Karwa Chauth 2024:करवा चौथ हिंदू धर्म में विवाहित महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। यह व्रत पति की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना के लिए रखा जाता है। करवा चौथ विशेष रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है, लेकिन अब यह पूरे देश में प्रसिद्ध हो चुका है।

Karwa Chauth 2024 करवा चौथ के दिन महिलाएं सूर्योदय से पहले “सारगी” खाती हैं और दिन भर निर्जला उपवास रखती हैं। व्रत का समापन रात में चंद्रमा को देखकर और अर्घ्य देकर किया जाता है। इस व्रत का खास महत्व इसलिए भी है क्योंकि इसे वैवाहिक जीवन के प्रेम और समर्पण का प्रतीक माना जाता है।

Karwa Chauth 2024:करवा चौथ 2024 की तारीख

साल 2024 में करवा चौथ 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। यह दिन कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को पड़ता है। चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 20 अक्टूबर 2024 को सुबह 9:30 बजे होगा और इसका समापन 21 अक्टूबर 2024 को सुबह 9:59 बजे होगा। इसलिए, 20 अक्टूबर को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा।

Karwa Chauth 2024

भद्रा काल का प्रभाव

ज्योतिषीय दृष्टि से, चतुर्थी तिथि पर भद्रा का समय विशेष ध्यान देने योग्य होता है। भद्रा को शुभ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है, और इसके दौरान पूजा करना वर्जित होता है। इस साल करवा चौथ पर भद्रा का समय भी आ रहा है, जो 21 मिनट का रहेगा।

भद्रा काल शाम 6:08 बजे से 6:29 बजे तक रहेगा। इस दौरान पूजा करना वर्जित होगा। Karwa Chauth 2024 इसलिए, महिलाओं को इस समय के बाद ही पूजा-अर्चना करनी चाहिए। भद्रा समाप्त होते ही पूजा शुरू की जा सकती है।

Puja Muhurat:पूजा का शुभ मुहूर्त

करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त भद्रा के समाप्त होने के बाद शुरू होगा। इस साल Karwa Chauth 2024 करवा चौथ की पूजा के लिए सबसे उत्तम समय शाम 6:29 बजे से रात 7:45 बजे तक रहेगा। इस समय के दौरान महिलाएं भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान गणेश और करवा माता की पूजा करेंगी और करवा चौथ की कथा सुनेंगी।

पूजा में भगवान गणेश और माता पार्वती की आराधना के साथ-साथ करवा माता को विशेष रूप से पूजा जाता है। करवा एक मिट्टी का पात्र होता है, जिसे जल से भरकर पूजा में रखा जाता है और अंत में चंद्रमा को अर्घ्य देने के लिए उपयोग किया जाता है।

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Karwa Chauth 2024 Date:चंद्रमा निकलने का समय

करवा चौथ के व्रत का समापन चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद होता है। Karwa Chauth 2024 इस दिन महिलाएं चंद्रमा के दर्शन के बाद ही अपना व्रत तोड़ती हैं। साल 2024 में चंद्रमा के उदय होने का समय रात 8:11 बजे रहेगा। इसके बाद महिलाएं चंद्रमा को जल अर्पित करके अपने व्रत का समापन करेंगी और फिर पति के हाथों से जल ग्रहण करके व्रत तोड़ेंगी।

Karwa Chauth 2024 Puja Vidhi:करवा चौथ की पूजा विधि

  1. सारगी: करवा चौथ की पूजा की शुरुआत सुबह सूर्योदय से पहले होती है। इस समय महिलाएं अपनी सास द्वारा दी गई सारगी खाती हैं। इसके बाद पूरे दिन का व्रत रखा जाता है।
  2. संध्या पूजा: शाम को महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं और करवा माता की पूजा करती हैं। पूजा में करवा, दीपक, चावल, मिठाई, और फूलों का उपयोग किया जाता है।
  3. करवा चौथ की कथा: पूजा के दौरान करवा चौथ की कथा सुनने का विशेष महत्व होता है। यह कथा व्रत की महिमा और महत्व को बताती है।
  4. चंद्र दर्शन: रात में चंद्रमा के उदय होने के बाद महिलाएं चंद्रमा को जल अर्पित करती हैं और अपने पति के हाथों से पानी पीकर व्रत खोलती हैं। इस दौरान पति अपनी पत्नी को भोजन कराते हैं, जो उनके समर्पण और प्रेम का प्रतीक है।

उपसंहार

करवा चौथ Karwa Chauth 2024 विवाहित महिलाओं के लिए एक विशेष त्यौहार है, जो उनके पति के प्रति उनके प्रेम और समर्पण का प्रतीक है। 2024 में करवा चौथ 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा, और पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6:29 बजे से रात 7:45 बजे तक रहेगा। चंद्रमा का उदय रात 8:11 बजे होगा, और इस समय के बाद महिलाएं अपना व्रत खोलेंगी। भद्रा काल के दौरान पूजा नहीं करनी चाहिए, इसलिए इस बात का ध्यान रखना जरूरी है।

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