Sakat chauth 2025 mein kab hai date and time: सकट चौथ का व्रत भगवान श्रीगणेश व माता सकट को समर्पित है। जानें जनवरी में सकट चौथ कब है-
Sakat chauth 2025 Kab Hai:हिंदू धर्म में चतुर्थी तिथि भगवान श्रीगणेश ganesh bhagwan को समर्पित है। हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतु्र्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी व्रत रखा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सकट चौथ का व्रत रखा जाता है। यह व्रत सकट माता को समर्पित है।
इस दिन माताएं अपने संतान की अच्छे स्वास्थ्य व खुशहाली की कामना से व्रत रखती हैं। सकट चौथ पर भगवान गणेश की पूजा का भी विधान है। मान्यता है कि इस दिन श्रीगणेश की पूजा करने से सुख-समृद्धि का आगमन होता है। सकट चौथ को तिलकुटा चौथ, माघी चौथ या व्रकतुण्ड चतुर्थी के नाम से जाना जाता है।
Sakat Chauth Significance: साल भर में 12 संकष्टी चतुर्थी व्रत आते हैं। इनमें से कुछ चतुर्थी साल की सबसे बड़ी चौथ में से एक हैं, उनमें से एक है सकट चौथ व्रत। सकट चौथ भगवान गणेश के सबसे महत्वपूर्ण पर्व में से एक है। हर साल माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन सकट चौथ का त्योहार मनाया जाता है।
सकट चौथ व्रत की महिमा से संतान की सभी चिंताएं दूर हो जाएंगी। भक्तों को सौभाग्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। सकट चौथ वर्ष की शुरुआत में पड़ता है, इसलिए जो लोग इस दिन व्रत रखते हैं। उन्हें पूरे वर्ष अनंत सुख, धन, सफलता और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। आइए जानते हैं 2025 में कब है सकट चौथ।
सकट चौथ चंद्रोदय टाइमिंग- सकट चौथ के दिन चन्द्रमा को जल अर्घ्य देने और पूजा करने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होचा है और जन्म कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है। सकट चौथ के दिन चंद्रमा निकलने का समय रात 09 बजकर 09 मिनट है।
कब है सकट चौथ? Sakat Chauth 2025
17 जनवरी 2025, शुक्रवार को सकट चौथ है। इसे संकष्टी चतुर्थी, सकट चौथ, तिलकुट चौथ, माघी चौथ, लंबोदर संकष्टी, तिलकुट चतुर्थी और संकटा चौथ आदि नामों से भी जाना जाता है।
सकट चौथ 2025 Sakat Chauth
माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि आरंभ: 17 जनवरी 2025, प्रातः 4 बजकर 06 मिनट पर
माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि समाप्त: 18 जनवरी 2025, प्रातः 5 बजकर 30 मिनट पर
गणपति पूजा मुहूर्त- 17 जनवरी 2025 प्रातः 7:15 – प्रातः 11:12
सकट चौथ 2025 Sakat Chauth 2025 चंद्रोदय समय
17 जनवरी 2025 , रात्रि 09: 09 मिनट पर
सकट चौथ व्रत क्यों किया जाता है ?
सकट चौथ का दिन भगवान गणेश और सकट माता को समर्पित है। Sakat Chauth 2025 इस दिन माताएं अपने पुत्रों के कल्याण की कामना से व्रत रखती हैं। सकट चौथ के दिन भगवान गणेश की पूरे विधि विधान से पूजा की जाती है। इस पूरे दिन व्रत रखा जाता है।
रात्रि में चंद्रोदय के बाद चंद्रमा Sakat Chauth 2025 को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है। यही कारण है कि सकट चौथ Sakat Chauth 2025 पर चंद्रमा दर्शन और पूजन का विशेष महत्व होता है। इस दिन गणपति जी को पूजा में तिल के लड्डू या मिठाई अर्पित करते हैं, साथ में चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत पारण करते हैं।
सकट चौथ Sakat Chauth 2025 PUJA Vidhi:पूजा विधि
- ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत हो जाएं।
- इसके बाद सकट चौथ व्रत रखने का संकल्प करें।
- एक लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर गणेश जी और सकट माता की प्रतिमा की स्थापना करें।
- सिंदूर का तिलक लगाएं। घी का दीपक जलाएं।
- भगवान गणेश की प्रतिमा पर फूल, फल और मिठाइयां अर्पित करें।
- पूजा में तिलकुट का भोग जरूर शामिल करें।
- गणेश चालीसा का पाठ करें। अंत में बप्पा की आरती करें।
- शंखनाद से पूजा पूर्ण करें।
- प्रसाद खाकर अपने व्रत का पारण करें।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों आदि पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए KARMASU.IN उत्तरदायी नहीं है।