- Version
- Download 222
- File Size 0.00 KB
- File Count 1
- Create Date November 9, 2023
- Last Updated November 9, 2023
Shree sanaatanaartikyam
श्री सनातनार्थिक्यम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान विष्णु की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 12वीं शताब्दी के तमिल कवि मणीक्कवासिगर द्वारा लिखा गया था। स्तोत्र में, मणीक्कवासिगर विष्णु की महिमा का वर्णन करते हैं, और उन्हें "सनातनार्थ" के रूप में वर्णित करते हैं।
सनातनार्थ एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है "सनातन सत्य"। इस स्तोत्र में, मणीक्कवासिगर विष्णु को सनातन सत्य के रूप में वर्णित करते हैं, जो ब्रह्मांड का मूल और आधार है।
श्री सनातनार्थिक्यम को अक्सर विष्णु की पूजा के दौरान गाया जाता है। यह स्तोत्र विष्णु के भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है।
स्तोत्र के कुछ प्रमुख अंश इस प्रकार हैं:
- "ओ विष्णु, तुम सनातनार्थ हो, तुम सनातन सत्य हो।"
- "तुम ब्रह्मांड के मूल हो, तुम ब्रह्मांड का आधार हो।"
- "तुम सृष्टि के सृजनकर्ता हो, तुम संहारकर्ता हो, तुम पालनकर्ता हो।"
- "तुम ज्ञान का स्रोत हो, तुम प्रेम का स्रोत हो, तुम आनंद का स्रोत हो।"
- "तुम भक्तों के रक्षक हो, तुम मोक्ष का मार्गदर्शक हो।"
Shree sanaatanaartikyam
श्री सनातनार्थिक्यम एक शक्तिशाली और भावपूर्ण स्तोत्र है जो विष्णु की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र विष्णु के भक्तों के लिए एक प्रेरणा है।
स्तोत्र का एक अंग्रेजी अनुवाद निम्नलिखित है:
श्री सनातनार्थिक्यम एक संस्कृत भजन है जो भगवान विष्णु की स्तुति करता है। इसे 12वीं सदी के तमिल कवि मणिकावाचकर ने लिखा था। स्तोत्र में मणिकावाचकर विष्णु की महिमा का वर्णन करते हुए उन्हें "सनातनार्थ" बताते हैं।
सनातनार्थ एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है "शाश्वत सत्य"। इस भजन में मणिकावाचकर विष्णु को शाश्वत सत्य बताते हैं, जो ब्रह्मांड की उत्पत्ति और आधार है।
श्री सनातनार्थिक्यम अक्सर विष्णु की पूजा के दौरान गाया जाता है। यह विष्णु भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय भजन है।
भजन के कुछ प्रमुख अंश इस प्रकार हैं:
"हे विष्णु, आप सनातनार्थ हैं, आप शाश्वत सत्य हैं।"
"आप ब्रह्मांड की उत्पत्ति हैं, आप ब्रह्मांड का आधार हैं।"
"आप सृष्टि के रचयिता हैं, आप संहारक हैं, आप पालनकर्ता हैं।"
"आप ज्ञान का स्रोत हैं, आप प्रेम का स्रोत हैं, आप आनंद का स्रोत हैं।"
"आप भक्तों के रक्षक हैं, आप मुक्ति के मार्गदर्शक हैं।"
श्री सनातनार्थिक्यम एक शक्तिशाली और मार्मिक भजन है जो विष्णु की महिमा का वर्णन करता है। यह विष्णु भक्तों के लिए एक प्रेरणा है।
श्री सनातनार्थिक्यम के कुछ विशेष तत्व इस प्रकार हैं:
- स्तोत्र में, विष्णु को "सनातनार्थ" के रूप में वर्णित किया गया है।
- स्तोत्र में, विष्णु को ब्रह्मांड के मूल और आधार के रूप में वर्णित किया गया है।
- स्तोत्र में, विष्णु को सृष्टि के सृजनकर्ता, संहारकर्ता और पालनकर्ता के रूप में वर्णित किया गया है।
- स्तोत्र में, विष्णु को ज्ञान, प्रेम और आनंद के स्रोत के रूप में वर्णित किया गया है।
- स्तोत्र में, विष्णु को भक्तों के रक्षक और मोक्ष के मार्गदर्शक के रूप में वर्णित किया गया है।
श्री सनातनार्थिक्यम एक महत्वपूर्ण स्तोत्र है जो विष्णु की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र विष्णु के भक्तों के लिए एक प्रेरणा है।
श्रीकृष्णाष्टकम् shreekrshnaashtakam
Download