पारायणोपनिषत् Parayanopanishat

Parayanopanishat परायणोपनिषद् एक छोटा उपनिषद है जो ऋग्वेद से संबंधित है। यह उपनिषद् केवल 24 श्लोकों का है और इसमें आत्मज्ञान प्राप्ति के लिए परायण की विधि का वर्णन किया गया है। परायण का अर्थ है आत्म-समर्पण। इस उपनिषद् के…

पार्वतीवल्लभनीलकण्ठाष्टकम् Paarvateevallabhaneelakanthaashtakam

Paarvateevallabhaneelakanthaashtakam पार्वतीवल्लभनीलकण्ठाष्टकम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के नीलकण्ठ रूप की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव के भक्तों के लिए एक शक्तिशाली साधन है। पार्वतीवल्लभनीलकण्ठाष्टकम् की रचना ऋषि मार्कंडेय ने की थी। यह स्तोत्र…

बहुरूपगर्भस्तोत्रध्यानम् श्रीस्वच्छन्दभैरवरूपानुस्मरणम् Bahuroopagarbhastotradhyaanam shreesvachchhandabhairavaroopaanusmaranam

Bahuroopagarbhastotradhyaanam shreesvachchhandabhairavaroopaanusmaranam बहुरूपगर्भस्तोत्रध्यानम श्रीस्वच्छंदभैरवरूपानुस्मरणम् बहुरूपगर्भस्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के भैरव रूप की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव के भक्तों के लिए एक शक्तिशाली साधन है। बहुरूपगर्भस्तोत्र की रचना ऋषि मार्कंडेय ने की…

बाणेश्वर अथवा संसारपावनकवचं ब्रह्मवैवर्त पुराणान्तर्गतम् Baneshwar or Sansarpaavanakavachan Brahmavaivarta Puranantargatam S

Baneshwar or Sansarpaavanakavachan Brahmavaivarta Puranantargatam बाणेश्वर और संसर्पावानाका वचन ब्रह्मवैवर्त पुराणांतर्गत हैं। बाणेश्वर एक महान ऋषि थे, जिन्होंने भगवान विष्णु की भक्ति की थी। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु ने उन्हें वरदान दिया कि वे किसी भी रूप…

बिल्ववृक्षमहिम्नवर्णनम् Bilvavrukshamhimnavarnanam

Bilvavrukshamhimnavarnanam बिल्ववृक्ष महिम्नवर्णनम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो बिल्ववृक्ष की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव के भक्तों के लिए एक शक्तिशाली साधन है। बिल्ववृक्ष महिम्नवर्णनम् की रचना ऋषि मार्कंडेय ने की थी। यह स्तोत्र शिवपुराण के…

भक्तशरणस्तोत्रम् Bhaktasharanstotram

 Bhaktasharanstotram भक्तशरणस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के भक्तों की रक्षा और मार्गदर्शन के लिए प्रार्थना करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव के भक्तों के लिए एक शक्तिशाली साधन है। भक्तशरणस्तोत्रम् की रचना ऋषि मार्कंडेय ने की थी।…

भजामि शैलसुतारमणम् Bhajaami Shailsutharamanam

Bhajaami Shailsutharamanam भजै शैलसुतारमं एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव के भक्तों के लिए एक शक्तिशाली साधन है। भजै शैलसुतारमं की रचना ऋषि मार्कंडेय ने की थी। यह स्तोत्र…

भवभञ्जनस्तोत्रम् Bhavabhanjanastotram

Bhavabhanjanastotram भवभंजनस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव के भक्तों के लिए एक शक्तिशाली साधन है। भवभंजनस्तोत्रम् की रचना ऋषि मार्कंडेय ने की थी। यह स्तोत्र पद्मपुराण के उत्तरखण्ड…

मन्त्रराजशतनामावलिः Mantrarajashatnamavalih

Mantrarajashatnamavalih मंत्रराजशतनामावली एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के 100 नामों का वर्णन करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव की महिमा और शक्तियों को दर्शाता है। मंत्रराजशतनामावली की रचना ऋषि वेदव्यास ने की थी। यह स्तोत्र शिवपुराण के शिवमहात्म्य…

मृत्युञ्जयगर्भितस्तोत्रम् Mrityunjaygarbhitastotram

Mrityunjaygarbhitastotram मृत्युंजयगर्भितस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र मृत्युंजय स्तोत्र के आधार पर रचित है, लेकिन इसमें कुछ अतिरिक्त मंत्रों को शामिल किया गया है। मृत्युंजयगर्भितस्तोत्रम् की रचना ऋषि मार्कंडेय ने…

मृत्युञ्जयस्तोत्रम् Mrityunjay Stotram

Mrityunjay Stotram मृत्युंजय स्तोत्र एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। इस स्तोत्र का पाठ करने से मृत्यु का भय दूर होता है और व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा और साहस का संचार होता है।…

वीरभद्राष्टोत्तरशतनामावलिः Veerbhadrashottarashatanamavalih

Veerbhadrashottarashatanamavalih वीरभद्रषोत्तरशातनामावली एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के गण वीरभद्र की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 100 नामों का एक संग्रह है जो वीरभद्र के गुणों और शक्तियों को दर्शाता है। वीरभद्रषोत्तरशातनामावली का अर्थ है: “वीरभद्र…