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  • Create Date October 4, 2023
  • Last Updated October 4, 2023

श्रीहनुमच्चतुर्विंशतिह एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान हनुमान के 24 नामों की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 16वीं शताब्दी में कवि हितैषी द्वारा रचित था।

श्रीहनुमच्चतुर्विंशतिह का पाठ निम्नलिखित है:

श्रीहनुमच्चतुर्विंशतिह

अथ श्रीहनुमच्चतुर्विंशतिह

॥ ॐ श्री हनुमते नमः ॥

१. बलवान हनुमान,
२. विक्रमी हनुमान,
३. वीर हनुमान,
४. महावीर हनुमान,
५. शक्तिमान हनुमान,
६. सिद्ध हनुमान,
७. ज्ञानी हनुमान,
८. भक्तिमान हनुमान,
९. कर्मयोगी हनुमान,
१०. दयालु हनुमान,
११. करुणामयी हनुमान,
१२. क्षमावान हनुमान,
१३. शुद्ध हनुमान,
१४. निर्मल हनुमान,
१५. शांतिप्रिय हनुमान,
१६. सत्यवादी हनुमान,
१७. वचनबद्ध हनुमान,
१८. कर्मठ हनुमान,
१९. निष्ठावान हनुमान,
२०. परोपकारी हनुमान,
२१. लोकप्रिय हनुमान,
२२. सर्वप्रिय हनुमान,
२३. जगद्विख्यात हनुमान,
२४. अमर हनुमान।

॥ ॐ श्री हनुमते नमः ॥

श्रीहनुमच्चतुर्विंशतिह का पाठ करने से भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त होती है और भक्तों को निम्नलिखित लाभ होते हैं:

  • सभी संकटों से मुक्ति मिलती है।
  • जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
  • रोग और पीड़ा से छुटकारा मिलता है।
  • बुरी आत्माओं से रक्षा होती है।
  • मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

श्रीहनुमच्चतुर्विंशतिह एक शक्तिशाली स्तोत्र है जो भक्तों को भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है।

श्रीहनुमच्चतुर्विंशतिह के 24 नामों का अर्थ निम्नलिखित है:

  • बलवान हनुमान: जो अत्यधिक बलवान हैं।
  • विक्रमी हनुमान: जो अत्यधिक शक्तिशाली हैं।
  • वीर हनुमान: जो अत्यधिक साहसी हैं।
  • महावीर हनुमान: जो महान योद्धा हैं।
  • शक्तिमान हनुमान: जो अत्यधिक शक्तिशाली हैं।
  • सिद्ध हनुमान: जो सभी सिद्धियों को प्राप्त कर चुके हैं।
  • ज्ञानी हनुमान: जो अत्यधिक ज्ञानी हैं।
  • भक्तिमान हनुमान: जो अत्यधिक भक्तिवान हैं।
  • कर्मयोगी हनुमान: जो कर्मयोग में निपुण हैं।
  • दयालु हनुमान: जो अत्यधिक दयालु हैं।
  • करुणामयी हनुमान: जो अत्यधिक करुणावान हैं।
  • क्षमावान हनुमान: जो अत्यधिक क्षमाशील हैं।
  • शुद्ध हनुमान: जो अत्यधिक पवित्र हैं।
  • निर्मल हनुमान: जो अत्यधिक निर्मल हैं।
  • शांतिप्रिय हनुमान: जो अत्यधिक शांतिप्रिय हैं।
  • सत्यवादी हनुमान: जो सदा सत्य बोलते हैं।
  • वचनबद्ध हनुमान: जो अपने वचनों का पालन करते हैं।
  • कर्मठ हनुमान: जो अत्यधिक परिश्रमी हैं।
  • निष्ठावान हनुमान: जो अपने कार्यों में निष्ठावान हैं।
  • परोपकारी हनुमान: जो दूसरों की भलाई करते हैं।
  • लोकप्रिय हनुमान: जो सभी के बीच लोकप्रिय हैं।
  • सर्वप्रिय हनुमान: जो सभी के द्वारा प्रिय हैं।
  • जगद्विख्यात हनुमान: जो पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं।
  • अमर हनुमान: जो अमर हैं।

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