- Version
- Download 679
- File Size 0.00 KB
- File Count 1
- Create Date October 11, 2023
- Last Updated July 29, 2024
श्री सरस्वती अष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो देवी सरस्वती की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 108 नामों से देवी सरस्वती की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र 108 श्लोकों में विभाजित है।
श्री सरस्वती अष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् की कुछ पंक्तियाँ इस प्रकार हैं:
1. महाभद्रा महामाया महाविद्या महेश्वरी । विद्यारूपिणी देवी नमस्ते सरस्वती ॥
अर्थ: हे देवी सरस्वती, आप महाभद्रा, महामाया, महाविद्या और महेश्वरी हैं। आप विद्या की रूपिणी हैं, आपको नमस्कार है।
2. ज्ञानवर्द्धिनी देवी नमस्ते सरस्वती । बुद्धिप्रदा भवानी देवी नमस्ते सरस्वती ॥
अर्थ: हे देवी सरस्वती, आप ज्ञान की वृद्धि करने वाली हैं, आपको नमस्कार है। आप बुद्धि की दाता हैं, आपको नमस्कार है।
3. सर्वकलामयी देवी नमस्ते सरस्वती । वाग्देवी त्रिपुरा सुन्दरी नमस्ते सरस्वती ॥
अर्थ: हे देवी सरस्वती, आप सभी कलाओं की देवी हैं, आपको नमस्कार है। आप वाणी की देवी और त्रिपुरा सुन्दरी हैं, आपको नमस्कार है।
श्री सरस्वती अष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् का महत्व
श्री सरस्वती अष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् एक शक्तिशाली स्तोत्र है जो देवी सरस्वती की महिमा का वर्णन करती है। यह स्तोत्र भक्तों को ज्ञान, बुद्धि, रचनात्मकता और सफलता प्राप्त करने में मदद करती है।
श्री सरस्वती अष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् का पाठ करने से भक्तों को निम्नलिखित लाभ होते हैं:
- ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि होती है।
- रचनात्मकता बढ़ती है।
- सफलता प्राप्त करने में मदद मिलती है।
- विद्या, कला और संगीत में प्रवीणता प्राप्त होती है।
- वाणी में मधुरता आती है।
- मन और तन शुद्ध होता है।
- जीवन में शांति और सुख आता है।
श्री सरस्वती अष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् का पाठ कैसे करें
श्री सरस्वती अष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् का पाठ करने के लिए, निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- एक स्वच्छ स्थान पर बैठ जाएं।
- अपने हाथों को जोड़कर देवी सरस्वती को प्रणाम करें।
- स्तोत्र को ध्यान से पढ़ें या सुनें।
- स्तोत्र को कम से कम तीन बार पढ़ें या सुनें।
- अंत में, देवी सरस्वती से अपनी इच्छाओं को पूरा करने की प्रार्थना करें।
श्री सरस्वती अष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् का पाठ नियमित रूप से करने से ज्ञान, बुद्धि, रचनात्मकता और सफलता की शक्ति प्राप्त होती है।
Download