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- Create Date October 11, 2023
- Last Updated October 11, 2023
अर्थ:
हे भगवान रामकृष्ण और माता शारदा, आप दोनों ही पूर्ण परमात्मा हैं। आप दोनों ही प्रेम के अवतार हैं। आप दोनों ही सभी जीवों के कल्याण के लिए हैं।
श्लोक 1:
जय श्री रामकृष्ण, जय शारदा माँ, तुम दोनों ही पूर्ण परमात्मा हो। तुम दोनों ही प्रेम के अवतार हो, तुम दोनों ही सभी जीवों के कल्याण के लिए हो।
श्लोक 2:
तुम दोनों ही सच्चे ज्ञान और भक्ति के भंडार हो, तुम दोनों ही सभी जीवों के मार्गदर्शक हो। तुम दोनों ही सभी जीवों के सच्चे गुरु हो, तुम दोनों ही सभी जीवों के उद्धारक हो।
श्लोक 3:
तुम दोनों ही सभी जीवों के लिए प्रेरणा हो, तुम दोनों ही सभी जीवों के आशीर्वाद हो। तुम दोनों ही सभी जीवों के लिए वरदान हो, तुम दोनों ही सभी जीवों के लिए शांति और सुख हो।
श्लोक 4:
हे भगवान रामकृष्ण, आपका नाम ही मेरे लिए सब कुछ है। मैं आपके नाम का जाप करके आपकी कृपा प्राप्त करना चाहता हूं।
श्लोक 5:
हे माता शारदा, आपकी कृपा से मैं भगवान रामकृष्ण की भक्ति प्राप्त करना चाहता हूं। मैं भगवान रामकृष्ण की भक्ति करके मोक्ष प्राप्त करना चाहता हूं।
श्लोक 6:
हे भगवान रामकृष्ण और माता शारदा, मैं आप दोनों को बार-बार प्रणाम करता हूं। मैं आप दोनों के चरणों में अपना जीवन समर्पित करता हूं।
श्री रामकृष्ण युगलस्तुति का महत्व और प्रभाव:
श्री रामकृष्ण युगलस्तुति एक महत्वपूर्ण हिंदू धार्मिक पाठ है। यह एक भक्ति स्तोत्र है जो भगवान रामकृष्ण और माता शारदा की महिमा का वर्णन करता है। यह पाठ सभी भक्तों के लिए एक प्रेरणा है।
यह पाठ भगवान रामकृष्ण और माता शारदा को एक आदर्श युगल के रूप में चित्रित करता है। वे प्रेम, करुणा, और ज्ञान के प्रतीक हैं। यह पाठ भक्तों को भगवान रामकृष्ण और माता शारदा की भक्ति करने के लिए प्रेरित करता है।
श्री रामकृष्ण युगलस्तुति एक सुंदर और भावपूर्ण पाठ है। यह पाठ सभी भक्तों के लिए एक आशीर्वाद है।
श्री रामकृष्ण युगलस्तुति का पाठ करने के लाभ:
- इस स्तोत्र का पाठ करने से भक्तों को भगवान रामकृष्ण और माता शारदा की कृपा प्राप्त होती है।
- यह पाठ भक्तों को आध्यात्मिक विकास में मदद करता है।
- यह पाठ भक्तों को शांति और सुख प्रदान करता है।
श्री रामकृष्ण युगलस्तुति का पाठ करने की विधि:
- इस स्तोत्र का पाठ सुबह, शाम, या किसी भी समय किया जा सकता है।
- इस स्तोत्र का पाठ करते समय एक शांत और स्वच्छ स्थान पर बैठें।
- स्तोत्र का पाठ ध्यानपूर्वक और श्रद्धापूर्वक करें।
- स्तोत्र का पाठ करने के बाद, भगवान रामकृष्ण और माता शारदा की प्रार्थना करें और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करें।
श्री रामकृष्ण युगलस्तुति का एक उदाहरण:
एक भक्त जो इस स्तोत्र का नियमित रूप से पाठ करता है, वह भगवान रामकृष्ण और माता शारदा की कृपा प्राप्त करता है। वह आध्यात्मिक विकास में आगे बढ़ता है और शांति और सुख प्राप्त करता है।
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