक्त करते हैं। इन दोनों स्तोत्रों में कुछ समानताएँ और कुछ अंतर हैं। समानताएँ दोनों स्तोत्र भगवान राम के प्रति भक्ति और समर्पण…

श्रीरामप्रातःस्मरणम् Shri Ram Pratah Smaranam

श्री राम प्रातः स्मरणम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम के प्रति भक्ति और समर्पण को व्यक्त करता है। यह स्तोत्र प्रातः काल प्रार्थना के लिए उपयोग किया जाता है। श्री राम प्रातः स्मरणम् के पाँच श्लोक हैं, जो…

श्रीरामपादुकास्तोत्रम् Srirampadukastotram

श्रीरामपादुकस्तोत्र, श्रीरामचंद्र जी के चरणों में समर्पित एक स्तोत्र है। यह एक भक्तिपूर्ण कविता है जो श्रीराम के चरणों की महिमा का वर्णन करती है। स्तोत्र में, भक्त श्रीराम के चरणों को आशीर्वाद, प्रेम और ज्ञान का स्रोत मानते हैं।…

श्रीरामनामस्तुतिः Shree Ramnamstuthi:

श्री रामनामस्तवन एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक में भगवान राम के एक विशेष गुण या विशेषता की प्रशंसा की गई है। श्री रामनामस्तवन की रचना…