• Version
  • Download 215
  • File Size 0.00 KB
  • File Count 1
  • Create Date November 14, 2023
  • Last Updated November 14, 2023

श्रीकृष्णमुक्तक भगवान कृष्ण की महिमा का वर्णन करने वाले संस्कृत मुक्तक हैं। ये मुक्तक विभिन्न कवियों द्वारा रचित हैं।

श्रीकृष्णमुक्तक की कुछ पंक्तियाँ निम्नलिखित हैं:

shreekrshnamuktakam

श्रीकृष्णमुक्तक

कवि: विद्यापति

हे कृष्ण, तुम हो सबके स्वामी, तुम हो सबके पालनहार, तुम हो सबके उद्धारक।

तुम हो सत्य, तुम हो प्रेम, तुम हो करुणा, तुम हो ज्ञान, तुम हो बुद्धि, तुम हो शक्ति।

तुम हो सबके प्रिय, तुम हो सबके पूज्य, तुम हो सबके गुरु, तुम हो सबके मसीहा।

कवि: सूरदास

हे कृष्ण, तुम हो गोकुल के ग्वाले, तुम हो गोपियों के प्रियतम, तुम हो रास लीला के नायक।

तुम हो कंस का वध करने वाले, तुम हो अर्जुन को उपदेश देने वाले, तुम हो महाभारत के नायक।

कवि: तुलसीदास

हे कृष्ण, तुम हो राम के अवतार, तुम हो माँ यशोदा के लाल, तुम हो गोकुल के ग्वाले।

तुम हो राधा के प्रियतम, तुम हो रास लीला के नायक, तुम हो भक्तों के प्रियतम।

श्रीकृष्णमुक्तक का पाठ करने से भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है। ये मुक्तक अपने भक्तों को सभी पापों से मुक्त करते हैं।

श्रीकृष्णमुक्तक के पाठ के लाभ निम्नलिखित हैं:

  • ये मुक्तक भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त करने में मदद करते हैं।
  • ये मुक्तक सभी पापों से मुक्त करने में मदद करते हैं।
  • ये मुक्तक मन को शांत करने और शांति प्रदान करने में मदद करते हैं।
  • ये मुक्तक ज्ञान और बुद्धि प्रदान करने में मदद करते हैं।

श्रीकृष्णमुक्तक का पाठ करने के लिए, आप इसे किसी भी समय और किसी भी स्थान पर कर सकते हैं। आप इसे ज़ोर से या मन में पढ़ सकते हैं। आप इसे एक निश्चित संख्या में बार भी पढ़ सकते हैं, जैसे कि 108 या 1008 बार।

यदि आप भगवान कृष्ण के भक्त हैं, तो श्रीकृष्णमुक्तक का पाठ करना एक अच्छा तरीका है। ये मुक्तक आपको भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त करने और अपने जीवन में शांति और समृद्धि प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।

श्रीकृष्णमुक्तक का पाठ करने का एक तरीका निम्नलिखित है:

  1. सबसे पहले, एक शुद्ध स्थान पर बैठें।
  2. अपने हाथों को जोड़ें और भगवान कृष्ण को प्रणाम करें।
  3. श्रीकृष्णमुक्तक का पाठ शुरू करें।
  4. प्रत्येक पंक्ति का अर्थ समझते हुए पाठ करें।
  5. मुक्तक का पाठ पूरा होने पर, भगवान कृष्ण को धन्यवाद दें।

आप श्रीकृष्णमुक्तक का पाठ किसी भी समय कर सकते हैं, लेकिन सुबह और शाम का समय इसके लिए सबसे अच्छा माना जाता है।


Download

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *