श्रीमदनादिसिद्धलिङ्गस्तवनम् Srimadanadisiddhalingastavanam

Srimadanadisiddhalingastavanam श्रीमदनादिसिद्धलिंगस्तवनम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 8 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक भगवान शिव के एक विशेष गुण या स्वरूप की प्रशंसा करता है। स्तोत्र का प्रारंभिक श्लोक…

श्रीमदानन्दनटराजाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् Shrimadanandanatarajaashtottarashatanamastotram

Shrimadanandanatarajaashtottarashatanamastotram श्रीमदानंदनटाराजाशोततरशतनामास्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 108 नामों का एक वर्णन है जो भगवान शिव के विभिन्न गुणों और विशेषताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। स्तोत्र का प्रारंभिक श्लोक भगवान…

श्रीमदानन्दनटराजाष्टोत्तरशतनामावलिः Srimadanandanatarajaashtottarashatanamavalih

Srimadanandanatarajaashtottarashatanamavalih श्रीमदानंदनटाराजाशोततरशतनामावली एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 108 नामों का एक वर्णन है जो भगवान शिव के विभिन्न गुणों और विशेषताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। स्तोत्र का प्रारंभिक श्लोक भगवान…

श्री मदृष्यश‍ृङ्गेश्वरस्तुतिः Shree Madrishya Shringeshwar Stuti:

Shree Madrishya Shringeshwar Stuti: श्री माद्रिश्या श्रृंगेश्वर स्तुति एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक भगवान शिव के एक विशेष गुण या स्वरूप की प्रशंसा…

श्रीमल्लारीध्यानम् Srimallaridhyanam

Srimallaridhyanam श्रीमल्लिराध्यनाम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 108 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक भगवान शिव के एक विशेष गुण या स्वरूप की प्रशंसा करता है। स्तोत्र का प्रारंभिक श्लोक…

श्रीरामलिङ्गाष्टकम् Shriramlingashtakam

Shriramlingashtakam श्रीरामलिंगाशतकम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के एक रूप, रामलिंग की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 8 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक भगवान शिव के एक विशेष गुण या स्वरूप की प्रशंसा करता है।…

श्रीरुद्रमङ्गलाशंसनम् Srirudramangalashanam

Srirudramangalashanam श्रीरुद्रमंगलाशनम् एक संस्कृत श्लोक है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह श्लोक भगवान शिव को मंगलेश के रूप में प्रशंसा करता है। श्लोक का प्रारंभिक श्लोक भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है: नमस्ते…

श्रीलोकनायकीपापविनाशेश्वरस्तोत्रम् Srilokanayakipaapvinasheshwarastotram

Srilokanayakipaapvinasheshwarastotram श्रीलोकनायकिपापविनाशेशस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र भगवान शिव को लोकनायक और पापविनाशेश के रूप में प्रशंसा करता है। स्तोत्र का प्रारंभिक श्लोक भगवान शिव की महिमा का वर्णन करता…

श्रीवालिशैलाधिनाथत्रयम् Srivalishailadhinathatrayam

Srivalishailadhinathatrayam श्रीवल्लिसैलाधिनैत्रयम् भगवान शिव के तीन रूपों को संदर्भित करता है जो श्रीवल्लिसैला मंदिर में स्थित हैं। इन तीन रूपों का नाम मल्लिकार्जुन, मल्लिकार्जुन स्वामी और मल्लिकार्जुन स्वामी है। मल्लिकार्जुन भगवान शिव के एक रूप हैं जो एक विशाल चट्टान…

श्रीविश्वनाथस्तोत्रम् Sri Vishwanath Stotram

Sri Vishwanath Stotram श्री विश्वनाथ स्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव के एक रूप, विश्वनाथ की प्रशंसा करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है, प्रत्येक श्लोक भगवान शिव के एक विशेष गुण या स्वरूप की प्रशंसा…

श्रीवीरभद्रदण्डकम् १ Sriveerbhadradandakam 1

Sriveerbhadradandakam 1 श्रीवीरभद्रदण्डकम् 1 **अथ श्रीवीरभद्रदण्डकम् ॥ **ॐ नमस्ते वीरभद्राय । **नमस्ते रुद्ररूपाय । **नमस्ते शिवरूपाय । **नमस्ते त्रिलोचनाय । **नमस्ते महादेवाय । **नमस्ते गणनाथाय । **नमस्ते त्रिपुरान्तकाय । **नमस्ते त्रिशूलधारकाय । **नमस्ते त्रिलोकनाथाय । **नमस्ते करालारुद्राय । **नमस्ते कालरूपाय…

श्रीशिवस्तुतिः १५ Shri Shivastuti: 15

Shri Shivastuti: 15 श्री शिवस्तुति: १५ नमस्ते सर्वदेवेभ्यो नमस्ते सर्वदेवेभ्यः । नमस्ते सर्वदेवेभ्यो नमस्ते शिवाय नमः ॥ १५ ॥ अर्थ: मैं सभी देवताओं को नमस्कार करता हूं, मैं सभी देवताओं को नमस्कार करता हूं, मैं सभी देवताओं को नमस्कार करता…