Nigrahastakam निग्रहाष्टकम् एक प्राचीन स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में रचित है। यह स्तोत्र 8 श्लोकों में विभाजित है। प्रत्येक श्लोक में भगवान शिव के एक विशेष रूप या गुण का वर्णन किया गया है। यह स्तोत्र भगवान…
Niraashaajanakatrayaashtakam निराशाजानाकत्रयष्टकम् एक प्राचीन स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में रचित है। यह स्तोत्र 8 श्लोकों में विभाजित है। प्रत्येक श्लोक में भगवान शिव के एक विशेष रूप या गुण का वर्णन किया गया है। यह स्तोत्र भगवान…
Pancharatnastuti पंचरात्र स्तोत्र एक प्राचीन स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में रचित है। यह स्तोत्र 5 श्लोकों में विभाजित है। प्रत्येक श्लोक में भगवान शिव के एक विशेष रूप या गुण का वर्णन किया गया है। यह स्तोत्र…
Pradoshastotram प्रदोष स्तोत्र एक प्राचीन स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में रचित है। यह स्तोत्र 27 श्लोकों में विभाजित है। प्रत्येक श्लोक में भगवान शिव के एक विशेष रूप या गुण का वर्णन किया गया है। यह स्तोत्र…
Baankrita Shivstutih बंककृत शिवस्तुति एक प्राचीन स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में रचित है। यह स्तोत्र 20 श्लोकों में विभाजित है। प्रत्येक श्लोक में भगवान शिव के एक विशेष रूप या गुण का वर्णन किया गया है। यह…
Brahmakrita Shivstutih ब्रह्मकृत शिवस्तुति एक प्राचीन स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में रचित है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है। प्रत्येक श्लोक में भगवान शिव के एक विशेष रूप या गुण का वर्णन किया गया है। यह…
Ramanathashtakam 2 रामनाथाष्टकम् २ एक प्राचीन स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में रचित है। यह स्तोत्र 8 श्लोकों में विभाजित है। प्रत्येक श्लोक में भगवान शिव के एक विशेष रूप या गुण का वर्णन किया गया है। यह…
Rudropanishat रुद्रोपनिषद् एक प्राचीन उपनिषद् है जो भगवान शिव की महिमा और शक्ति का वर्णन करता है। यह उपनिषद् 6 अध्यायों में विभाजित है। प्रत्येक अध्याय में भगवान शिव के एक विशेष पहलू का वर्णन किया गया है। यह उपनिषद्…
Lingashtakan लिंगाष्टक एक प्राचीन स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति में रचित है। यह स्तोत्र 8 श्लोकों में विभाजित है। प्रत्येक श्लोक में भगवान शिव के एक विशेष रूप या गुण का वर्णन किया गया है। यह स्तोत्र भगवान…
Lingopanishat लिंगोपनिषद् एक प्राचीन उपनिषद् है जो लिंग-पूजा के महत्व का वर्णन करता है। यह उपनिषद् 12 अध्यायों में विभाजित है। प्रत्येक अध्याय में लिंग-पूजा के एक विशेष पहलू का वर्णन किया गया है। यह उपनिषद् लिंग-पूजा के सिद्धांतों और…
Vaatulanathsutraani वातुलनाथसूत्राणि एक प्राचीन ग्रंथ है जो वास्तुकला के नियमों का वर्णन करता है। यह ग्रंथ 100 सूत्रों में विभाजित है। प्रत्येक सूत्र में वास्तुकला के एक विशेष पहलू का वर्णन किया गया है। यह ग्रंथ वास्तुकला के सिद्धांतों और…
Vishwanathnagaristotram विश्वनाथनगरीस्तोत्रम् एक प्राचीन स्तोत्र है जो वाराणसी शहर की स्तुति में रचित है। यह स्तोत्र 100 श्लोकों में विभाजित है। प्रत्येक श्लोक में वाराणसी शहर की सुंदरता, पवित्रता और महत्व का वर्णन किया गया है। यह स्तोत्र वाराणसी शहर…