• Version
  • Download 437
  • File Size 0.00 KB
  • File Count 1
  • Create Date October 16, 2023
  • Last Updated October 16, 2023

श्रीनंदिशवरष्टकम् एक जैन स्तोत्र है जो भगवान श्रीनंदिशवर को समर्पित है। यह स्तोत्र में, भगवान श्रीनंदिशवर के आठ गुणों की स्तुति की गई है। इन गुणों में से प्रत्येक भगवान श्रीनंदिशवर की आध्यात्मिक महानता और उनकी कृपा का प्रतीक है।

श्रीनंदिशवरष्टकम् की रचना आचार्य श्री पूज्यपाद स्वामी ने की थी। यह स्तोत्र जैन धर्म के अनुयायियों द्वारा नियमित रूप से पढ़ा और गाया जाता है।

श्रीनंदिशवरष्टकम् के आठ गुण निम्नलिखित हैं:

  • नंदीश्वर: भगवान शिव के वाहन नंदी के रूप में अवतरित
  • महाबल: अत्यंत शक्तिशाली
  • उत्तम गणनाम: सर्वश्रेष्ठ गणनाम
  • प्रथम वंदनीय: सबसे पहले वंदनीय
  • अष्टमहविभूति: आठ महाविभूतियों के स्वामी
  • त्रिलोकसार: तीनों लोकों का सार
  • चतुर्मुख: चार मुख वाले
  • पंचमहालक्षण: पांच महालक्षणों के स्वरूप

श्रीनंदिशवरष्टकम् की स्तुति से भगवान श्रीनंदिशवर की कृपा प्राप्त होती है। यह स्तोत्र भक्तों को आध्यात्मिक मार्ग पर आगे बढ़ने में मदद करता है।

श्रीनंदिशवरष्टकम् का पाठ हिंदी में इस प्रकार है:

श्रीनंदिशवरष्टकम्

नंदीश्वर महाबल, उत्तम गणनाम। प्रथम वंदनीय, अष्टमहविभूति। त्रिलोकसार चतुर्मुख, पंचमहालक्षण। श्रीनंदिशवर नमो नमः।

अर्थ:

नंदीश्वर, महाबल, उत्तम गणनाम, सबसे पहले वंदनीय, आठ महाविभूतियों के स्वामी, तीनों लोकों का सार, चार मुख वाले, पांच महालक्षणों के स्वरूप, श्रीनंदिशवर को बार-बार नमन।

श्रीनंदिशवरष्टकम् का पाठ संस्कृत में इस प्रकार है:

श्रीनंदिशवरष्टकम्

नंदीश्वर महाबलः, उत्तम गणनामः। प्रथम वंदनीयः, अष्टमहविभूतिः। त्रिलोकसारः चतुर्मुखः, पंचमहालक्षणः। श्रीनंदिशवर नमो नमः।

अनुवाद:

नंदीश्वर, महाबल, उत्तम गणनाम, सबसे पहले वंदनीय, आठ महाविभूतियों के स्वामी, तीनों लोकों का सार, चार मुख वाले, पांच महालक्षणों के स्वरूप, श्रीनंदिशवर को बार-बार नमन।

श्रीनंदिशवरष्टकम् का महत्व

श्रीनंदिशवरष्टकम् एक शक्तिशाली स्तोत्र है जो भक्तों को भगवान श्रीनंदिशवर की कृपा प्राप्त करने में मदद कर सकता है। यह स्तोत्र भक्तों को आध्यात्मिक मार्ग पर आगे बढ़ने और मोक्ष प्राप्त करने में भी मदद कर सकता है।

श्रीनंदिशवरष्टकम् के नियमित पाठ से भक्तों को निम्नलिखित लाभ प्राप्त हो सकते हैं:

  • भगवान श्रीनंदिशवर की कृपा प्राप्त होती है।
  • भक्ति की भावना बढ़ती है।
  • आध्यात्मिक मार्ग पर आगे बढ़ने में मदद मिलती है।
  • मोक्ष प्राप्त करने की संभावना बढ़ती है।

यदि आप भगवान श्रीनंदिशवर की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं और आध्यात्मिक मार्ग पर आगे बढ़ना चाहते हैं, तो श्रीनंदिशवरष्टकम् का नियमित पाठ करें।


Download

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *