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  • Create Date October 3, 2023
  • Last Updated October 3, 2023

Markandya Puran मार्कण्डेय पुराण

मार्कण्डेय पुराण हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में से एक है। यह पुराण मार्कण्डेय ऋषि के नाम पर है। इस पुराण में भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों, सृष्टि की उत्पत्ति, धर्म, कर्मकांड, और ज्योतिष का वर्णन है।

मार्कण्डेय पुराण में कुल 9,000 श्लोक हैं, जो 137 अध्यायों में विभाजित हैं। इस पुराण का मुख्य विषय भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों का वर्णन करना है। इसमें सृष्टि की उत्पत्ति, धर्म, कर्मकांड, और ज्योतिष का भी वर्णन किया गया है।

मार्कण्डेय पुराण एक महत्वपूर्ण पुराण है। यह पुराण हिंदू धर्म के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालता है। यह पुराण हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है।

मार्कण्डेय पुराण के कुछ महत्वपूर्ण विषय निम्नलिखित हैं:

  • भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों का वर्णन
  • सृष्टि की उत्पत्ति
  • धर्म
  • कर्मकांड
  • ज्योतिष

मार्कण्डेय पुराण का महत्व निम्नलिखित है:

  • यह पुराण भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों का वर्णन करता है।
  • यह पुराण हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है।
  • यह पुराण हिंदू धर्म के अनुयायियों को आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान करता है।
  • यह पुराण हिंदू धर्म के अनुयायियों को जीवन जीने के सही मार्गदर्शन प्रदान करता है।

मार्कण्डेय पुराण एक ऐसा ग्रंथ है जिसे हर किसी को पढ़ना चाहिए। यह ग्रंथ जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालता है और जीवन जीने का सही मार्गदर्शन प्रदान करता है।

मार्कण्डेय पुराण के कुछ महत्वपूर्ण विषयों का संक्षिप्त विवरण निम्नलिखित है:

  • भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों का वर्णन: मार्कण्डेय पुराण में भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों का वर्णन किया गया है। इसमें मत्स्य अवतार, कूर्म अवतार, वराह अवतार, नरसिंह अवतार, वामन अवतार, परशुराम अवतार, राम अवतार, कृष्ण अवतार, बुद्ध अवतार, और कल्कि अवतार का वर्णन है।
  • सृष्टि की उत्पत्ति: मार्कण्डेय पुराण में सृष्टि की उत्पत्ति का वर्णन किया गया है। इस पुराण में कहा गया है कि भगवान विष्णु से सृष्टि का जन्म हुआ।
  • धर्म: मार्कण्डेय पुराण में धर्म का वर्णन किया गया है। इस पुराण में कहा गया है कि धर्म जीवन का आधार है।
  • कर्मकांड: मार्कण्डेय पुराण में कर्मकांड का वर्णन किया गया है। इस पुराण में कहा गया है कि कर्मकांडों के द्वारा भगवान की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
  • ज्योतिष: मार्कण्डेय पुराण में ज्योतिष का वर्णन किया गया है। इस पुराण में कहा गया है कि ज्योतिष के द्वारा भविष्य की घटनाओं का अनुमान लगाया जा सकता है।

मार्कण्डेय पुराण एक ऐसा ग्रंथ है जो हिंदू धर्म के आध्यात्मिक और दार्शनिक पहलुओं को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।

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