Sawan 4th Somwar 2024 सावन सोमवार पर शिव पूजा सबसे शुभ फलदायी है. मान्यता है इससे अधूरी इच्छाएं जल्द पूरी होती है. हर तरह का तनाव खत्म होता है. जानें 2024 में सावन का चौथा सोमवार कब है ? Sawan Somwar 2024 सावन का महीना आमतौर पर जुलाई और अगस्त महीने में आता है और इसे शिव भक्तों के लिए बहुत पवित्र माना जाता है। इस महीने में पड़ने वाले सोमवार को विशेष महत्व दिया जाता है और शिव जी की पूजा-अर्चना की जाती है।
सावन का चौथा सोमवार 2024
सावन का चौथा सोमवार 12 अगस्त, 2024 को है।
Sawan Somwar 2024 सावन का महत्व
Sawan Somwar 2024 सावन हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण महीना है, Sawan Somwar 2024 जो भगवान शिव को समर्पित है। इस महीने में शिव भक्त विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और व्रत रखते हैं। मान्यता है कि इस दौरान भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। सावन के सोमवार को विशेष महत्व दिया जाता है।
चौथे सोमवार का महत्व
Sawan Somwar 2024 सावन के प्रत्येक सोमवार का अपना महत्व होता है, लेकिन चौथा सोमवार भी विशेष माना जाता है। इस दिन भगवान शिव की आराधना करने से विशेष फल प्राप्त होता है। मान्यता है कि इस दिन की गई पूजा-अर्चना से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
पूजा विधि
सावन के सोमवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें। शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और बेल पत्र, धतूरा, फूल आदि अर्पित करें। इसके अलावा, भगवान शिव के मंत्रों का जाप करें। पूजा के बाद ब्राह्मण को दान करें।
व्रत का महत्व
सावन के सोमवार को कई लोग व्रत रखते हैं। व्रत रखने से मन की शुद्धि होती है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। व्रत के दौरान सात्विक भोजन का सेवन करें और मन-वचन से भगवान शिव की आराधना करें।
सावन में क्या करें
- भगवान शिव की कथा सुनें और पढ़ें।
- शिव मंदिरों का दर्शन करें।
- गंगा जल से शिवलिंग का अभिषेक करें।
- दान-पुण्य करें।
सावन में क्या न करें
- मांस-मदिरा का सेवन न करें।
- झूठ न बोलें।
- किसी को दुख न पहुंचाएं।
सावन का चौथा सोमवार एक पवित्र अवसर है। इस दिन भगवान शिव Sawan Somwar 2024 की आराधना करने से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं। इसलिए, इस दिन को पूरे मनोयोग से मनाएं और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें।
क्यों पूछा जाता है
- धार्मिक महत्व: सावन के सोमवार को शिव जी को प्रसन्न करने के लिए विशेष व्रत और पूजा किए जाते हैं।
- मान्यताएं: मान्यता है कि सावन के सोमवार को शिव जी की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
- सांस्कृतिक महत्व: सावन का महीना कई हिंदू त्योहारों और रीति-रिवाजों से जुड़ा हुआ है।
सावन के सोमवार से जुड़ी कुछ रोचक बातें
- सावन का महत्व: सावन का महीना शिव जी को समर्पित होता है और इस महीने में शिवालयों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
- सोमवार का महत्व: सोमवार को चंद्रमा का दिन माना जाता है और चंद्रमा को शिव जी का प्रतीक माना जाता है।
- व्रत और पूजा: सावन के सोमवार को लोग व्रत रखते हैं और शिव जी को जल चढ़ाते हैं।
- कथाएं और लोकगीत: सावन के महीने में शिव जी से जुड़ी कई कथाएं और लोकगीत गाए जाते हैं।
Sawan Somwar 2024: शिव पुराण में शिव को पंचदेवों में प्रधान अनादि सिद्ध परमेश्वर के रूप में स्वीकार किया गया है. कहते हैं कि सावन के हर सोमवार पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय, पूजा की जाती है. इससे भक्तों को विशेष लाभ मिलता है और उनके दुःख-दर्द दूर हो जाते हैं.
अब सावन के दो सोमवार शेष हैं. सोमवार की पूजा और व्रत करने से सभी रुके हुए कार्यों को गति मिलती है. वहीं वैवाहिक जीवन खुशहाली के लिए सुहागिनें इस दिन व्रत रखती हैं. चौथा सावन सोमवार कब है, जानें यहां डेट, पूजा मुहूर्त.
चौथा सावन सोमवार 2024 डेट (Sawan Somwar 2024 List Date)
सावन का चौथा सोमवार 12 अगस्त 2024 को है. इसके बाद सावन का पांचवां सोमवार 19 अगस्त 2024 को होगा. इस दिन सावन की समाप्ति होगी. सावन के सोमवार को घर में सफेद रंग के नटराज, पार्थिव शिवलिंग, स्फटिक के शिवलिंग की स्थापना सर्वोत्तम मानी जाती है.
चौथा सावन सोमवार 2024 मुहूर्त (4th Sawan Somwar 2024 Muhurat)
- अमतृ (सर्वोत्तम) – सुबह 05.45 – सुबह 07.25
- शुभ (उत्तम) – सुबह 09.06 – सुबह 10.46
- शाम की पूजा का समय – शाम 05.28 – रात 08.28
पूजा विधि
सावन के चौथे सोमवार पर सुबह नहाने के पानी में गंगाजल डालकर स्नान करें, इसके बाद शुभ मुहूर्त में दूध से शिव जी का अभिषेक करें, फिर घी की धारा बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं, अब दही, शहद चढ़ाएं. फिर शक्कर से शिवलिंग को स्नान कराएं. स्वच्छ जल से महादेव को स्नान कराएं और फिर चंदन का टीका लगाकर भोलेनाथ पर घी का दीपक फूल, बेलपत्र, भांग की पत्तियां, शमी के पत्ते और मिठाई चढ़ाएं. शिव चालीसा का पाठ करें. आरती के बाद यथाशक्ति दान दें.
सावन सोमवार पूजा मंत्र
ॐ नंदराज नमः
ॐ भूतनाथ नमः
ॐ कैलाश पति नमः
ॐ ज्योतिलिंग नमः
ॐ नटराज नमः
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि KARMASU.IN किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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