- Version
- Download 4609
- File Size 0.00 KB
- File Count 1
- Create Date October 11, 2023
- Last Updated October 11, 2023
श्रीरघुनाथष्टकम् एक संस्कृत स्तोत्र है जो भगवान राम की महिमा का वर्णन करता है। यह स्तोत्र आठ श्लोकों में लिखा गया है, और इसका रचनाकार गोस्वामी तुलसीदास हैं।
श्लोक 1:
जय जय रघुनाथ, अयोध्यापति, तुम मेरे स्वामी, तुम मेरे प्रिय। तुम दयालु हो, तुम करुणामय हो, तुम मुझे मुक्ति प्रदान करो।
अर्थ:
जय हो, जय हो, रघुनाथ, अयोध्या के राजा, तुम मेरे स्वामी हो, तुम मेरे प्रिय हो। तुम दयालु हो, तुम करुणामय हो, तुम मुझे मुक्ति प्रदान करो।
श्लोक 2:
तुम सत्य के अवतार हो, तुम धर्म के प्रतीक हो। तुम करुणा के सागर हो, और तुम मेरे लिए सब कुछ हो।
अर्थ:
तुम सत्य के अवतार हो, तुम धर्म के प्रतीक हो। तुम करुणा के सागर हो, और तुम मेरे लिए सब कुछ हो।
श्लोक 3:
मैं तुम्हारा ऋणी हूं, तुमने मुझे सब कुछ दिया है। मैं तुम्हारी कृपा से, तुम्हारी सेवा करने के लिए तैयार हूं।
अर्थ:
मैं तुम्हारा ऋणी हूं, तुमने मुझे सब कुछ दिया है। मैं तुम्हारी कृपा से, तुम्हारी सेवा करने के लिए तैयार हूं।
श्लोक 4:
मैं तुम्हारे चरणों में अपना सिर झुकाता हूं, और तुम्हारी भक्ति करता हूं। मैं तुम्हारी कृपा से, मुक्ति प्राप्त करना चाहता हूं।
अर्थ:
मैं तुम्हारे चरणों में अपना सिर झुकाता हूं, और तुम्हारी भक्ति करता हूं। मैं तुम्हारी कृपा से, मुक्ति प्राप्त करना चाहता हूं।
श्लोक 5:
हे भगवान राम, तुम मेरे स्वामी हो। तुम मेरे लिए सब कुछ हो। मैं तुम्हारा दास हूं, और मैं तुम्हारी सेवा करने के लिए तैयार हूं।
अर्थ:
हे भगवान राम, तुम मेरे स्वामी हो। तुम मेरे लिए सब कुछ हो। मैं तुम्हारा दास हूं, और मैं तुम्हारी सेवा करने के लिए तैयार हूं।
श्रीरघुनाथष्टकम् एक महत्वपूर्ण हिंदू धार्मिक पाठ है। यह पाठ भगवान राम की महिमा का वर्णन करता है, और यह सभी भक्तों के लिए एक प्रेरणा है। यह पाठ भगवान राम को एक आदर्श पुरुष के रूप में चित्रित करता है, जो सत्य, धर्म, और करुणा के प्रतीक हैं। यह पाठ भक्तों को भगवान राम की भक्ति करने के लिए प्रेरित करता है।
श्रीरघुनाथष्टकम् का प्रभाव भारत और दुनिया भर में व्यापक है। यह पाठ लाखों लोगों द्वारा अध्ययन और पूजा किया जाता है। यह पाठ भारतीय संस्कृति और साहित्य के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान है।
श्रीरघुनाथष्टकम् का महत्व और प्रभाव निम्नलिखित बिंदुओं में व्यक्त किया जा सकता है:
- यह पाठ भगवान राम की महिमा का वर्णन करता है, जो हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता हैं।
- यह पाठ सभी भक्तों के लिए एक प्रेरणा है।
- यह पाठ भगवान राम को एक आदर्श पुरुष के रूप में चित्रित करता है।
- यह पाठ भक्तों को भगवान राम की भक्ति करने के लिए प्रेरित करता है।
- यह पाठ भारत और दुनिया भर में लाखों लोगों द्वारा अध्ययन और पूजा किया जाता है।
- यह पाठ भारतीय संस्कृति और साहित्य के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान है।
Download