श्रीकालहस्तीश्वरस्तोत्रम् Sri Kalahastishvara Stotram

Sri Kalahastishvara Stotram श्री कालाहस्तीश्वर स्तोत्रम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के कालाहस्तीश्वर रूप की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 10 छंदों में लिखा गया है, और प्रत्येक छंद में कालाहस्तीश्वर के एक विशेष गुण या विशेषता का…

श्रीनटराजहृदयभावनासप्तकम् Srinatarajahridayabhavanasaptakam

Srinatarajahridayabhavanasaptakam श्री नटराजहृदयभावन सप्तकम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के नटराज रूप की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 7 छंदों में लिखा गया है, और प्रत्येक छंद में नटराज के एक विशेष गुण या विशेषता का वर्णन किया…

श्रीभैरवाष्टकम् २ Sri Bhairava Ashtakam 2

Sri Bhairava Ashtakam 2 श्री भैरव अष्टकम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के भैरव रूप की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 8 छंदों में लिखा गया है, और प्रत्येक छंद में भैरव के एक विशेष गुण या विशेषता…

श्रीमध्यार्जुनेशाष्टकम् Srimadhyarjuneshashtakam

Srimadhyarjuneshashtakam श्रीमध्यर्जुनेशष्टकम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के भैरव रूप, मध्यर्जुनेश की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 8 छंदों में लिखा गया है, और प्रत्येक छंद में मध्यर्जुनेश के एक विशेष गुण या विशेषता का वर्णन किया गया…

श्रीमहाकालमङ्गलम् Srimahakalamangalam

Srimahakalamangalam श्रीमहालकालेश्वरम भारत के मध्य प्रदेश राज्य के उज्जैन शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जिन्हें महाकाल के रूप में जाना जाता है। मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जो भगवान…

श्रीमहालिङ्गस्तुतिः Srimahalingastuti

Srimahalingastuti अनादिमलसंसार रोगवैद्याय शम्भवे । नमश्शिवाय शान्ताय ब्रह्मणे लिङ्गमूर्तये ॥ १॥ आदिमध्यान्तहीनाय स्वभावानलदीप्तये । नमश्शिवाय शान्ताय ब्रह्मणे लिङ्गमूर्तये ॥ २॥ प्रलयार्णवसंस्थाय प्रलयोत्पत्तिहेतवे । नमश्शिवाय शान्ताय ब्रह्मणे लिङ्गमूर्तये ॥ ३॥ श्रीमहेश्वरप्रातःस्मरणं एवं पञ्चरत्नस्तोत्रम् Sri Maheshwara Pratah Smaranam and Pancharatna Stotram

श्रीमहेश्वरप्रातःस्मरणं एवं पञ्चरत्नस्तोत्रम् Sri Maheshwara Pratah Smaranam and Pancharatna Stotram

Sri Maheshwara Pratah Smaranam and Pancharatna Stotram श्री महेश्वर प्रातः स्मृति और पंचरत्न स्तोत्र दो संस्कृत श्लोक हैं जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करते हैं। ये श्लोक भक्तों को भगवान शिव की भक्ति में प्रेरित करते हैं। श्री…

श्रीमहेश्वरप्रातःस्मरणं एवं पञ्चरत्नस्तोत्रम् Sri Maheshwara Pratah Smaranam and Pancharatna Stotram

Sri Maheshwara Pratah Smaranam and Pancharatna Stotram श्री महेश्वर प्रातः स्मृति एक संस्कृत श्लोक है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह श्लोक भक्तों को भगवान शिव को प्रातःकाल याद करने के लिए प्रेरित करता है। श्लोक…

श्रीमार्तण्डभैरवध्यानम् Srimartandbhairavadhyanam

Srimartandbhairavadhyanam श्रीमृर्तंड़ भैरव ध्यानं एक भैरव ध्यान है जो भगवान शिव के भैरव रूप, मार्तंड भैरव का ध्यान करता है। यह ध्यान भक्तों को मार्तंड भैरव के दिव्य रूप और गुणों को ध्यान में रखने में मदद करता है। ध्यान…

श्रीरुद्राष्टकं तुलसीदासकृतम् Shrirudrashtakam tulsidaskritam

 Shrirudrashtakam tulsidaskritam हाँ, श्रीरुद्राष्टकम तुलसीदास कृत है। यह एक संस्कृत श्लोक है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह श्लोक तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस के उत्तरकाण्ड में पाया जाता है। श्लोक इस प्रकार है: नमामीशमीशान निर्वाणरूपं विभुं…

श्रीशिव नीरांजनम् Sri Shiva Neeranjanam

Sri Shiva Neeranjanam श्री शिव निराजनम् एक शिव आरती है जो भगवान शिव की पूजा के अंत में की जाती है। यह आरती भगवान शिव को निराकार रूप में दर्शाती है, जो सभी रूपों और गुणों से परे हैं। आरती…

श्रीशिवनवरत्नमालास्तवः Shrishivanvaratnamalastvah

Shrishivanvaratnamalastvah श्रीशिवन्वरत्नमालास्थव एक संस्कृत श्लोक है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह श्लोक भगवान शिव को सभी देवताओं का स्वामी, ब्रह्मांड का रक्षक और सृष्टि, पालन और संहार के तीनों कार्यों का पालन करने वाला बताता…