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  • Create Date October 16, 2023
  • Last Updated October 16, 2023

श्री रामकृष्ण युगलस्तुति

अर्थ

(1) हे भगवान रामकृष्ण! आप श्रीकृष्ण और राधा का अवतार हैं। आप दोनों ही पूर्ण प्रेम के प्रतीक हैं। आपके प्रेम में कोई भेदभाव या सीमाएं नहीं हैं। आप सभी जीवों को समान रूप से प्यार करते हैं।

(2) हे भगवान रामकृष्ण! आप दोनों ही अत्यंत सुंदर हैं। आपके चेहरे पर प्रेम और करुणा का प्रकाश है। आपके नेत्र सभी जीवों के लिए दया और करुणा से भरे हुए हैं।

(3) हे भगवान रामकृष्ण! आप दोनों ही अत्यंत शक्तिशाली हैं। आप सभी जीवों को उनके पापों से मुक्ति दिला सकते हैं। आप सभी जीवों को मोक्ष की प्राप्ति करवा सकते हैं।

(4) हे भगवान रामकृष्ण! आप दोनों ही अत्यंत ज्ञानी हैं। आप सभी जीवों को सत्य का ज्ञान दे सकते हैं। आप सभी जीवों को ईश्वर के दर्शन करा सकते हैं।

(5) हे भगवान रामकृष्ण! आप दोनों ही अत्यंत दयालु हैं। आप सभी जीवों की पीड़ा को दूर कर सकते हैं। आप सभी जीवों को सुख और शांति प्रदान कर सकते हैं।

(6) हे भगवान रामकृष्ण! आप दोनों ही अत्यंत भक्ति के योग्य हैं। हम आपको सच्चे मन से भजते हैं। हम आपकी कृपा से मोक्ष प्राप्त करना चाहते हैं।

(7) हे भगवान रामकृष्ण! आप दोनों ही हमारे गुरु हैं। आप हमें सही मार्ग दिखाते हैं। आप हमें मोक्ष की प्राप्ति करवाते हैं।

(8) हे भगवान रामकृष्ण! आप दोनों ही हमारे आराध्य हैं। हम आपको सदा याद करते हैं। हम आपकी कृपा से हमेशा खुश रहें।

श्री रामकृष्ण युगलस्तुति का पाठ करने से श्री रामकृष्ण परमहंस और श्रीकृष्ण-राधा की कृपा प्राप्त होती है। यह भक्तों को प्रेम, ज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति में मदद करता है।

अन्य महत्वपूर्ण तथ्य:

  • श्री रामकृष्ण युगलस्तुति को स्वामी विवेकानंद ने रचा था।
  • यह स्तुति श्री रामकृष्ण परमहंस और श्रीकृष्ण-राधा के प्रेम को दर्शाती है।
  • यह स्तुति भक्तों को प्रेम, ज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति में मदद करती है।

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