Hariyali Teej अगर आप हरियाली तीज का व्रत रख रही हैं तो इस दिन इन गलतियों को करने से पूरी तरह बचें। वरना आपकी पूजा और व्रत दोनों अधूरी रह सकती है। तो आइए जानते हैं कि हरियाली तीज के दिन किन कामों को नहीं करना चाहिए।
Hariyali Teej 2024: आज सुहागिनों के सबसे महत्वपूर्ण पर्वों में से एक हरियाली तीज मनाई जा रही है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इस व्रत को करने से अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद मिलता है। Hariyali Teej 2024 हरियाली तीज के दिन भगवान शिव शंकर और माता पार्वती की पूजा का विधान है। हरियाली तीज हर सावन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। वहीं व्रत करने वाली महिलाओं को हरियाली तीज के दिन इन कामों को करने से बचना चाहिए वरना आपकी पूजा खंडित हो सकती है। तो आइए जानते हैं कि हरियाली तीज के दिन क्या नहीं करना चाहिए
Hariyali Teej 2024:हरियाली तीज के दिन सुहागिन महिलाएं भूलकर न करें ये काम
- हरियाली तीज के दिन व्रत करने वाली महिलाएं हरी या लाल रंग के ही कपड़े पहनें। काले, सफेद या भूरे रंग के कपड़े बिल्कुल भी न पहनें। हिंदू धर्म में ये शोक और दुख का प्रतीक माने जाते हैं।
- हरियाली तीज के दिन सुहागिन महिलाएं काली रंग की चूड़ियां भी न पहनें। आप इस दिन हरे रंग की चूड़ियां पहन सकते हैं। ये रंग खुशियों और पति की लंबी उम्र का प्रतीक माना जाता है।
- हरियाली तीज की पूजा में व्रत करने वाली महिलाएं उन्हीं सामग्री का इस्तेमाल करें जो उन्हें मायके से दी गई है।
- हरियाली तीज के दिन व्रत रखने वाली महिलाएं अपने पति से लड़ाई-झगड़ा बिल्कुल भी न करें। इसके साथ ही किसी को भी अपशब्द कहने से बचें।
- हरियाली तीज का सामान मंगलवार को नहीं खरीदना चाहिए। अगर आपने कोई सामान मंगलवार के दिन खरीदा है तो उसका इस्तेमाल पूजा में बिल्कुल भी न करें।
- व्रत रखने वाली महिलाओं का इस दिन सोना नहीं चाहिए। इसकी बजाए माता का भजन-कीर्तन करें। इस दिन पूरी श्रद्धा से भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान करें।
- हरियाली तीज के दिन भूलकर भी जल या दूध का सेवन ना करें। तीज व्रत पारण मुहूर्त से पहले नहीं खोले। मुहूर्त से पहले या बाद में व्रत तोड़ने से उसका फल नहीं मिलता है।
Hariyali Teej 2024:सुहागिन महिलाएं हरियाली तीज पर क्या करें:
हरियाली तीज के दिन महिलाओं के बीच झूला झूलने का भी प्रचलन है। यह परम्परा सदियों से चली आ रही है। इस दिन खुद से बड़ी सुहागिन महिलाओं के पैर छूकर उनका आशीर्वाद जरूर लेना चाहिए।
- श्रृंगार: इस दिन महिलाएं हरे रंग के कपड़े पहनती हैं और मेहंदी लगाती हैं। सोने और चांदी के आभूषणों से सजती हैं।
- व्रत: अधिकांश सुहागिन महिलाएं इस दिन निराहार या फलाहार का व्रत रखती हैं।
- पूजा: माता पार्वती की पूजा का विशेष महत्व है। महिलाएं माता को फूल, मिठाई और सिंदूर चढ़ाती हैं।
- गीत और नृत्य: महिलाएं मिलकर पारंपरिक गीत गाती हैं और नृत्य करती हैं।
- झूले पर झूलना: झूले पर झूलना भी इस त्योहार का एक अहम हिस्सा है।
- मिठाई का आदान-प्रदान: महिलाएं एक-दूसरे को मिठाई बांटती हैं।
करें 16 श्रृंगार
हरियाली तीज पर 16 श्रृंगार करने का विशेष महत्व है। इसलिए इस दिन सुहागिन महिलाओं को सिंदूर, मंगलसूत्र, चूड़ियों आदि जैसे 16 श्रृंगार को अपने श्रृंगार का हिस्सा बनाना चाहिए। इस दिन महिलाओं के बीच मेंहदी लगाने का भी प्रचलन हैं।
निर्जला व्रत का करें संकल्प
हरियाली तीज के दिन सुहागिन महिलाओं को सुबह सुर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि करने के बाद माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। इस दिन पति-पत्नी का साथ मिलकर शिव-पार्वती की पूजा करना शुभ माना गया है। इसके बाद निर्जला व्रत का संकल्प करें।
हरियाली तीज का महत्व (Hariyali Teej Importance)
हरियाली तीज का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। माना जाता है कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए माता पार्वती के व्रत की शुरुआत हरियाली तीज से ही हुई थी। इस दिन महिलाएं 16 श्रृंगार करके भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करती हैं। साथ ही इस दिन हरे रंग के कपड़े पहनने का विशेष महत्व है। इस दिन महिलाओं के बीच झूला झूलने का भी प्रचलन है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। KARMASU.IN एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)