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  • Create Date October 10, 2023
  • Last Updated October 10, 2023

श्री शिवस्तुतिकदंबम एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान शिव की स्तुति करता है। यह स्तोत्र 10 श्लोकों में विभाजित है, और प्रत्येक श्लोक भगवान शिव के एक अलग गुण या रूप का वर्णन करता है।

श्री शिवस्तुतिकदंबम का पहला श्लोक इस प्रकार है:

नमो देवाय शर्वाय, सर्वशक्तिमते। नमस्तेऽस्तु योगिने, चंद्रशेखराय मुनीन्द्रार्चिताय।

इस श्लोक में, भक्त भगवान शिव को नमस्कार करते हैं और उन्हें "देवाय शर्वाय" कहते हैं, जिसका अर्थ है "देवों के देव, शिव"।

श्री शिवस्तुतिकदंबम के 10 श्लोकों का अर्थ है:

  1. हे भगवान शिव, आपको नमस्कार। आप देवों के देव हैं। आप सभी शक्तियों के स्वामी हैं। आप योगिराज हैं, जो योग में निपुण हैं। आप चंद्रशेखर हैं, जो चंद्रमा के मुकुट वाले हैं। आप मुनियों द्वारा पूजित हैं।
  2. आप योगनिद्रिहराय हैं, जो योगनिद्रा को हराने वाले हैं। आप परब्रह्म के स्वरूप हैं। आप शिव हैं, जो सभी देवताओं के स्वामी हैं। आप त्रिगुणात्मक हैं, जो सत्व, रज और तम के तीन गुणों से मिलकर बने हैं। आप सभी देवताओं के मनोहारिणी हैं।
  3. आप तीन नेत्रों वाले हैं। आप सभी शत्रुओं को नष्ट करने वाले हैं। आप त्रिपुरांतक हैं, जिन्होंने त्रिपुरासुर का वध किया था। आप भक्तवत्सल हैं, जो अपने भक्तों से बहुत प्यार करते हैं। आप तीन लोकों के स्वामी हैं, जो स्वर्ग, पृथ्वी और पाताल हैं।
  4. आप सभी लोकों के लिए कल्याणकारी हैं। आप त्रिशूलधारी हैं, जो आपका एक प्रमुख प्रतीक है। आप ब्रह्मा, विष्णु और महेश्वर के रूप में तीन देवताओं के स्वरूप हैं। आप सभी प्राणियों की माता हैं, जो सभी को जन्म देती हैं। आप शरण देने वाली हैं, जो सभी को दुखों से बचाती हैं।
  5. आप त्रिनेत्र हैं, जो ज्ञान, बुद्धि और क्रिया के प्रतीक हैं। आप कल्याणकारी हैं, जो सभी को सुख और समृद्धि प्रदान करते हैं। आप सभी प्राणियों के पालनहार हैं। आप सभी के लिए मार्गदर्शक हैं।
  6. आप महादेव हैं, जो परमात्मा हैं। आप सभी देवताओं के स्वामी हैं। आप ब्रह्मा, विष्णु और महेश्वर के रूप में तीन देवताओं के स्वरूप हैं। आप सभी प्राणियों की आत्मा हैं। आप सभी के लिए एकमात्र आश्रय हैं।
  7. आप सभी दुखों को दूर करने वाले हैं। आप मोक्ष के दाता हैं। आप सभी के लिए एकमात्र उद्धारक हैं। आप सभी के लिए एकमात्र आशा हैं।
  8. आप सर्वशक्तिमान हैं। आप सभी के लिए सर्वव्यापी हैं। आप सभी के लिए सर्वज्ञानी हैं। आप सभी के लिए सर्वशक्तिमान हैं।
  9. आप सभी के लिए एकमात्र भगवान हैं। आप सभी के लिए एकमात्र सत्य हैं। आप सभी के लिए एकमात्र प्रेम हैं। आप सभी के लिए एकमात्र प्रकाश हैं।
  10. आप सभी के लिए एकमात्र वास्तविकता हैं। आप सभी के लिए एकमात्र लक्ष्य हैं। आप सभी के लिए एकमात्र मुक्ति हैं। आप सभी के लिए एकमात्र परम सत्य हैं।

श्री शिवस्तुतिकदंबम एक शक्तिशाली भक्ति भजन है जो भक्तों के दिलों में भगवान शिव के लिए प्रेम और भक्ति को जगा सकता है। यह भजन भगवान शिव की महिमा और गुणों को भी दर्शाता है।

श्री शिवस्तुतिकदंबम एक लोकप्रिय स्तोत्र है जिसे अक्सर पूजा और अनुष्ठानों के दौरान पढ़ा जाता है। यह भजन भक्तों को भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने और अपने जीवन में आध्यात्मिक और भौतिक दोनों तरह से सफलता प्राप्त करने में मदद कर सकता है।

श्री शिवस्तुतिकदंबम के 10 श्लोकों का हिंदी अनुवाद इस प्रकार है:

  1. हे भगवान शिव, आपको नमस्कार। आप

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