सावन में मंगलकारी कालाष्टमी! पाएं शिव कृपा, जानें पूजा विधि व शुभ मुहूर्त (Sawan mein Mangalkari Kalashtami! Payein Shiv Krupa, Janen Puja Vidhi wa Shubh Muhurt)

सावन माह की कालाष्टमी भगवान काल भैरव की पूजा के लिए समर्पित एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। Kalashtami 2024 मासिक कालाष्टमी का व्रत अपने आप में विशेष माना गया है। साधक इस दिन भैरव बाबा की पूजा करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जो भक्त काल भैरव की पूजा सच्ची श्रद्धा के साथ करते हैं वे उनकी सदैव रक्षा करते हैं। साथ ही भय और बाधाओं को दूर करने में उनकी मदद करते हैं। इस माह यह पर्व 28 जुलाई को मनाया जाएगा।

प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को Kalashtami 2024 कालाष्टमी मनाई जाती है. मान्यताओं के अनुसार कालाष्टमी को भैरवाष्टमी भी कहा जाता है, क्योंकि यह काल भैरव, जिनको भैरवनाथ भी कहा जाता है, को समर्पित है. काल भैरव को भगवान शिव का उग्र स्वरूप माना जाता है, इसलिए इस दिन भगवान शिव और उनके स्वरूप काल भैरव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उनकी विशेष पूजा अर्चना की जाती है.

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 कालाष्टमी को सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक माना जाता है। यह पावन दिन भगवान काल भैरव की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि कालाष्टमी हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग इस शुभ समय में पूजा-पाठ करते हैं, उन्हें दुख-दरिद्रता से छुटकारा मिलता है।

मासिक कालाष्टमी शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार अष्टमी तिथि 27 जुलाई, 2024 को रात 9 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगी, जिसका समापन 28 जुलाई, 2024 को रात 7 बजकर 27 पर होगी. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार कालाष्टमी 28 जुलाई को मनाया जाएगा.

मासिक कालाष्टमी की पूजा विधि

Kalashtami 2024

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।घर के मंदिर या पूजा स्थान को साफ करें और गंगाजल से धो लें।भगवान काल भैरव की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।काल भैरव को दीप, नैवेद्य, फूल, धूप, और फल अर्पित करें।”ॐ काल भैरवाय नमः” मंत्र का जाप करें।व्रत कथा पढ़ें या सुनें।रात भर जागरण करें और भजन-कीर्तन करें।दूसरे दिन सुबह, सूर्योदय के बाद व्रत का पारण करें।

Kalashtami 2024 कालाष्टमी का महत्व

Kalashtami 2024 कालाष्टमी का व्रत भगवान काल भैरव को प्रसन्न करने का एक विशेष अवसर है।मान्यता है कि इस दिन भगवान काल भैरव की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।कालाष्टमी का व्रत भय, रोग, और संकटों से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है।

Kalashtami 2024 भैरव बाबा प्रसन्न कैसे करें

इस दिन भगवान बटुक भैरव को कच्चा दूध अर्पित करें और काल भैरव को शराब अर्पित करें. बता दें कि कई लोग इस दिन उन्हें शराब का भोग लगाते हैं. इसके अलावा हलुआ, पूरी और मदिरा उनके प्रिय भोग हैं. इमरती, जलेबी और 5 तरह की मिठाइयां भी अर्पित की जाती हैं. 

Kalashtami 2024:कालाष्टमी इस पर विशेष ध्यान दें

जो लोग व्रत नहीं रख सकते हैं, वे भी इस दिन भगवान काल भैरव की पूजा कर सकते हैं।पूजा करते समय स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।भगवान काल भैरव को तामसिक भोग नहीं लगाना चाहिए।पूजा के दौरान मन को शांत रखें और भक्तिभाव से भगवान का ध्यान करें।

कालाष्टमी के दिन भूलकर भी न करें ये कार्य

  1. कालाष्टमी के दिन घर में अच्छा माहौल बनाकर रखें, इस दिन लड़ाई झगड़ा या व्यर्थ के वाद विवाद से बचें.
  2. कालाष्टमी के दिन झूठ नहीं बोलना चाहिए. झूठ बोलने से व्यक्ति अपना ही नुकसान करता है और अपने लिए भविष्य में मुश्किलें खड़ी करता है.
  3. कालाष्टमी के दिन पूरी तरह से सात्विक भोजन करें इस दिन भूलकर भी मांसाहारी भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए.
  4. कालाष्टमी के दिन शराब या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन भी नहीं करना चाहिए.
  5. हमेशा सभी जीवों के साथ प्रेमपूर्ण रहना चाहिए और किसी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए, लेकिन खास कालाष्टमी के दिन सभी जीवों के साथ प्यार से रहना चाहिए और जरूरतमंद की सहायता करनी चाहिए.
  6. कालाष्टमी के दिन किसी का भी अपमान नहीं करना चाहिए. खासकर बुजुर्गों को विशेष आदर देना चाहिए.
  7. माना जाता है कि कालाष्टमी के दिन किसी भी तरह की नुकीली चीजों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. KARMASU.IN इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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