• Version
  • Download 4602
  • File Size 0.00 KB
  • File Count 1
  • Create Date October 16, 2023
  • Last Updated October 16, 2023

श्रीराधादमोदर ध्यानम्

अर्थ

(1) हे श्रीकृष्ण! आपके श्याम वर्ण से वृंदावन के हरे-भरे वृक्षों की शोभा बढ़ जाती है। आपके बालों में मोर पंख की माला शोभायमान है। आपके हाथों में बांसुरी है और आपके मुख पर मुस्कान है। आपके चारों ओर गोपियाँ नाच रही हैं।

(2) हे श्रीकृष्ण! आपके नेत्र कमल के समान हैं। आपके गाल चंद्रमा के समान हैं। आपकी नाक सुंदर है। आपकी ठुड्डी सुंदर है। आपके कान सुंदर हैं। आपका शरीर सुंदर है। आप पूर्ण रूप से सुंदर हैं।

(3) हे श्रीकृष्ण! आपके वस्त्रों का रंग पीला है। आपके पैरों में चप्पल है। आपके हाथों में कंगन है। आपके गले में माला है। आपके सिर पर मुकुट है। आप पूरी तरह से सुसज्जित हैं।

(4) हे श्रीकृष्ण! आपके पास सभी प्रकार के गुण हैं। आप ज्ञानी हैं। आप दयालु हैं। आप शक्तिशाली हैं। आप सभी जीवों के लिए दयालु हैं। आप सभी जीवों के लिए प्रेरणा हैं।

(5) हे श्रीकृष्ण! आप मेरे आराध्य हैं। मैं आपका शरणागत हूँ। मैं आपकी कृपा से प्रेम, भक्ति और मोक्ष प्राप्त करना चाहता हूँ।


श्रीराधकृष्णाष्टोत्तरशतनामावली

अर्थ

(1) श्रीकृष्ण, श्रीराधा, गोपीनाथ, गोविंद, मुरारी, माधव, मधुसूदन, कृष्ण, केशव, नंदलाल, यशोदानंदन, गोपाल, देवकीनंदन, वंशीधर, राधिकाप्रिय, यमुना तटवासी, वृंदावनवासी, गोकुलवासी, ब्रजवासी, त्रिविक्रम, वामन, हृषीकेश, गोपियों के प्रियतम, गोपियों के आराध्य, गोपियों के स्वामी, गोपियों के रक्षक, गोपियों के पति, गोपियों के प्रेमी, गोपियों के राधेश्याम, गोपियों के कृष्ण, गोपियों के श्याम, गोपियों के गोपाल, गोपियों के नंदलाल, गोपियों के यशोदानंदन, गोपियों के वंशीधर, गोपियों के राधिकाप्रिय, गोपियों के यमुना तटवासी, गोपियों के वृंदावनवासी, गोपियों के ब्रजवासी, गोपियों के त्रिविक्रम, गोपियों के वामन, गोपियों के हृषीकेश।

(2) हे श्रीकृष्ण! आप गोपियों के लिए सर्वस्व हैं। आप गोपियों के लिए प्रेरणा हैं। आप गोपियों के लिए आशा हैं। आप गोपियों के लिए आनंद हैं। आप गोपियों के लिए प्रेम हैं। आप गोपियों के लिए भक्ति हैं। आप गोपियों के लिए मोक्ष हैं।

(3) हे श्रीकृष्ण! मैं आपका शरणागत हूँ। मैं आपकी कृपा से प्रेम, भक्ति और मोक्ष प्राप्त करना चाहता हूँ।


श्रीकृष्ण और श्रीराधा की ध्यान और नामावली भक्तों को उनके प्रेम को समझने और अनुभव करने में मदद करती है। यह भक्तों को उनके प्रेम की ओर ले जाती है और उन्हें पूर्णता की प्राप्ति में मदद करती है।


Download

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *