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- Create Date October 2, 2023
- Last Updated October 2, 2023
हयग्रीवकवचम् hygrivakavacham
महाभारत के अनुसार, हयग्रीवकवचम् एक मंत्र है जो विष्णु भगवान के हयग्रीव अवतार की रक्षा करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह मंत्र उसके विशेष कवच (रक्षा) को प्रदान करने का उद्देश्य रखता है।
हयग्रीवकवचम् अस्ति भगवान् हयग्रीवस्य स्वरूपं आविष्कृतं करोति अस्ति श्लोकसमूहं यस्मिन् हयग्रीवकवचे प्रथमं श्लोकं पठित्वा हयग्रीवकवचं स्मरन्ति च इत्यर्थः। मन्त्रसमूहं यस्य श्रावयति तस्य लभते हयग्रीवकवचस्य परिभाषाम्- हयग्रीवः देवता, ह्रीं बीजं, षट् तत्वानि, मन्त्रः, यः हयग्रीवकवचे पठति, तस्य जयं निश्चिनोति, दुर्भिक्षं नशयति, सर्वेषु कार्येषु समृद्धिं प्रददाति, विद्यामारोग्यं लभते संपतिं धनं च।