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  • Create Date October 3, 2023
  • Last Updated October 3, 2023

मृतवत्सा कवच एक शक्तिशाली मंत्र है जो किसी महिला को मृतवत्सा दोष से मुक्त करने में मदद करता है। यह दोष तब होता है जब किसी महिला को लगातार दो या दो से अधिक बार गर्भपात होता है।

मृतवत्सा कवच की शुरुआत देवी दुर्गा के रूप मृतवत्सा के नामों के उच्चारण से होती है। फिर, देवी के स्वरूप और उनकी शक्तियों का वर्णन किया जाता है।

मृतवत्सा कवच का पाठ करने से निम्नलिखित लाभ होते हैं:

  • मृतवत्सा दोष से मुक्ति मिलती है।
  • गर्भधारण में सफलता मिलती है।
  • स्वस्थ और सुंदर बच्चे की प्राप्ति होती है।

मृतवत्सा कवच का पाठ करने के लिए किसी विशेष समय या स्थान की आवश्यकता नहीं होती है। इसे किसी भी समय और किसी भी स्थान पर किया जा सकता है।

मृतवत्सा कवच का पाठ करने की विधि निम्नलिखित है:

  1. सबसे पहले, एक स्वच्छ स्थान पर बैठें और अपने सामने एक दीपक जलाएं।
  2. फिर, देवी मृतवत्सा के नामों का उच्चारण करें।
  3. अब, देवी के स्वरूप और उनकी शक्तियों का वर्णन करते हुए कवच का पाठ करें।
  4. अंत में, देवी मृतवत्सा से अपने दोष से मुक्त होने की प्रार्थना करें।

मृतवत्सा कवच का पाठ करने से मृतवत्सा दोष से मुक्ति मिलती है। यह एक बहुत ही शक्तिशाली मंत्र है जो किसी महिला को एक स्वस्थ और सुंदर बच्चे की प्राप्ति में मदद कर सकता है।

मृतवत्सा कवच का पाठ करने के लिए निम्नलिखित मंत्र का उपयोग किया जाता है:

ॐ नमो भगवते श्रीमृतवत्सादेव्यै नमः

नमस्ते मृतवत्सा देवी स्त्रीभूत दानमी देव्याः कर्म स्वमय प्रभो

ह्रीं ऐं श्रीं वैं वैं वैं वैं रक्ष रक्ष सर्वभूतोपद्रवेब्यः स्वाहा ॥ इति श्रीमृतवत्सा कवचम् ॥

इस मंत्र का अर्थ है:

  • हे देवी मृतवत्सा,

  • हे स्त्रीभूत दान,

  • हे प्रभो, यह कर्म तुम्हारा ही है।

  • हे ह्रीं, ऐं, श्रीं, वैं, वैं, वैं,

  • सभी प्रकार के भूतों के उपद्रवों से रक्षो।

इस कवच का पाठ नियमित रूप से करने से देवी मृतवत्सा की कृपा प्राप्त होती है और मृतवत्सा दोष से मुक्ति मिलती है।


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