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  • Create Date November 6, 2023
  • Last Updated November 6, 2023

Shivaramashtakam

शिवरामष्टक एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव और भगवान राम की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 8 छंदों में लिखा गया है, और प्रत्येक छंद में शिव और राम के एक विशेष गुण या विशेषता का वर्णन किया गया है।

शिवरामष्टक की रचना अज्ञात है, लेकिन यह माना जाता है कि इसे एक महान भक्त ने लिखा था। शिवरामष्टक का पाठ करने से भक्तों को शिव और राम की कृपा प्राप्त करने में मदद मिल सकती है। यह स्तोत्र भक्तों को शिव और राम के दिव्य गुणों और शक्तियों को याद रखने और उनकी भक्ति में प्रेरित करने में मदद करता है।

शिवरामष्टक के कुछ महत्वपूर्ण छंद इस प्रकार हैं:

  • पहला छंद:

हे शिव और राम, आप दोनों ही ब्रह्मांड के निर्माता और पालनहार हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों के रक्षक हैं।

  • दूसरा छंद:

आप दोनों ही ज्ञान और अंतर्दृष्टि के स्रोत हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को मार्गदर्शन करते हैं।

  • तीसरा छंद:

आप दोनों ही करुणा और दया के प्रतीक हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को संरक्षण प्रदान करते हैं।

  • चौथा छंद:

आप दोनों ही शक्ति और दृढ़ संकल्प के प्रतीक हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को सुरक्षा प्रदान करते हैं।

  • पांचवां छंद:

Shivaramashtakam

आप दोनों ही प्रेम और करुणा के प्रतीक हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को आनंद प्रदान करते हैं।

  • छठा छंद:

आप दोनों ही ब्रह्मांड के रहस्यों को प्रकट करते हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को ज्ञान प्रदान करते हैं।

  • सातवां छंद:

आप दोनों ही मोक्ष के मार्ग को दिखाते हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को मुक्ति प्रदान करते हैं।

शिवरामष्टक एक शक्तिशाली स्तोत्र है जो भक्तों को शिव और राम की कृपा प्राप्त करने में मदद कर सकता है। यह स्तोत्र भक्तों को शिव और राम के दिव्य गुणों और शक्तियों को याद रखने और उनकी भक्ति में प्रेरित करने में मदद करता है।

शिवरामष्टक का हिंदी अनुवाद:

पहला छंद:

हे शिव और राम, आप दोनों ही ब्रह्मांड के निर्माता और पालनहार हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों के रक्षक हैं।

अनुवाद:

हे शिव और राम, आप दोनों ही समस्त ब्रह्मांड के रचयिता और रक्षक हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों के आश्रयदाता हैं।

दूसरा छंद:

आप दोनों ही ज्ञान और अंतर्दृष्टि के स्रोत हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को मार्गदर्शन करते हैं।

अनुवाद:

आप दोनों ही ज्ञान और बोध के भंडार हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को सही मार्गदर्शन करते हैं।

तीसरा छंद:

आप दोनों ही करुणा और दया के प्रतीक हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को संरक्षण प्रदान करते हैं।

अनुवाद:

आप दोनों ही करुणा और दया के अवतार हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को सुरक्षा प्रदान करते हैं।

चौथा छंद:

आप दोनों ही शक्ति और दृढ़ संकल्प के प्रतीक हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को सुरक्षा प्रदान करते हैं।

अनुवाद:

आप दोनों ही शक्ति और दृढ़ संकल्प के प्रतीक हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को सुरक्षा प्रदान करते हैं।

पांचवां छंद:

आप दोनों ही प्रेम और करुणा के प्रतीक हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को आनंद प्रदान करते हैं।

अनुवाद:

आप दोनों ही प्रेम और करुणा के स्रोत हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को आनंद प्रदान करते हैं।

छठा छंद:

आप दोनों ही ब्रह्मांड के रहस्यों को प्रकट करते हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को ज्ञान प्रदान करते हैं।

अनुवाद:

आप दोनों ही ब्रह्मांड के रहस्यों के ज्ञाता हैं। आप दोनों ही सभी प्राणियों को ज्ञान प्रदान करते हैं।

सातवां छंद:

आप दोनों ही मोक्ष के मार्ग

शिवलोचनस्तुतिः Shivalochanastuti:


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