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  • Create Date October 16, 2023
  • Last Updated October 16, 2023

श्रीराधकृष्णाष्टोत्तरशतनामावली, जिसे श्रीराधकृष्णशतनामावली भी कहा जाता है, भगवान श्रीकृष्ण और माता श्रीराधा के 108 नामों की एक सूची है। यह कृष्ण भक्ति की एक महत्वपूर्ण कृति है, और इसे अक्सर भक्ति में प्रगति करने के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में उपयोग किया जाता है।

श्रीराधकृष्णाष्टोत्तरशतनामावली के नामों को उनकी गुणों और विशेषताओं के आधार पर विभाजित किया जा सकता है। कुछ नामों में भगवान श्रीकृष्ण और माता श्रीराधा के भौतिक रूप का वर्णन है, जबकि अन्य उनके आध्यात्मिक गुणों को दर्शाते हैं। कुछ नामों में उनके प्रेम और भक्ति का वर्णन है, जबकि अन्य उनके आशीर्वाद और कृपा का वर्णन करते हैं।

श्रीराधकृष्णाष्टोत्तरशतनामावली का पाठ करना भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण और माता श्रीराधा के साथ एक गहरा संबंध बनाने में मदद कर सकता है। यह भक्तों को उनके प्रेम और भक्ति को बेहतर ढंग से समझने और अनुभव करने में मदद कर सकता है।

श्रीराधकृष्णाष्टोत्तरशतनामावली के कुछ महत्वपूर्ण नामों में शामिल हैं:

  • श्रीकृष्ण: भगवान कृष्ण का नाम।
  • श्रीराधा: माता राधा का नाम।
  • गोपीनाथ: गोपियों के स्वामी।
  • गोविंद: भगवान विष्णु का एक रूप।
  • मुरारी: राक्षस मुर का वध करने वाला।
  • माधव: आनंद का दाता।
  • मधुसूदन: दैत्य मधु और कैटभ का वध करने वाला।
  • कृष्ण: काले रंग वाला।
  • केशव: भगवान विष्णु का एक रूप।
  • नंदलाल: नंद बाबा के पुत्र।
  • यशोदानंदन: यशोदा माता के पुत्र।
  • गोपाल: गोपियों का पालन करने वाला।
  • देवकीनंदन: देवकी माता के पुत्र।
  • वंशीधर: बांसुरी धारण करने वाला।
  • राधिकाप्रिय: माता राधा का प्रिय।
  • यमुना तटवासी: यमुना नदी के तट पर रहने वाला।
  • वृंदावनवासी: वृंदावन में रहने वाला।
  • गोकुलवासी: गोकुल में रहने वाला।
  • ब्रजवासी: ब्रज में रहने वाला।
  • त्रिविक्रम: तीन पैरों वाला।
  • वामन: बौने का रूप।
  • हृषीकेश: हृदय का स्वामी।

श्रीराधकृष्णाष्टोत्तरशतनामावली का पाठ करने के कई तरीके हैं। कुछ लोग इसे एक बार में सभी नामों का पाठ करके करते हैं, जबकि अन्य इसे एक समय में एक नाम करके करते हैं। कुछ लोग इसे मंत्र की तरह दोहराते हैं, जबकि अन्य इसे एक भजन के रूप में गाते हैं।

श्रीराधकृष्णाष्टोत्तरशतनामावली का पाठ करने का सबसे अच्छा तरीका वह है जो आपके लिए सबसे अच्छा काम करता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि आपके पास एक भक्ति भाव हो और आप भगवान श्रीकृष्ण और माता श्रीराधा के नामों का अर्थ समझने का प्रयास करें।


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