Gita Mahotsav:अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव हिंदुओं के पवित्र ग्रन्थ श्रीमद्भगवद गीता के प्रादुर्भाव का उत्साहित उत्सव स्वरुप है। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव हरियाणा सरकार द्वारा कुरूक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर पर मनाया जाता है। कुरुक्षेत्र वह भूमि है जहाँ भगवान कृष्ण ने अर्जुन को दिव्य ज्ञान अर्थात ‘भगवद गीता’ सुनाई थी। यह पवित्र ग्रंथ गीता जीवन की किसी भी समस्या का सभी समाधान प्रदान करता है।
गीता महोत्सव कब मनाया जाता है?(When is Geeta Mahotsav celebrated)
गीता महोत्सव का समापन हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष के 11वें दिन अर्थात गीता जयंती के साथ होता है। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव Gita Mahotsav की सभी तिथियाँ एवं कार्यक्रम हरियाणा सरकार निर्धारित करती है। इस वर्ष, गीता महोत्सव 28 नवंबर से 15 दिसंबर मनाया जा रहा है। हरियाणा सरकार द्वारा गीता जयंती को वर्ष 2016 में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के रूप में घोषित किया गया था।
गीता महोत्सव कहाँ मनाया जाता है? (Where is Geeta Mahotsav celebrated)
गीता महोत्सव Gita Mahotsav मुख्य रूप से हरियाणा के कुरूक्षेत्र में आयोजित किया जाता है, परन्तु महोत्सव का महत्वपूर्ण स्थल एवं सभी कार्यक्रमों का केंद्र विन्दु ब्रह्म सरोवर ही होता है। माना जाता है कि यह वही स्थान है जहाँ भगवान कृष्ण ने कुरूक्षेत्र युद्ध के दौरान अर्जुन को भगवद गीता सुनाई थी। यह स्थान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रसिद्ध ऋषि मनु ने यहीं मनुस्मृति लिखी थी। ऋग्वेद और सामवेद की रचना भी यहीं हुई थी।
गीता महोत्सव समारोह की प्रमुख गतिविधियाँ(Major activities of Geeta Mahotsav Celebrations)
गीता महोत्सव Gita Mahotsav, कुरुक्षेत्र का एक लोकप्रिय उत्सव है जिसके अंतर्गत मेला, यज्ञ, गीता पाठ, भजन, आरती, नृत्य और नाटक जैसी विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं। यह कार्यक्रम पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है, जिसमें मानव जाति पर इस पवित्र ग्रन्थ के प्रभाव को विद्वानों, दार्शनिकों, पुजारियों एवं ऋषियों द्वारा चर्चाओं, सेमिनार एवं संगोष्ठियों द्वारा मंथन किया जाता है। इसके अतिरिक्त, बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए मंचीय नाटक और गीता जप प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, जिसमें गीता के सार से युक्त पत्रक, पुस्तिकाएं और किताबें वितरित की जाती हैं।